'इससे पहले इतने लोग कभी नहीं मारे गए... ' करूर भगदड़ पर बोले सीएम स्टालिन, आयोग करेगा जांच
Karur Stampede: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री M K Stalin ने कहा है कि भविष्य में कभी भी ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए. उन्होंने एक रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक जांच आयोग बनाने की घोषणा की है.

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन (Stalin) ने कहा है कि करूर हादसे में जितने लोगों की जान गई है, राज्य के इतिहास में किसी भी राजनीतिक दल के कार्यक्रम में इतने लोगों की मौत नहीं हुई. उन्होंने मृतकों के परिवारों के लिए 10-10 लाख रुपये और घायलों के लिए एक-एक लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. 27 सितंबर की रात को एक्टर से नेता बने विजय की रैली में भगदड़ (Vijay Rally Stampede) मची. इस हादसे में 39 लोगों की जान चली गई. वहीं लगभग 100 लोगों का इलाज चल रहा है. इनमें से कई घायलों की हालत गंभीर है.
हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांचइस घटना को लेकर सीएम स्टालिन ने कहा है,
अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है. हमारे राज्य के इतिहास में किसी राजनीतिक दल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की जान कभी नहीं गई, भविष्य में भी ऐसी त्रासदी कभी नहीं होनी चाहिए. फिलहाल 51 लोगों का इंटेसिव केयर यूनिट में इलाज चल रहा है.
भारी मन से मैं उन लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं जिन्होंने अपनी जान गंवाई है. मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. घायलों को 1 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. मैंने हाई कोर्ट के एक रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक जांच आयोग के गठन का आदेश दिया है.
मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए सीएम करूर के सरकारी अस्पताल पहुंचे थे.
पुलिस ने करूर भगदड़ को लेकर क्या कहा?अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP), कानून एवं व्यवस्था, एस डेविडसन देवसिरवथम ने इस हादसे को लेकर न्यूज एजेंसी ANI से कहा है,
हमें प्रारंभिक जांच करवानी होगी. 39 लोगों की जान जा चुकी है. प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है, जांच शुरू कर दी गई है.
तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव, पी सेंथिल कुमार ने कहा है,
कुल 95 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 51 लोग सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती हैं. एक को छोड़कर, बाकी सभी की हालत स्थिर है. एक्सपर्ट डॉक्टर उनकी देखभाल कर रहे हैं. बाकी 44 लोग निजी अस्पतालों में भर्ती हैं. 39 लोगों की मौत हो चुकी है.
डायरेक्टर ऑफ मेडिकल एजुकेशन (DME) एवं अनुसंधान निदेशक, सुगंती राजकुमारी ने हादसे को लेकर कहा है,
शवों की कुल संख्या 39 है. अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या 52 थी. केवल दो मरीज गंभीर हालत में हैं और वेंटिलेटर पर हैं... दोपहर (28 सितंबर) से पहले, हम सभी पोस्टमॉर्टम पूरा कर लेंगे और शव परिजनों को सौंप देंगे. सरकार ने आवास, भोजन और अन्य चीजों की व्यवस्था कर दी है.
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इस रैली में 10,000 लोगों के लिए अनुमति दी गई थी. आयोजकों ने पुलिस को बताया है कि उन्हें इससे ज्यादा लोगों के आने की उम्मीद नहीं थी. लेकिन शाम होते-होते वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई. आयोजन में 500 पुलिसकर्मी तैनात थे. एक पेड़ पर चढ़े कुछ समर्थक विजय की गाड़ी के पीछे खड़े लोगों के ऊपर गिर पड़े. इसके बाद वहां भगदड़ मच गई.
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