हिंसाग्रस्त मणिपुर गए राहुल गांधी को लोगों ने कहा 'वापस जाओ'? सच जानने यहां आओ
राहुल गांधी का एक वीडियो वायरल है जिसमें कुछ लोग हाथ में पोस्टर लिए उनके खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. पोस्टर पर लिखा है, ‘Go Back.’ इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा जा रहा कि मणिपुर में राहुल गांधी के खिलाफ नारे लगाए गए.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा नतीजे आने के बाद पहली बार पूर्वोत्तर राज्यों का दौरा किया. इस दौरान वे बाढ़ से प्रभावित असम और हिंसाग्रस्त मणिपुर गए. लोकसभा में नेता राहुल गांधी ने कुकी और मैतई दोनों समुदायों के लोगों से मुलाकात की. लेकिन इस बीच सोशल मीडिया पर राहुल का एक वीडियो वायरल है जिसमें कुछ लोग हाथ में पोस्टर लिए उनके खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. पोस्टर पर लिखा है, ‘Go Back.’ इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा जा रहा कि मणिपुर में राहुल गांधी के खिलाफ नारे लगाए गए.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर श्रीनिवास एम एन नाम के एक यूजर ने वायरल वीडियो को पोस्ट किया. जो उन्होंने लिखा, उसका हिंदी तर्जुमा है, "राहुल गांधी को उनके भड़काऊ बयान के कारण मणिपुर के लोगों ने वापस जाने को कहा, क्योंकि उनके भाषण से नए विवाद पैदा होने की आशंका थी. यह 8 जुलाई, 2024 का वीडियो है. इसलिए राहुल को वापस जाना पड़ा.”
कुछ इसी तरह के दावे अपने नाम के पीछे ‘भारत की बेटी’ लिखने वाली गायत्री ने भी किए. उन्होंने लिखा, “राहुल गांधी को उनके भड़काऊ भाषण के कारण मणिपुर से जाने को कहा गया.”
कई अन्य यूजर्स ने भी वीडियो को शेयर किए हैं, जिनके पोस्ट आप यहां और यहां देख सकते हैं.
पड़तालक्या राहुल गांधी के खिलाफ हो रही नारेबाजी का वीडियो उनके हालिया मणिपुर दौरे का है? इस बार सच्चाई जानने के लिए कोई खास मशक्कत नहीं करनी पड़ी. जिस एक्स पर यह दावा किया गया कि वीडियो हालिया मणिपुर के दौरै का है, उसी प्लेटफॉर्म पर हमने ‘Go Back Rahul’ लिखकर हल्का सा स्क्रॉल कर दिया. हमें ‘ANI’ के एक्स हैंडल से 21 जनवरी को किया गया ट्वीट मिला. इसमें राहुल का वही वीडियो मौजूद है जिसे मणिपुर का बताया जा रहा है. ANI के अनुसार, वीडियो असम के नागांव का है, जहां राहुल के खिलाफ लोगों ने ‘गो बैक’ और ‘अन्याय यात्रा’ के नारे लगाए.
अब इससे दो बात तो साफ हो गई हैं. एक, वीडियो राहुल के हलिया दौरे का नहीं है. लगभग 6 महीने पुराना है. दूसरा, वीडियो मणिपुर का न होकर असम का है.
अब यह भी जान लेते हैं मामला क्या था. 'Deccan Herald' की वेबसाइट पर 22 जनवरी, 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना अंबगान के एक रेस्टोरेंट में हुई थी जब राहुल गांधी कुछ अन्य नेताओं के साथ रात में रेस्ट करने के लिए रुके थे. वहां खड़ी एक भीड़ ने राहुल गांधी के खिलाफ नारे लगाए और पोस्टर लहराए जिसपर लिखा था ‘अन्याय यात्रा, रकीबुल गो बैक’. जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने राहुल गांधी और अन्य नेताओं को सुरक्षित रेस्टोरेंट बाहर निकाला.रकीबुल हुसैन सामागौरी से कांग्रेस के तत्कालीन विधायाक थे. वर्तमान में वे असम की धुबरी लोकसभा सीट से सांसद है.
इस पूरी घटना को आजतक, ABP News समेत कई अन्य मीडिया संस्थानों ने भी छापी थी.
बता दें, राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 14 जनवरी 2024 को मणिपुर के थोउबल से शुरू हुई थे. यह यात्रा देश के पूर्वी छोर से शुरू होकर पश्चिम में 20 मार्च को मुंबई में समाप्त हुई.
नतीजाकुल मिलाकर, राहुल गांधी के हालिया मणिपुर यात्रा के दौरान गो बैक के नारे लगाए जाने का दावा भ्रामक है. वायरल हो रहा वीडियो लगभग 6 महीने पुराना असम का है.
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वीडियो: तीसरी बार मणिपुर पहुंचे राहुल ने मणिपुर पर क्या बताया?