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पड़ताल : क्या जय श्रीराम का नारा नहीं लगाने पर मुस्लिम लड़के को आग लगा दी गई?

सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल हुआ, तो पुलिस ने बताई हकीकत.

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सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि लड़के ने जय श्रीराम का नारा नहीं लगाया, तो भीड़ ने लड़को को आग लगा दी.
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अविनाश
29 जुलाई 2019 (Updated: 29 जुलाई 2019, 11:00 AM IST)
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जय श्रीराम नारे को लेकर सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है. इस मैसेज में दावा किया गया है कि जय श्रीराम का नारा लगाने से इन्कार करने पर एक नाबालिग को आग के हवाले कर दिया गया. नाबालिग का स्टेटमेंट अस्पताल के कैमरे में रिकॉर्ड किया गया है. कहा जा रहा है कि मामला चंदौली के सैयदराजा के वार्ड नंबर 12 का है, जहां खालिक अंसारी नाम के लड़के को जय श्रीराम का नारा न लगाने पर आग के हवाले कर दिया गया. देखिए क्या-क्या लिखा जा रहा है सोशल मीडिया पर- Tweet1Tweet2 Tweet3 और सोशल मीडिया पर लिखने वाले ये सारे अकाउंट नीले टिक वाले अकाउंट हैं यानी कि वेरीफाइड अकाउंट हैं. क्या है हकीकत? इसकी हकीकत भी सोशल मीडिया पर ही बताई गई है. चंदौली पुलिस ने ट्वीट कर इस मामले को झूठा बताया गया है. सुनिए क्या कहा है चंदौली के एसपी ने- इस वीडियो में एसपी का साफ तौर पर कहना है कि इस घटना को असामाजिक तत्व बेवजह तूल दे रहे हैं. एसपी ने बताया है-
'घटना 28 जुलाई, 2019 की सुबह की है. शुरुआती दौर में उसके घरवालों ने मनराजपुर गांव के यादवों का नाम बताया था. यादव शब्द का इस्तेमाल किया गया, जो एफआईआर में दर्ज है. इसके बाद उस लड़के ने सुनील नाम बताया. लड़ने ने तीन घटनास्थल बताए और तीनों घटनास्थल झूठे पाए गए. घटनास्थल चौथी जगह पाया गया. चश्मदीद दिनेश मौर्य एक हॉकर है. उसने बताया है कि घटना 28 जुलाई, 2019 की सुबह साढ़े चार बजे की है. लड़का चप्पल उतारकर मजार के अंदर गया और अंदर जाकर उसने खुद को आग लगा ली. आग लगाने के बाद जब वो सड़क पर दौड़ा तो दिनेश मौर्या ने उसे देखा था. वो अखबार लेने के लिए सैयदराजा जा रहा था. उसने इसे पागल समझा.'
चंदौली एसपी के मुताबिक-
'दिनेश मौर्या ने बताया कि उस वक्त घटनास्थल पर न तो कोई साइकल थी, न कोई मोटरसाइकल थी और न ही कोई बाहरी व्यक्ति था. घटना के वक्त वो अकेले था. दोपहर तक ये एक सामान्य घटना थी. दोपहर के बाद कुछ असामाजिक तत्वों ने लड़के को और उसकी मां को ये समझाया कि मामले में जय श्रीराम का नारा जोड़ देने से इस घटना को टीआरपी मिल सकती है और मीडिया इस पर बात कर सकता है. इसके बाद घटना को जय श्रीराम के नारे के साथ जोड़कर प्रसारित किया जाने लगा. ये बिल्कुल फर्जी कहानी है और इसका सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं है. कुछ लोग इसके जरिए सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं और पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है.'
क्या है नतीजा? दी लल्लनटॉप की पड़ताल में जय श्रीराम का नारा न लगाने की वजह से युवक को आग के हवाले करने की खबर गलत है. खुद चंदौली के एसपी ने इसकी पुष्टि की है. चंदौली पुलिस अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ ऐक्शन ले रही है. अगर आपके पास भी कोई ऐसी खबर है, जिसकी सच्चाई जानना चाहते हों, तो padtaalmail@gmail.com पर भेजिए. हम उसकी सच्चाई पता लगाएंगे और आपतक पहुंचाएंगे.

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