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कन्हैया कुमार के जाते ही धोया गया मंदिर! कांग्रेस बोली- जो भाजपा का नहीं, वो 'अछूत' है?

कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने बिहार में एक मंदिर में पूजा की जिसके बाद मंदिर को कथित तौर पर धोया गया. इसे लेकर सियासी बवाल खड़ा हो गया. भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे से भिड़ गए हैं.

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Kanhaiya kumar
कन्हैया कुमार
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राघवेंद्र शुक्ला
28 मार्च 2025 (Updated: 28 मार्च 2025, 08:46 AM IST) कॉमेंट्स
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कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) बिहार में एक मंदिर में पूजा करने गए थे. यहां से उन्होंने भाषण भी दिया. पूजा करने के बाद जब कन्हैया कुमार वापस गए तब कथित तौर पर मंदिर (Bihar Temple Wash After Kanhaiya Visit) को धोया गया. इसे लेकर अब कांग्रेस और भाजपा (BJP Vs Congress) आमने-सामने आ गए हैं. कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोला है और कहा है कि यह परशुराम भगवान का अपमान है. वहीं, भाजपा ने आरोपों को खारिज किया है. कन्हैया कुमार पर निशाना साधते हुए भाजपा ने कहा कि मंदिर का धोया जाना बताता है कि कन्हैया कुमार की राजनीति को जनता ने नामंजूर कर दिया है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कन्हैया कुमार बिहार के सहरसा जिले के बनगांव में अपनी 'पलायन रोको, नौकरी दो' यात्रा के दौरान पहुंचे थे. यहां एक दुर्गा मंदिर है, जहां उन्होंने दर्शन और पूजन किया. कन्हैया कुमार ने यहां भाषण भी दिया था. उनके जाने के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ. इसमें कुछ लोगों को उस मंदिर को धोते हुए देखा गया. वीडियो सामने आने के बाद सियासी हलकों में विवाद खड़ा हो गया. कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का खेल शुरू हो गया.

कांग्रेस प्रवक्ता ज्ञान रंजन गुप्ता ने कहा, 

हम ये जानना चाहते हैं कि क्या सिर्फ आरएसएस और बीजेपी के समर्थक ही धार्मिक हैं. बाकी लोग अछूत हैं? इस कृत्य से भगवान परशुराम के वंशजों का अपमान हुआ है. क्या हम एक नए 'अल्ट्रा- संस्कृतिकरण' के दौर में प्रवेश कर चुके हैं, जहां गैर-बीजेपी दलों और उनके समर्थकों को अछूत समझा जाएगा? 

बीजेपी ने भी कांग्रेस के बयान पर पलटवार किया. पार्टी के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा, 

सबसे पहले हमें यह देखना चाहिए कि मंदिर धोने वाले लोग कौन थे? और अगर सच में कन्हैया कुमार के जाने के बाद मंदिर को धोया गया, तो यह बताता है कि जनता उनकी राजनीति को पूरी तरह से अस्वीकार कर चुकी है.

क्या बोले गांव के लोग

वहीं गांव वालों का कहना है कि मंदिर में किसी की एंट्री पर रोक नहीं है. हर जाति और समुदाय के लोगों को मंदिर में प्रवेश मिलता है. कन्हैया के जाने के बाद मंदिर धोने का काम कुछ शरारती तत्वों ने किया है. मंदिर में कभी जातिगत भेदभाव नहीं किया जाता. बता दें कि कन्हैया कुमार भूमिहार समुदाय से आते हैं. चुनाव के मद्देनजर बिहार में कांग्रेस ‘पलायन रोको और नौकरी दो’ यात्रा कर रही है. कन्हैया इन दिनों रैली का चेहरा बने हुए हैं. 

वीडियो: Kunal Kamra VS Eknath Shinde controversy के मामले में विदेशी मीडिया ने क्या लिखा?

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