डोभाल-रहमान की मुलाकात हुई, हसीना पर चर्चा हुई कि नहीं? ढाका-Delhi दोनों खामोश
बांग्लादेश के NSA और भारत के NSA के बीच यह मीटिंग कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव (CSC) के NSA की 7वीं मीटिंग के मौके पर हुई. रहमान इस मीट के लिए बांग्लादेश डेलीगेशन को लीड कर रहे हैं. वहीं, NSA डोभाल दिल्ली में CSC के सदस्य देशों के अपने समकक्षों की मेजबानी कर रहे हैं.

दिल्ली में मंगलवार 18 नवंबर को एक ऐसी मुलाकात हुई, जिस पर सबकी नजर थी. बांग्लादेश के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA) खलीलुर रहमान भारत आए और यहां उन्होंने भारतीय NSA अजीत डोभाल से मुलाकात की. अब ये मुलाकात यूं ही नहीं थी. बैकग्राउंड में बड़ा मसला चल रहा है. शेख हसीना का प्रत्यर्पण. बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री पिछले साल हालात बिगड़ने के बाद से भारत में हैं. ढाका कई बार उन्हें वापस भेजने की मांग कर चुका है. लेकिन भारत ने अभी तक इस पर कोई हरकत नहीं की है.
इधर बांग्लादेश की अदालत ने हाल में हसीना को मौत की सजा सुना दी. इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया. ऐसे में जब रहमान और डोभाल की बैठक फिक्स हुई, तो लोगों को लगा कि ढाका इस बार फिर हसीना का मुद्दा दबाव बनाकर उठाएगा. लेकिन… हुआ क्या. किसी को नहीं पता.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट कहती हैं कि ये मुलाकात कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव (CSC) की 7वीं NSA मीटिंग के दौरान हुई. रहमान बांग्लादेश डेलीगेशन को लीड कर रहे हैं और डोभाल इस बड़े रीजनल सिक्योरिटी फोरम की दिल्ली में मेजबानी कर रहे हैं.
लेकिन हसीना वाले मुद्दे पर दोनों तरफ से खामोशी. चर्चा हुई या नहीं, किसी ने साफ नहीं बताया.
बांग्लादेश हाईकमीशन ने एक सिंपल स्टेटमेंट जारी किया. बस इतना कि,
“कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव (CSC) की सातवीं NSA-लेवल मीटिंग में बांग्लादेश के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर डॉ. खलीलुर रहमान ने दिल्ली में भारत के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल और उनकी टीम से मुलाकात की. दोनों के बीच काम और मुख्य द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुई. रहमान ने डोभाल को बांग्लादेश आने का न्योता भी दिया.”
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा,
ये CSC क्या है?“कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव (CSC) के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर्स (NSAs) की 7वीं मीटिंग 20 नवंबर को नई दिल्ली में होगी. NSA अजीत डोभाल मालदीव, मॉरीशस, श्रीलंका और बांग्लादेश समेत सदस्य देशों के अपने समकक्षों की मेजबानी करेंगे. सेशेल्स एक ऑब्जर्वर स्टेट के तौर पर हिस्सा लेगा. मलेशिया को गेस्ट के तौर पर बुलाया गया है.”
CSC यानी कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव, हिंद महासागर के देशों का सिक्योरिटी ग्रुप. इसका मकसद है- रीजनल सिक्योरिटी बढ़ाना और सदस्य देशों के बीच इंटेलिजेंस-सिक्योरिटी कोऑपरेशन मजबूत करना. पिछली बड़ी बैठक दिसंबर 2023 में मॉरीशस में हुई थी.
अगस्त 2024 में सदस्य देशों ने श्रीलंका में इसके फाउंडिंग डॉक्यूमेंट पर हस्ताक्षर किए.
कुल मिलाकर कहानी ये हैदिल्ली में बड़ी मीटिंग हुई. बड़ा मुद्दा पेंडिंग है. चर्चा हुई या नहीं, दोनों देश चुप. और यही चुप्पी सबसे ज्यादा बताती है कि मामला कितना संवेदनशील है.
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