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आजादी के बाद 77 साल बाद इन 17 गांवों को मिली बिजली, इतना वक्त लगने में नक्सलियों का भी हाथ

ये गांव दुर्गम पहाड़ियों, घने जंगलों और नक्सली इलाकों के बीच बसे थे. ऐसी जगहों पर किसी काम को पूरा कर पाना किसी मिशन से कम नहीं था. दुर्गम गांवों तक 11 केवी लाइन बिछाने के लिए वन विभाग से एनओसी लेने से लेकर उपकरणों की ढुलाई तक का काम काफी मुश्किल था.

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Electricity
छत्तीसगढ़ के 17 गांवों में पहली बार बिजली पहुंची (सांकेतिक तस्वीर)
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राघवेंद्र शुक्ला
16 मई 2025 (Updated: 16 मई 2025, 07:07 PM IST) कॉमेंट्स
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आजादी के 77 साल बाद छत्तीसगढ़ के 17 गांवों में पहली बार बिजली पहुंची है. नक्सल प्रभावित घने जंगलों के बीच मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी नाम का जिला है. यहां के 17 गांवों में आज तक बिजली नहीं पहुंची थी. छत्तीसगढ़ के ऐसे दुर्गम गांवों में बिजली पहुंचाने के लिए ‘मुख्यमंत्री मजराटोला विद्युतीकरण’ योजना चलाई गई है. इसके तहत जिले के ये गांव पहली बार बिजली से रोशन हुए हैं.

अधिकारियों ने इसकी जानकारी देते हुए बताया, 

राज्य सरकार की योजना के तहत 3 करोड़ रुपये की लागत से कातुलझोरा, कट्टापार, बोदरा, बुकमरका, संबलपुर, गट्टेगहन, पुगदा, आमाकोड़ो, पीटेमेटा, टाटेकसा, कुंदलकाल, रायमनहोरा, नैनगुड़ा, मेटातोडके, कोहकाटोला, एडसमेटा और कुंजकन्हार जैसे दुर्गम गांवों में बिजली पहुंचाने का सपना साकार हुआ है.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि इन इलाकों तक बिजली पहुंचाना बहुत मुश्किल काम था. ये गांव दुर्गम पहाड़ियों, घने जंगलों और नक्सली इलाकों के बीच बसे थे. ऐसी जगहों पर किसी काम को पूरा कर पाना किसी मिशन से कम नहीं था. दुर्गम गांवों तक 11 केवी लाइन बिछाने के लिए वन विभाग से एनओसी लेने से लेकर उपकरणों की ढुलाई तक का काम काफी मुश्किल था, लेकिन समर्पित तकनीकी टीम के प्रयासों से यह संभव हो पाया.

खुशी से नाचने लगे लोग

अधिकारियों के अनुसार, जब इन गांवों में पहली बार ट्रांसफार्मर लगा तब गांव के बच्चे खुशी से नाचने लगे. कई लोगों ने जश्न मनाते हुए पटाखे भी फोड़े.

छत्तीसगढ़ में घने जंगलों के बीच बसे इन गांवों के 540 परिवार रोशनी के लिए आज भी लालटेन का सहारा लेते थे. इसके अलावा बिजली के लिए सौर ऊर्जा का भी इस्तेमाल यहां किया जा रहा था लेकिन इस राह में चुनौतियां काफी थीं. कई गांवों में सोलर प्लेट चोरी हो गईं. कई जगहों पर खराब होने के बाद दोबारा बने ही नहीं. 

अधिकारियों के अनुसार, अभी तक 275 परिवारों को बिजली कनेक्शन मिल चुका है. बाकी बचे परिवारों के घरों में भी बिजली कनेक्शन लगाया जा रहा है. टाटेकसा गांव में 25 केवीए ट्रांसफार्मर को चार्ज करना शुरू कर दिया गया है. इसके लिए 45 किमी लंबी 11 केवी लाइन, 87 लो प्रेशर पोल और 17 ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं.

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