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CEC ज्ञानेश कुमार को मिलेगा IIT कानपुर में बड़ा अवॉर्ड, 1985 बैच के रह चुके हैं छात्र

CEC Gyanesh Kumar IIT Kanpur DAA: ज्ञानेश कुमार ने साल 1985 में IIT कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में ग्रैजुएशन किया था. इसके बाद उन्होंने सिविल सर्विसेज में कदम रखा और IAS बने. बतौर IAS उन्होंने अलग-अलग पदों पर काम किया.

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CEC Gyanesh Kumar IIT Kanpur DAA
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार. (फाइल फोटो- PTI)
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रिदम कुमार
25 सितंबर 2025 (Updated: 25 सितंबर 2025, 11:28 AM IST)
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IIT कानपुर ने भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार (CEC Gyanesh Kumar) को ‘विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार’ (Distinguished Alumni Award- DAA) देने का एलान किया है. यह अवॉर्ड इंस्टीट्यूट की ओर से दिए जाने वाला सबसे बड़ा सम्मान है. यह अवॉर्ड उन पूर्व छात्रों को दिया जाता है, जिन्होंने अपनी फील्ड में अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल की हों. कुमार को यह अवॉर्ड 2 नवंबर 2025 को संस्थान के 66वें स्थापना दिवस के मौके पर दिया जाएगा.

IIT कानपुर के डायरेक्टर मणीन्द्र अग्रवाल ने बताया कि बोर्ड ऑफ गवर्नर्स ने सर्वसम्मति से ज्ञानेश कुमार को 2025 के लिए इस सम्मान के लिए चुना है. यह सम्मान उनकी अद्भुत उपलब्धियों और समाज के प्रति उनके काम को ध्यान में रखकर दिया जा रहा है. 

अग्रवाल ने एक पत्र में कहा कि संस्थान को अपने पूर्व छात्र पर गर्व है. उन्होंने विश्वास जताया कि ज्ञानेश कुमार भविष्य में भी समाज और देश की सेवा में उत्कृष्ट कार्य करते रहेंगे. यह सम्मान न सिर्फ उनके लिए बल्कि पूरे संस्थान और उनके बैच के लिए गर्व का विषय है.

IIT Kanpur
IIT कानपुर का ज्ञानेश कुमार को पत्र. 

2 नवंबर को अवॉर्ड कार्यक्रम का संचालन डीन ऑफ रिसोर्सेज एंड एलुमनाई प्रो. अमेय करकरे करेंगे. IIT कानपुर  ने साल 1969 में Distinguished Alumni Award की शुरुआत की थी. Infosys के को-फाउंडर एन. आर. नारायण मूर्ति और पूर्व ISRO चेयरमैन के. राधाकृष्णन जैसे लोगों को यह अवॉर्ड मिल चुका है.

बता दें कि ज्ञानेश कुमार ने साल 1985 में IIT कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में ग्रैजुएशन किया था. इसके बाद उन्होंने सिविल सर्विसेज में कदम रखा और IAS बने. बतौर IAS उन्होंने अलग-अलग पदों पर काम किया. कहा जाता है कि अपने लंबे प्रशासनिक करियर के दौरान उन्होंने न सिर्फ नीति निर्माण में अहम योगदान दिया बल्कि पारदर्शिता और सुशासन को भी बढ़ावा दिया.

ज्ञानेश कुमार मार्च 2024 से चुनाव आयोग में अपनी सेवाएं दे रहे थे. इसके बाद 18 फरवरी को उन्हें देश का मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया. उनका कार्यकाल 26 जनवरी 2029 तक जारी रहेगा. दावा है कि इस पद पर रहते हुए उन्होंने चुनाव आयोग के कामकाज को मजबूती दी.

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