गरीबी दूर करने के लिए पति-पत्नी ने यूट्यूब देखकर नकली नोट छाप डाले, कइयों को 'चिपका' भी दिए!
पुलिस ने आरोपी पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है. उनकी पहचान अरुण कुमार तुरंग और राखी तुरंग के तौर पर हुई है. उनके पास से एक कलर प्रिंटर और 1 लाख 70 हजार रुपये के नकली नोट बरामद हुए हैं.

यूट्यूब देखकर चोरी, लूट से लेकर हत्या तक जैसे संगीन अपराधों की प्लानिंग करने की कई मिसालें सुनी-पढ़ीं. लेकिन छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक कपल ने यूट्यूब से आपराधिक क्रिएटिविटी की नई मिसाल पेश कर दी है. आरोप है कि यूट्यूब कॉन्टेंट के दम पर दोनों ने नकली नोट छापने का सिस्टम बना डाला. वे इन नकली नोटों का इस्तेमाल भी कर रहे थे. बताया गया कि दोनों ने अपनी गरीबी दूर करने के लिए ऐसा किया. लेकिन इस नुस्खे ने उन्हें जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
छत्तीसगढ़ पुलिस ने आरोपी पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है. उनकी पहचान अरुण कुमार तुरंग और राखी तुरंग के तौर पर हुई है. उनके पास से एक कलर प्रिंटर और 1 लाख 70 हजार रुपये के नकली नोट बरामद हुए हैं. इंडिया टुडे से जुड़े रघुनंदन पंडा की रिपोर्ट के मुताबिक दोनों आर्थिक परेशानी से गुजर रहे थे. कर्ज का बोझ था. इसलिए दबाव में नकली नोट छापने का रास्ता अपनाया. इसके लिए यूट्यूब से वीडियो देखकर नकली नोट बनाने का तरीका सीखा. फिर ऑनलाइन कलर प्रिंटर और दूसरे सामान मंगवाए और घर में नकली नोट छापकर आसपास के बाजारों में चलाने लगे.
कैसे पकड़ी गई चोरी?29 दिसंबर को अरुण और राखी सब्जी खरीदने रानीतराई क्षेत्र के साप्ताहिक बाजार में गए. यहां उन्होंने तुलेश्वर सोनकर से 60 रुपये की मटर और मिर्च खरीदी. पेमेंट के लिए 500 रुपये का नोट दिया. दुकानदार ने 60 रुपये काटकर बाकी पैसे लौटा दिए. कुछ देर बार तुलेश्वर ने नोट की जांच की तो उन्हें ये नोट नकली लगा. उन्होंने तुरंत ही इसकी सूचना पुलिस को दे दी जो सूचना मिलते ही बाजार में पहुंच गई. अरुण कुमार तुरंग और उनकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया. तलाशी लेने पर उनके पास से नकली नोट मिले.
पुलिस की पूछताछ में अरुण ने नकली नोट छापने और बाजार में सर्कुलेट करने की बात स्वीकार कर ली. इसके बाद पुलिस ने उनके घर पर छापा मारा. वहां से नकली नोट छापने में इस्तेमाल किया जाने वाला कल प्रिंटर, कागज और 1 लाख 70 हजार 500 रुपये के नकली नोट बरामद हुए. इनमें 100, 200 और 500 रुपये के नकली नोट थे.
पुलिस ने क्या बताया?दुर्ग जिले के SSP विजय अग्रवाल ने बताया कि नकली नोट छापने वाले दो आरोपी पकड़े गए हैं. अभी तक की सूचना के मुताबिक इन्होंने पाटन के मार्केट में कुछ नोट चलाए थे और फिर रानीतराई के बाजार में चलाने की कोशिश में थे. उन्होंने आगे बताया कि इस नेटवर्क से कहीं और लोग तो नहीं जुड़े हैं और दूसरे जगहों पर भी ये नकली नोट चलाए गए हैं कि नहीं, इसकी जांच की जा रही है.
वीडियो: नागपुर पुलिस ने पकड़े लाखों के नकली नोट, यूट्यूब से सीखा था छापने का तरीका

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