मम्मी-पापा 3 दिन के बच्चे को जंगल में छोड़ आए, पत्थरों से दबाया, डर था नौकरी ना चली जाए
MP के एक माता-पिता ने अपने 3 दिन के नवजात बच्चे को जंगल में पत्थर से दबाकर छोड़ दिया. बच्चे के पिता शिक्षक हैं.

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली खबर सामने आई है. यहां एक माता-पिता ने अपने 3 दिन के नवजात बच्चे को जंगल में पत्थर से दबाकर छोड़ दिया. बच्चे के पिता शिक्षक हैं और उन्होंने कथिततौर पर नौकरी जाने के डर से ऐसा किया.
ये मामला छिंदवाड़ा जिले के धनोरा चौकी के अंतर्गत ग्राम नांदनवाड़ी का है. इंडिया टुडे से जुड़े पत्रकार पवन शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक 28 सितंबर की रात पुलिस को स्थानीय लोगों से पता चला कि रोडघाट के जंगल में पत्थरों के पास 2-3 दिन का नवजात मिला है. सूचना मिलने पर चौकी इंचार्ज और उनकी टीम मौके पर पहुंची. पुलिस ने देखा कि बच्चा जिंदा है. लिहाजा तुरंत उसे इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. फिर वहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया.
पुलिस ने मां-बाप की तलाश शुरू कीइस मामले में पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी ये पता करना कि आखिर बच्चा किसका है? पुलिस ने नवजात के माता-पिता को खोज निकाला. नवजात के मां-बाप का नाम बबलू डांडोलिया व राजकुमारी डांडोलिया है. दोनों तामिया थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. बबलू नांदनवाड़ी गांव में टीचर है. इन दोनों को अपनी चौथी संतान होने से नौकरी जाने का डर सता रहा था. इसलिए नवजात बच्चे को जंगल में छोड़ दिया. इस मामले पर जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया,
हमें सूचना मिली थी कि जंगल में पत्थर के पास 2-3 दिन का नवजात बच्चा मिला है. उसकी तस्दीक के लिए चौकी प्रभारी को भेजा गया था. हमें जैसे ही नवजात शिशु मिला हमने उसे इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. उसके बाद उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया था. इस मामले में माता-पिता ने ही अपने बच्चे के साथ ऐसा किया था. फिलहाल मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
दोनों आरोपियों पर बीएनएस की धारा 93 के तहत मामला दर्ज हुआ है. दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है.
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