'राम के क्रोध' से पाकिस्तान को चेताया, रामचरितमानस की जो चौपाई एयर मार्शल ने पढ़ी उसका मतलब ये है
ऑपरेशन सिंदूर के संदेश के बारे में पूछे जाने पर एयर मार्शल ने तुलसीदास रचित रामचरितमानस की एक पंक्ति दोहराई. बिनय न मानत जलधि जड़. गए तीन दिन बीत. बोले राम सकोप तब, भय बिन होई न प्रीत'. एयर मार्शल ने कहा कि समझदार के लिए इशारा ही काफी है.
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