'बीच सड़क महिला को गोली मारी'- केजरीवाल के MLA ने मणिपुर बताकर वीडियो शेयर किया, लेकिन सच ये है
वीडियो असल में है कहां का?

मणिपुर में पिछले चार महिने से हिंसा हो रही है. दो समुदायों के बीच छिड़ी इस लड़ाई ने वीभत्स रूप ले लिया है और 19 जुलाई को सोशल मीडिया पर वायरल हुए कुछ वीडियोज़ से इसके सबूत देखने को मिले. महिलाओं के यौन उत्पीड़न के वीडियोज़ सामने आने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा,
‘आपने तो सिर्फ एक वीडियो देखा है. ऐसे कई वीडियोज़ हैं. ऐसी कई घटनाएं हुई हैं. इंटरनेट बंद है इसलिए ये सब सामने नहीं आ रहा.’
हालांकि, सब दबा हुआ नहीं है. पिछले दो दिन में कांगपोकपी के उस घिनौने वीडियो के अलावा कई और वीडियोज़ वायरल हुए. इनमें से ही एक वीडियो आम आदमी पार्टी के विधायक चैतर वसावा की ट्विटर टाइमलाइन पर देखने को मिला. इस वीडियो में भी दिल-दहलाने वाला दृष्य है. एक महिला है. उसे सड़क पर घुटने के बल खड़ा किया गया है. उसके हाथ उसके सिर के पीछे हैं. कुछ लोग उसे लात मार रहे हैं. आसपास से लोग बाइक पर ऐसे गुजर रहे हैं, जैसे उन्हें कुछ नज़र ही नहीं आ रहा.
थोड़ी देर के बाद इस महिला को गोली मार दी जाती है. वो सड़क पर गिर जाती है. इसके बाद उसपर और भी गोलियां दागी जाती हैं. चैतर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा,
‘ग्राउंड पर ऐसे हजारों केस है. इसीलिए तो 2 महीने से इंटरनेट बंद है वहां. सोच भी नहीं सकते कितना दर्दनाक हादसा हुआ होगा!’
मणिपुर का CM कह रहा है ऐसे हजारों मामलों को दबा दिया गया है!
इसका मतलब दंगाइयों को भाजपा सरकार का खुल्ला समर्थन है!'
विधायक जी ने इस वीडियो को मणिपुर में हो रही हिंसा से जोड़ दिया. और कई लोगों ने इसे सच मानकर रीट्वीट भी कर दिया.
इतना ही नहीं, 'आमार असम' नाम के एक अखबार ने इस महिला की तस्वीर भी लगा दी. और इसके साथ असामिया भाषा में जो हेडिंग दी, उसका मोटा-मोटा मतलब है 'मणिपुर तबाह हो चुका है.'
इतनी वीभत्स घटना हो, और कोई मीडिया संस्थान इसकी पुष्टि ना करे, ऐसा कम ही होता है. हमारे दिमाग की बत्ती जली. हमने पड़ताल शुरू की. गूगल लेन्स पर एक सर्च से ही साफ हो गया कि ये फोटो लंबे समय से इंटरनेट पर तैरती रही है. 'द इरावती' नाम की वेबसाइट पर 6 दिसंबर 2022 को एक रिपोर्ट छपी थी. इसमें इस घटना का वर्णन है. तस्वीर भी वही लगाई हुई है.
रिपोर्ट के मुताबिक ये घटना मणिपुर की नहीं, बल्कि म्यांमार सगाइंग क्षेत्र के तमु टाउनशिप की है. 9 दिसंबर 2022 को ऐसी ही रिपोर्ट बर्मा न्यूज़ इंटरनेशनल में छपी. इसमें महिला की पहचान आय मार तुन के तौर पर किया गया. बताया गया कि महिला ने सिविल डिफेंस मूवमेंट में हिस्सा नहीं लिया था. इसी वजह से पीपल्स डिफेंस फोर्सेस ने इस महिला की हत्या कर दी. वीडियो में गोली मारने वाले लोग महिला को मिलिट्री इनफॉर्मेंट करार देना चाहते हैं, पर वो इसे क़ुबूल नहीं करती है. मिज़िमा नाम की वेबसाइट ने 8 दिसंबर को ऐसी ही रिपोर्ट पब्लिश की थी. म्यांमार नाउ ने भी इस घटना पर रिपोर्ट छापी थी.
बता दें, इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक आप के विधायक ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया था. हालांकि, द लल्लनटॉप के पास चैतर वसावा के ट्वीट का स्क्रीनशॉट है.
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