'कॉल ऑफ़ ड्यूटी' के डेवलपर विंस ज़म्पेला का कार एक्सीडेंट में निधन, ये गेम इतना लोकप्रिय कैसे हुआ?
मशहूर गेम 'कॉल ऑफ़ ड्यूटी' (Call of Duty) के निर्माता विंस ज़म्पेला (Vince Zampella) की 55 की आयु में एक कार एक्सीडेंट में उनकी मृत्यु हो गई. उन्होंने कई पॉपुलर Games दिए जिनमें 'टाइटनफॉल', 'एपेक्स लीजेंड्स' और 'स्टार वॉर जेडी' शामिल हैं.

ऑनलाइन गेम्स जैसे ‘कॉल ऑफ़ ड्यूटी’ (Call of Duty) और ‘एपेक्स लीजेंड्स’ (Apex Legends) के निर्माता कहे जाने वाले विंस ज़म्पेला (Vince Zampella) का एक कार एक्सीडेंट में निधन हो गया. 55 साल के विंस ने ऑनलाइन गेमिंग की दुनिया में अपनी गहरी छाप छोड़ी है. उन्होंने कई लाइव ई स्पोर्ट्स (E-Sports) और एक्शन गेम को जन्म दिया है. इनमें सबसे ज़्यादा लोकप्रिय 'कॉल ऑफ़ ड्यूटी' रहा है.
विंस की मृत्यु की पुष्टि उनकी कंपनी ने X पर पोस्ट करते हुए की. ख़बर पुख्ता तब हुई जब इलेक्ट्रॉनिक आर्ट्स (EA) ने इसे रिपोस्ट किया. कैलिफ़ोर्निया स्थित इलेक्ट्रॉनिक आर्ट्स एक ई स्पोर्ट्स कंपनी है जिसके अंदर विंस की कंपनी रीस्पॉन (Respawn) भी आती है. कंपनी ने पोस्ट करते हुए लिखा, “वीडियो गेम इंडस्ट्री में विंस का काम अविश्वसनीय है. उसके काम का लाभ बहुत लोगों को मिला है. ”
कैसे हुई विंस की मृत्यु?लाइव मिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, 22 दिसंबर की देर रात को विंस अपनी गाड़ी फेरारी से नॉर्थ लॉस एंजेलिस (Los Angeles) की ओर जा रहे थे. एक सुरंग को पार करते ही उनकी गाड़ी वहां एक कंक्रीट से जा लड़ी. जिसके बाद गाड़ी ने तुरंत आग पकड़ लिया. विंस की मौके पर ही मौत हो गई. उनके साथ एक सवारी भी थी, लेकिन हॉस्पिटल पहुंचने के बाद उनकी भी मृत्यु हो गई.
विंस ज़म्पेला- करियरविंस सबसे ज़्यादा मशहूर 'कॉल ऑफ़ ड्यूटी' के लिए रहे. लेकिन बाद में उन्होंने रीस्पॉन एंटरटेनमेंट के नाम से स्टूडियो खोला जिसने बाकी ऑनलाइन गेम्स दिए. इनमें ‘टाइटनफॉल’, ‘एपेक्स लीजेंड्स’ और ‘स्टार वॉर जेडी’ शामिल हैं. विंस ने गेमिंग दुनिया में पहली बार अपना कदम 1990 के दशक में रखा था. साल 2002 में इंफिनिटी वॉर्ड नाम का स्टूडियो खोला और 2003 में कॉल ऑफ़ ड्यूटी लॉन्च कर दिया. बाद में इस स्टूडियो को एक्टिवीजन ने खरीद लिया.
विंस ने 2010 में एक्टिवीजन छोड़कर दोबारा एक नया स्टूडियो खोला. इसका नाम रखा रीस्पॉन जिसे आगे चलकर 2017 में इलेक्ट्रॉनिक आर्ट्स ने खरीद लिया. EA में आने के बाद विंस की एक ग्लोबल इमेज बननी शुरू हुई. जिसमें वो खुद को मॉडर्न फर्स्ट पर्सन शूटिंग गेम्स (modern first person shooting games) में खुद को लीडर की तरह पेश करने लगे. उन्होंने गेम में मल्टीप्लयेर का कॉन्सेप्ट लाया जो आगे चलकर ई स्पोर्ट्स का नींव बनी. उन्होंने गेम में लगन, स्पर्धा और जूनून का ऐसा मिश्रण तैयार किया जो लोगों की ज़हन में बैठ गया. शायद इसीलिए भारत में भी ‘कॉल ऑफ़ ड्यूटी’ आज तक इतना पॉपुलर है.
कॉल ऑफ़ ड्यूटी लोकप्रिय क्यों?विंस ने जब 2003 में 'कॉल ऑफ़ ड्यूटी' लॉन्च किया तो इसकी भूमिका ऐसी गढ़ी कि सबकी नज़रों में आ गई. उन्होंने इस गेम को ‘वर्ल्ड वॉर 2’ की पृष्टभूमि के आधार पर तैयार किया, बजाय सीधे तौर पर मॉडर्न शूटिंग तकनीक अपनाने के. उन्होंने धीरे-धीरे गेम को अपग्रेड किया. मॉडर्न हथियार लाने शुरू किए. फ्यूचर सोल्जर का कॉन्सेप्ट भी रखा. विंस ने धीर-धीरे गेम में जटिलता बढ़ानी शुरू की जिससे ये रोचक बनता गया. इस गेम को मोबाइल और पीसी (कंप्यूटर) दोनों में खेला जा सकता है. ये इतना लोकप्रिय हुआ कि अब तक 500 मिलियन से ज़्यादा ‘कॉल ऑफ़ ड्यूटी’ की कॉपी बिकीं. यानी इस गेम ने पैसा और पैशन दोनों दिए. एक्टिवीजन के अनुसार ये गेम लोगों पर बहुत प्रभावी रहा.
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