अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर का प्रसाद जांच में फेल! लड्डू और घी में मिलावट, जानें कैसे श्रद्धालु बन रहे शिकार
Hanuman Garhi Prasad: फूड डिपार्टमेंट की जांच में यह भी सामने आया कि कुछ दुकानदार प्रसाद में कृत्रिम रंग मिला रहे हैं. फूड सेफ्टी अधिकारियों ने सख्त निर्देश दिए हैं कि प्रसाद में किसी भी तरह का रंग न मिलाया जाए. ऐसे मामलों में कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.

अयोध्या के प्रसिद्ध मंदिर हनुमानगढ़ी में मिलने वाला प्रसाद का सैंपल जांच में फेल हो गया है. खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने श्रद्धालुओं को ओर से चढ़ाए जाने लड्डू की जांच थी. जांच में लड्डू, बेसन और घी की क्वॉलिटी मानकों पर खरी नहीं उतरी. जांच में यह भी सामने आया कि कुछ दुकानदार प्रसाद में आर्टिफिशियल रंग मिला रहे थे. नवरात्रि और दीपावली को देखते हुए खाद्य विभाग ने ये छापेमारी की है.
अयोध्या के सहायक खाद्य आयुक्त मानिक चंद्र सिंह ने बताया कि विभाग ने 31 दुकानों से नमूने लिए थे. इनमें से तीन प्रमुख सैंपल लड्डू, बेसन और देसी घी फेल पाए गए हैं. इन उत्पादों की क्वॉलिटी संतोषजनक नहीं रही. देसी घी में रेंसिडिटी (बासीपन की मात्रा) अधिक पाई गई.
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, खाद्य विभाग की जांच में यह भी सामने आया कि कुछ दुकानदार प्रसाद में कृत्रिम रंग मिला रहे हैं. फूड सेफ्टी अधिकारियों ने सख्त निर्देश दिए हैं कि प्रसाद में किसी भी तरह का रंग न मिलाया जाए. ऐसे मामलों में कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.
इसी साल जुलाई के महीने में मंदिर प्रशासन की ओर से एक सर्कुलर जारी किया था. इसमें कहा गया था लड्डू बेचने वाले अब डिब्बे पर दुकान का नाम, फोन नंबर लिखेंगे. मंदिर में सिर्फ शुद्ध देसी घी से बने प्रसाद का ही भोग लगेगा. ये आदेश कुछ प्रसाद में मिलावट की शिकायत मिलने के बाद जारी किया गया था. लेकिन अब प्रसाद में मिलावट की समस्या कम होने की जगह बढ़ती जा रही है.
दूसरी तरफ हनुमानगढ़ी क्षेत्र के लड्डू व्यवसायी संजय गुप्ता और जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि उन्होंने फूड डिपार्टमेंट को जांच के लिए घी, बेसन और लड्डू के सैंपल दिए हैं. उनका दावा है कि वे ‘हाई-क्वॉलिटी’ के देसी घी और बेसन से ही लड्डू बनाते हैं. श्रद्धालुओं को शुद्ध और पवित्र प्रसाद देना हमारी जिम्मेदारी है. उन्होंने यह भी बताया कि प्रसाद की कीमत ₹400 से ₹500 प्रति किलो रखी गई है ताकि शुद्ध सामग्री का इस्तेमाल सुनिश्चित किया जा सके.
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं में से ज्यादातर लोग हनुमानगढ़ी जरूर जाते हैं. हनुमानगढ़ी को लेकर ऐसी मान्यता है कि हनुमानजी आज भी यहां वास करते हैं इसलिए जब तक इस मंदिर के दर्शन न करो, रामलला के दर्शन अधूरे हैं. इस मंदिर की स्थापना आज से 300 साल पहले हुई थी.
इस बीच सहायक आयुक्त मानिक ने यह भी साफ किया कि आने वाले त्योहारों जैसे दीपावली को ध्यान में रखते हुए अब विभाग और सख्ती बरतेगा. टीम की ओर से अयोध्या के बाजारों में खोया, पनीर, बेसन और अन्य फूड आइटम्स की निगरानी की जा रही है ताकि नकली और मिलावटी उत्पादों की बिक्री पर लगाम लगाई जा सके.
वीडियो: तिरुपति के बाद अब वृंदावन में मिलने वाले प्रसाद पर उठे सवाल, जांच के लिए भेजे गए सैंपल