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साथी को बचाते हुए लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी ने दे दी जान, 6 महीने पहले ही कमीशन मिला था

Lieutenant Shashank Tiwari Dies: अयोध्या के रहने वाले लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी सिक्किम में शहीद हो गए. ऑपरेशनल गश्त के दौरान उनका एक साथी जवान नदी में गिर गया. वो उस साथी को तो मौत के मुंह से खींचकर बाहर निकाल लाए, लेकिन खुद जान गंवा बैठे.

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Young Lieutenant Shashank Tiwari dies
शशांक तिवारी सिक्किम स्काउट्स रेजिमेंट के लेफ्टिनेंट थे. (फ़ोटो- इंडिया टुडे)
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हरीश
24 मई 2025 (Published: 11:42 AM IST) कॉमेंट्स
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सिक्किम स्काउट्स रेजिमेंट के लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी (Lieutenant Shashank Tiwari) अपने एक साथी को बचाते हुए शहीद हो गए. उत्तरी सिक्किम में एक ऑपरेशनल टास्क के दौरान अग्निवीर स्टीफन सुब्बा (Agniveer Stephan Subba) का पैर फिसल गया था. शशांक उन्हें बचाने में तो सफल हो गए, लेकिन ख़ुद पानी के तेज बहाव में बह गए. आधे घंटे बाद उनका शव 800 मीटर दूर मिला.

शशांक तिवारी को मात्र छह महीने पहले 14 दिसंबर 2024 को कमीशन मिला था. 23 साल के शशांक तिवारी एक सामरिक ऑपरेटिंग बेस (TOB) की तरफ़ रूट ओपनिंग पैट्रोल को लीड कर रहे थे. ये TOB भविष्य की तैनाती के लिए तैयार की जा रही प्रमुख चौकी है.

इसी पैट्रोलिंग के दौरान गुरुवार, 22 मई की सुबह ये घटना घटी. पैट्रोलिंग टीम के एक सदस्य अग्निवीर स्टीफ़न सुब्बा एक लॉग ब्रिज को पार करते समय फिसल गए. इससे वो पहाड़ पर तेज़ बहती पानी की धारा में बहने लगे.

सेना के अधिकारियों का कहना है कि लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी ने बिना किसी हिचकिचाहट के सैनिक को बचाने के लिए पानी में छलांग लगा दी. एक अन्य ऑर्मी अफ़सर नायक पुकार कटेल भी मदद के लिए पानी में उतर गए. दोनों ने मिलकर अग्निवीर को सुरक्षित बाहर खींच लिया.

लेकिन इस दौरान लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी पानी की धारा में बह गए. पैट्रोलिंग टीम ने तुरंत बचाव की कोशिश की. लेकिन इसके बावजूद, लगभग आधे घंटे बाद उनका शव 800 मीटर नीचे की ओर मिला. सेना का कहना है कि लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी ने अपने कर्तव्य के दौरान बेहतरीन साहस और नेतृत्व का परिचय दिया.

सिलीगुड़ी में मौजूद 33वीं कोर (त्रिशक्ति कोर) ने एक बयान जारी किया. कहा, 

ऐसा न हो कि हम भूल जाएं. उनकी बहादुरी और कर्तव्य के प्रति उनका समर्पण आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा. इस दुख की घड़ी में भारतीय सेना लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी के परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है.

त्रिशक्ति कोर ने ये भी बताया कि वीर जवान के पार्थिव शरीर को उनके गृहनगर ले जाया गया है. उससे पहले, त्रिशक्ति कोर के जनरल ऑफ़िसर कमांडिंग (GOC) लेफ्टिनेंट जनरल जुबिन ए मिनवाला ने बेंगडुबी सैन्य स्टेशन पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की. लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी यूपी के अयोध्या जिले के रहने वाले थे, परिवार में उनके माता-पिता और एक बहन हैं.

वीडियो: ऑपरेशन सिंदूर में शहीद हुए 8 भारतीयों की कहानी

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