द्रक्षारामम मंदिर का प्राचीन शिवलिंग किसने तोड़ा?
Andhra Pradesh CM Chandrababu Naidu ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए दोषियों की पहचान कर सख्त सजा देने के आदेश दिए हैं. उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि उन्हें जांच के अपडेट समय-समय पर दिए जाएं.

आंध्र प्रदेश के डॉ. बीआर आंबेडकर कोनासीमा जिले के प्रसिद्ध द्रक्षारामम भीमेश्वर स्वामी मंदिर में एक प्राचीन शिवलिंग कथित तौर पर तोड़ दिया गया. यह घटना मूककोटि एकादशी के पावन अवसर पर हुई. आरोप है कि कुछ अज्ञात लोगों ने मंदिर परिसर के कपिलेश्वर घाट पर स्थित प्राचीन शिवलिंग को नुकसान पहुंचाया. यह शिवलिंग सप्त गोदावरी नदी के किनारे और भीमेश्वर स्वामी मंदिर के पीछे मौजूद है.
शिवलिंग को नुकसान पहुंचने की जानकारी मंगलवार, 30 दिसंबर की सुबह हुई. इसे लेकर श्रद्धालु और स्थानीय लोग काफी गुस्सा हैं. इंडिया टुडे से जुड़ीं अपूर्वा जयचंद्रन की रिपोर्ट के मुताबिक, लोगों का कहना है कि द्रक्षारामम पांचाराम क्षेत्रों में से एक है और यहां करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था जुड़ी हुई है. उनका कहना है कि ऐसे पवित्र स्थान पर इस तरह की हरकत से धार्मिक भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची है.
शिवलिंग तोड़ने के पीछे किसका हाथ है, ये अभी तक साफ पता नहीं चला है. स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से तुरंत दखल देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि दोषियों की पहचान जल्द से जल्द की जाए और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो. उन्होंने आगे ऐसी घटनाएं ना हों, इसके लिए सभी धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों पर सुरक्षा और निगरानी बढ़ाने की भी मांग की है.
इस बीच आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने शिवलिंग तोड़े जाने का संज्ञान लिया है. मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया,
"मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आंबेडकर कोनासीमा जिले के द्रक्षारामम में अज्ञात लोगों द्वारा शिवलिंग को नुकसान पहुंचाने की घटना के बारे में जानकारी लेने के लिए धार्मिक बंदोबस्ती मंत्री अनम रामनारायण रेड्डी से बात की. अनम रामनारायण रेड्डी ने मुख्यमंत्री को बताया कि उन्होंने शिवलिंग को नुकसान पहुंचाने की घटना के बारे में जिले के एसपी, कलेक्टर और जिले के मंत्री से बात की है. उन्होंने बताया कि दोषियों की पहचान करने के लिए स्पेशल पुलिस टीमें बनाई गई हैं."
सीएम नायडू ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए दोषियों की पहचान कर सख्त सजा देने के आदेश दिए हैं. उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि उन्हें जांच के अपडेट समय-समय पर दिए जाएं. वहीं, प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
डॉ. आंबेडकर कोनासीमा के पुलिस अधीक्षक राहुल मीणा ने घटना की जानकारी देते हुए बताया,
"30 दिसंबर की सुबह करीब 7 बजे जब कुछ लोग पूजा-पाठ के लिए मंदिर के पीछे आए, तो उन्होंने देखा कि यहां का शिवलिंग टूटा हुआ है. उन्होंने तुरंत हमारे पुलिस अधिकारी को इसकी जानकारी दी. हमारे DSP और CI भी तुरंत मौके पर पहुंच गए. हमने चार टीमें बनाई हैं और आस-पास के इलाके के सभी CCTV फुटेज और दूसरे सबूतों की जांच कर रहे हैं. हम जल्द से जल्द दोषियों की पहचान करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं."
उन्होंने लोगों से अफवाह या गलत जानकारी ना फैलाने की अपील की. एसपी ने कहा कि मामले में सबूतों के आधार पर आरोपी की पहचान करेंगे और सख्त कार्रवाई करेंगे.
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