बॉलीवुड और रीमेक की लव स्टोरी नई नहीं है. कोई फिल्म आई. जिसकी कहानी दर्शकों कोरट गई. गानों के बोल ऐसे कि तकिया कलाम बन गए. बस ऐसी ही फिल्म का कुछ सालों बादरीमेक आ जाता है. पुराने फ्लेवर में नया तड़का लगाने की कोशिश. कभी परिणाम अच्छे, तोकभी निराशाजनक. 90 के दशक से ताल्लुक रखने वालों के लिए गोविंदा की कई फिल्मेंयादगार रही हैं. डायलॉग्स पर सीटी बजती थी और गानों पे कदम झूमते थे. कुछ ऐसा ही थागोविंदा की फिल्मों का जादू. अब उसी जादू को रीक्रिएट करने की कोशिश की जा रही है.देखिए वीडियो.