BJP विधायक रविंदर सिंह नेगी यमुना में गिरे, साफ पानी होने का वीडियो बनवा रहे थे
AAP का आरोप है कि बीजेपी फर्जी घाट बना रही है, जबकि असल में प्रदूषण वैसा ही है.

दिल्ली में यमुना नदी की सफाई को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच सियासत तेज हो चुकी है. छठ पूजा के ठीक पहले, 26 अक्टूबर को एक वीडियो वायरल हुआ. जिसमें पटपड़गंज से बीजेपी विधायक रविंदर सिंह नेगी यमुना के पानी को साफ बताते हुए किनारे-किनारे रील बना रहे थे. तभी अचानक वो फिसलकर नदी में गिर पड़े. जिसके बाद विपक्ष ने इसे ‘जुमलेबाजी’ करार दिया.
दरअसल, 19 सेकंड का ये वीडियो बुराड़ी से AAP विधायक संजीव झा ने X पर शेयर किया. वीडियो में विधायक रविंदर सिंह नेगी नदी किनारे घुटनों पर बैठे हैं, दो बोतलें हाथ में लिए. शायद साफ पानी का नमूना दिखाने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन जैसे ही वो उठने लगे, पैर फिसला और पानी में पहुंच गए. पास खड़ा एक आदमी उन्हें बचाने दौड़ा, लेकिन नाकाम रहा. अंत में नेगी बांस को पकड़कर बाहर निकले.
वीडियो शेयर करते हुए संजीव झा ने लिखा,
“ये हैं भाजपा के विधायक रविंदर नेगी जी. जिन्होंने झूठ की पराकाष्ठा को भी पार कर दिया है. जुमलेबाजी अब इनका पेशा बन चुका है. शायद इसी झूठ और दिखावे की राजनीति से तंग आकर यमुना मैया ने खुद इन्हें अपने पास बुला लिया.”
इस घटना से पहले भी यमुना विवाद गरमाया था. शुक्रवार, 24 अक्टूबर को AAP के दिल्ली प्रमुख सौरभ भारद्वाज मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के घर पहुंचे थे. उनके हाथ में यमुना के गंदे पानी से भरी एक बोतल थी. भारद्वाज ने उस दौरान कहा,
"ये दिल्ली वाली यमुना का पानी है. अगर सीएम कहती हैं कि नदी साफ है, तो इसे पिएं."
AAP का आरोप है कि बीजेपी फर्जी घाट बना रही है, जबकि असल में प्रदूषण वैसा ही है.
वहीं, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने AAP के आरोपों को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के प्रशासन को यमुना की स्थिति में ‘ऐतिहासिक सुधार’ का श्रेय दिया. उन्होंने कहा कि यमुना में घुली हुई ऑक्सीजन का स्तर अब 4.5 से 5.5 के बीच है. और PH लेवल 7.5 है, जो सामान्य के करीब है. उन्होंने ये भी बताया कि पानी में कोई दुर्गंध नहीं है. ये रेखा गुप्ता सरकार के निरंतर प्रयासों का परिणाम है.
वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: यमुना का पानी साफ नहीं, तो प्रधानमंत्री के लिए कैसे बना घाट?


