अभ्यर्थियों को 'छोड़कर भागने' पर बोले प्रशांत किशोर, 'हजारों करोड़ की सौदेबाजी' का भी दावा
Bihar के Patna में छात्रों ने 29 दिसंबर को BPSC एग्जाम को रद्द करने की मांग को लेकर मार्च निकाला था. इस दौरान प्रशांत किशोर भी छात्रों के साथ थे. आरोप है कि पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो वो छात्रों को बीच प्रोटेस्ट छोड़ कर निकल गए थे. अब प्रशांत किशोर ने इस पर सफाई दी है.

BPSC अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज के बाद बिहार में सियासत तेज हो गई है. जनसुराज के नेता प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने प्रोटेस्ट के बीच से भाग जाने के आरोप को लेकर सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि वो भागे 'नहीं' थे, बल्कि राज्य के मुख्य सचिव से 'बातचीत का आश्वासन’ मिलने के बाद गांधी मैदान लौट गए थे.
प्रशांत किशोर ने 30 दिसंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि अगर 2 जनवरी तक छात्रों की मांगें नहीं मानी गईं, तो वो अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठेंगे. छात्रों पर लाठीचार्ज के सवाल पर प्रशांत किशोर ने बताया कि जब तक वो खड़े रहे तब तक छात्रों पर लाठीचार्ज नहीं हुआ था. प्रशांत का दावा है कि उनके वहां से हटने के 45 मिनट बाद छात्रों पर लाठी चलाई गई.
प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव के आरोपों पर भी जवाब दिया है. बोले,
“तेजस्वी यादव जी जनसुराज और राजद की लड़ाई चलती रहेगी. लेकिन अभी बच्चों के भविष्य पर राजनीति मत कीजिए. अगर प्रशांत किशोर भाग गया तो तेजस्वी यादव गर्दनीबाग क्यों नहीं गए? लाठीचार्ज में घायल बच्चों से मिलने अस्पताल क्यों नहीं गए?”
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि जब आंदोलन शुरू हुआ था तब तेजस्वी यादव बच्चों से मिलने गए थे. जनसुराज के नेता ने सवाल किया कि तेजस्वी विपक्ष के नेता हैं, तो वही आंदोलन का नेतृत्व क्यों नहीं कर रहे हैं. प्रशांत ने ये भी कहा कि अगर तेजस्वी आंदोलन में शामिल होते हैं वो उनके पीछे चलने को तैयार हैं.
इसके अलावा गर्दनीबाग में अभ्यर्थियों के विरोध के सवाल पर प्रशांत किशोर ने कहा,
“बच्चों पर लाठीचार्ज के बाद जब मैं गर्दनीबाग गया तो वहां कांग्रेस के दो टटपुंजिये नेता बैठे हुए थे. उन्होंने मेरा विरोध किया. इसके बावजूद मैं चार बजे तक वहां बैठा रहा. वहां मौजूद बाकी अभ्यर्थियों ने मुझसे माफी मांगी.”
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि कोई अभ्यर्थी उनको गाली भी दे, फिर भी उनको कोई शिकायत नहीं है. और अगर उनकी ओर से कोई गलती हुई है तो उसमें सुधार करेंगे.
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान प्रशांत किशोर ने बिहार लोक सेवा आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि सुनने में आया है कि इस परीक्षा के लिए 'हजारों करोड़ की सौदेबाजी' हुई है. आधे से ज्यादा पोस्ट पहले से ही ‘बेच’ दिए गए हैं. इसलिए सरकार री-एग्जाम नहीं कराना चाहती. हालांकि उन्होंने ये भी कहा फिलहाल उनके पास इसके सबूत नहीं हैं.
वीडियो: BPSC स्टूडेंट्स पर फिर हुआ लाठीचार्ज, प्रशांत किशोर ने क्या बात कही?