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पड़ताल: वलसाड के RM VM स्कूल में इतनी बेरहमी से बच्चों को पीटा गया?

लल्लनटॉप की एंटी फ़ेक न्यूज़ वर्कशॉप में ऑडियंस ने जानना चाहा इस ख़बर का सच.

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केरल के त्रिशूर जिले में रहने वाले सुधीर को एक ख़बर पर शक था. वो चाहते हैं कि लल्लनटॉप खबर की पड़ताल करे.
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रजत
19 अप्रैल 2019 (Updated: 19 अप्रैल 2019, 04:08 PM IST)
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'दी लल्लनटॉप' देश में चल रहे लोकसभा चुनावों की ग्राउंड से सीधी कवरेज आप तक पहुंचा रहा है. इसके अलावा फेसबुक के साथ मिलकर देश के अलग-अलग इलाकों में फ़ेक न्यूज़ से बचने के लिए वर्कशॉप भी कर रहा है. और लोगों से पूछ रहा है कि उन्हें किन ख़बरों पर फ़ेक होने का शक है. इस कड़ी में हमारी टीम पहुंची देश के दक्षिणी राज्य केरल में. यहां के त्रिशूर जिले में 'दी लल्लनटॉप' की रिपोर्टर स्वाति ने वर्कशॉप की. वर्कशॉप अटेंड कर रहे सुधीर को एक ख़बर पर शक था.
लल्लनटॉप की वर्कशॉप अटेंड करने वाले सुधीर(बाएं) वो वीडियो दिखा रहे हैं जिसे RM VM स्कूल वलसाड का बताया जा रहा है. दाईं तरफ दिख रही फोटो, उसी वीडियो का स्क्रीनशॉट है.
लल्लनटॉप की वर्कशॉप अटेंड करने वाले सुधीर(बाएं) वो वीडियो दिखा रहे हैं जिसे RM VM स्कूल वलसाड का बताया जा रहा है. दाईं तरफ दिख रही फोटो, उसी वीडियो का स्क्रीनशॉट है.

उन्होंने एक वीडियो दिखाया जिसमें एक शख़्स छोटे बच्चों को बेरहमी से पीटता दिख रहा है. सुधीर तक ये वीडियो वॉट्सऐप के ज़रिए पहुंचा था. सुधीर चाहते हैं कि 'दी लल्लनटॉप' इसकी ख़बर की पड़ताल करे और उन तक सच पहुंचाए. आइए, सबसे पहले आपको दावा बताते हैं. हम भाषा में किसी भी तरह का बदलाव नहीं कर रहे हैं, वायरल मैसेज को ज्यों का त्यों लिख रहे हैं. दावा वायरल मैसेज में लिखा है-
ये वलसाड के RM VM SCHOOL का टीचर है इसको इतना शेयर करो की ये टीचर और स्कूल दोनों बंद हो जाए। वीडियो वायरल होने से काफी फ़र्क पड़ता है ओर कार्यवाही होती है जिसे दया न आये वो अपना मुंह (टाइपिंग) बंद रखे 
इसके साथ एक वीडियो शेयर किया जा रहा.
सुधीर को वॉट्सऐप पर मिला ये वायरल वीडियो और मैसेज.
सुधीर को वॉट्सऐप पर मिला ये वायरल वीडियो और मैसेज.

वीडियो में एक शख़्स बेरहमी से बच्चों को पीटता दिख रहा है. इस वीडियो का RM VM SCHOOL, वलसाड से कोई संबंध है या नहीं. अगर नहीं है, तो ये वीडियो कहां का है. ये जानने के लिए हमने पड़ताल की.
पड़ताल सबसे पहले गूगल पर 'RM VM स्कूल वलसाड में बच्चों की पिटाई' सर्च किया.
#1. शुरूआत में ही 'दी लल्लनटॉप' की एक स्टोरी
का लिंक मिला. 'दी लल्लनटॉप' ने 12 जुलाई, 2018 को इसी घटना की सच्चाई पाठकों तक पहुंचाई थी. उस खबर में RM VM स्कूल के नाम पर कुछ और वायरल हो रहे वीडियोज़ की पड़ताल भी की गई थी.
दी लल्लनटॉप ने 2018 में इस खबर की सच्चाई बताई थी.
दी लल्लनटॉप ने 2018 में इस खबर की सच्चाई बताई थी.

#2. दी लल्लनटॉप ने इस बारे में स्कूल की प्रिंसिपल विजल कुमारी आई पटेल से बात की थी, तो उन्होंने कहा था कि स्कूल प्रबंधन को भी नहीं पता है कि ये वीडियो कैसे सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. प्रिंसिपल विजल ने बताया था-
पूरे वलसाड में आरएम वीएम स्कूल के 10 से ज्यादा ब्रांच हैं. हर साल हजारों बच्चे इन स्कूलों से पढ़कर निकल रहे हैं. अब इस स्कूल को बदनाम करने के लिए कौन ऐसा कर रहा है, पता नहीं लग पा रहा है.
#3. इस घटना को कई बड़ी न्यूज़ वेबसाइट्स ने पब्लिश किया था. डेली मेल और बीबीसी न्यूज़ ने भी रिपोर्ट
किया था. दोनों ने अपनी रिपोर्ट में साफ लिखा है कि ये वीडयो इजिप्ट यानी मिस्र का है. जो शख्स बच्चों को पीटता दिख रहा है उसका नाम है ओसामा मोहम्मद. ये एक आनाथालय का मैनेजर था. बच्चों की पिटाई करते वक्त ओसामा की पत्नी ने वीडियो बना लिया था. घटना सामने आने के बाद इस शख़्स को हिरासत में लिया गया था. मुकदमा चला और कोर्ट ने 3 साल की सज़ा दी थी.
डेली मेल और बीबीसी न्यूज़ ने इस पर विस्तार से खबर की थी.
डेली मेल और बीबीसी न्यूज़ ने इस पर विस्तार से खबर छापी थी.

#4. RM VM स्कूल, वलसाड ने अपनी वेबसाइट पर एक नोटिस लगा रखा था. जिसके मुताबिक ये वीडियो उनके स्कूल का नहीं है. न्यूज़ चैनल एबीपी ने भी इस घटना पर रिपोर्ट की थी. उनकी जांच में भी ये वीडियो RM VM स्कूल, वलसाड का नहीं पाया गया.
2018 में स्कूल ने अपनी वेबसाइट पर ये नोटिस छापा था.
2018 में स्कूल ने अपनी वेबसाइट पर ये नोटिस छापा था.

नतीजा दी लल्लनटॉप की पड़ताल में हमने पाया #1. ये वीडियो वलसाड छोड़िए, भारत का ही नहीं है. ये वीडयो मिस्र के एक अनाथालय का है. मार-पीट करने वाले पर केस हुआ था और कोर्ट ने 3 साल की सजा सुनाई थी. #2. ये घटना आजकल नहीं है. वायरल हो रहा वीडियो 2014 यानी 5 साल पुराना है.


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