'मैंने जो किया, खुलेआम किया' कहने वाली एक्ट्रेस शकीला की बायोपिक का ट्रेलर बोल्ड है, वल्गर नहीं
लॉकडाउन के बाद सबसे बड़ी रिलीज़ मिल रही है.
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ट्रेलर में ऋचा चड्ढा और पंकज त्रिपाठी को सबसे ज्यादा स्क्रीन स्पेस मिल है. फोटो - ट्रेलर
कहानी क्या है?
ट्रेलर की शुरुआत होती है बीते दौर की एक बहुत बड़ी ऐडल्ट फिल्म स्टार की डेथ से. नाम है 'सिल्क स्मिता'. विद्या बालन और इमरान हाशमी की फिल्म 'दी डर्टी पिक्चर' इन्हीं पर आधारित थी. मीडिया बताने में लगा है कि सिल्क के इस तरह जाने से इंडस्ट्री में खालीपन आ गया है. क्या कोई उनकी जगह ले पाएगा? अगर हां तो कौन? यहीं एंट्री होती है यंग शकीला की. अपने गांव में मछली पकड़ रही है. नॉर्मल लड़कियों की तरह स्कूल जा रही है. एक ही सपना है, बड़े होकर शादी करने का. अचानक, पिता की डेथ हो जाती है. जिस कारण शकीला को परिवार समेत शहर आना पड़ता है.

यंग शकीला जो बाकी लड़कियों जैसी लाइफ जीना चाहती है. फोटो - ट्रेलर
'इस शहर में अगर रहना है ना, तो मुझे सड़क पर बिकना होगा या तुझे पर्दे पर.'ट्रेलर में शकीला से कही गई ये बात, उनका फिल्मी सफर शुरू करती है. शकीला को अलग-अलग किरदारों में दिखाया जाता है. फिर आते हैं 'हीरो'. हीरो इसलिए कहा क्यूंकि हाथ से नहीं, लात से गेट खोलते हैं. ये हैं सलीम. आलम ऐसा है कि हाथ हिलाने भर से लोग दीवाने हो जाते हैं. एक सीन में हीरोइन को मॉडर्न ड्रेस पहनने से मना करते हैं. कहते हैं कि फैमिली फिल्म है. ठीक एक सीन बाद हीरोइन को अपनी वैन में अकेले आने को भी कहते हैं. उनका कैरेक्टर बताने के लिए जानकारी काफी थी. शकीला की भी इनसे मुलाकात होती है. साथ में फिल्म करते हैं.

शकीला और सलीम का पहला इन्ट्रोडक्शन. फोटो - ट्रेलर
धीरे-धीरे शकीला की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कमाल करने लगती हैं. सलीम उसपर खीज खाने लगता है. कारण शकीला की फिल्मों का हिट होना है या कुछ और, फिल्म में ही पता चलेगा. दिखाया जाता है कि शकीला की पॉपुलैरिटी भयंकर तरीके से बढ़ रही है. ऐसी कि उनकी फिल्मों को चाइनीज़, रशियन और इंग्लिश में रिलीज़ किया जा रहा है. पर जिस स्पीड से उनका सितारा ऊपर जा रहा है, वैसे ही नीचे भी आने लगता है. विवाद होने लगते हैं. छोटे गांव से उठी लड़की. इतना कुछ हासिल किया जिसकी ज़्यादातर लोग बस कल्पना ही कर सकते हैं, इसी उतार-चढ़ाव की कहानी है 'शकीला'.

शकीला के किरदार को बोल्ड रखा, वल्गर नहीं. फोटो - ट्रेलर
ट्रेलर कैसा है?
कहानी एक एडल्ट फिल्म स्टार की है. चाहते तो कहानी को भद्दा बना सकते थे, पर ऐसा हुआ नहीं. शुक्र है कि डायरेक्टर को बोल्ड और भद्देपन का फ़र्क मालूम था. शकीला ने जैसे रोल्स किए, उन्हें सूरज बरजात्या की फिल्मों की तरह नहीं दिखाया जा सकता था. पर उन्हें वल्गैरिटी का दामन भी नहीं पकड़वाया. जैसे थे, वैसे दिखाया. ट्रेलर का पहला हिस्सा शकीला के फिल्मी सफर पर था. वहीं इन फिल्मों ने कितनी तारीफ़ें और कितने विवाद पैदा किए, ये दूसरे हिस्से में है.

शकीला का क्रेज़ ऐसा कि थिएटर, मंदिर के नाम उनके नाम पे रख दिए गए. फोटो - ट्रेलर
बीते ज़माने की कहानी को मॉडर्न ऑडियंस तक पहुंचाना था. थोड़ा कैची बनाने के लिए एक्सपेरिमेंट भी किया है. म्यूजिक के साथ. आपको आश्चर्य भी होगा कि कहानी साउथ स्टार की है, बजने वाले गानों के बोल हैं पंजाबी. साउथ में तो शायद ही कोई होगा जो शकीला से परिचित ना हो. ये अजीब सा एक्सपेरिमेंट कहानी को नॉर्थ तक पहुंचाने के लिए किया गया है शायद. फेल होगा या पास? फिल्म आने पर ही जवाब मिलेगा.
कौन-कौन है फिल्म में?
ऋचा चड्ढा - ऋचा ने टाइटल रोल निभाया है. प्रोजेक्ट अनाउन्स होने के बाद से ही किरदार पर जमकर मेहनत की. असली शकीला से रोल की बारीकियां समझी. दीबाकर बैनर्जी की 'ओए लक्की, लक्की ओए' से डेब्यू करने के बाद 'फुकरे' और 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' जैसी सफल फिल्मों में भी काम कर चुकीं हैं.

ऋचा ने किरदार पर पूरी रिसर्च की. फोटो - ट्रेलर
पंकज त्रिपाठी - किसी इन्ट्रोडक्शन के मोहताज नहीं. अब तक कई करामाती रोल्स कर चुके हैं. यहां भी कुछ अलग कर रहे हैं. सलीम नाम के सुपरस्टार बने हैं. जिसका जितना बड़ा स्टारडम है, उतनी ही बड़ी ईगो. 2015 में आई 'मसान' में भी ऋचा के साथ काम किया था. पर दोनों साथ सिर्फ एक सीन के लिए दिखे थे.

सलीम का आसमान छूने वाला स्टारडम , मतलब लिटरली. फोटो - ट्रेलर
राजीव पिल्लई - मलयालम फिल्मों के स्टार हैं. 2011 में आई 'सिटी ऑफ गॉड' से डेब्यू किया. हालांकि, ट्रेलर में उनके किरदार को काफी कम स्क्रीन स्पेस मिला है. जिस कारण कोई भी डीटेल देना मुश्किल है.
किसने बनाई है?
फिल्म के डायरेक्टर हैं इंद्रजीत लंकेश. जो इससे पहले तीन कन्नड़ फिल्में डायरेक्ट कर चुके हैं. 2006 में आई इनकी फिल्म 'ऐश्वर्या' से दीपिका पादुकोण ने सिनेमा की दुनिया में कदम रखा था. इंद्रजीत 2003 में एक फिल्म की शूटिंग कर रहे थे. शकीला भी फिल्म का हिस्सा थीं. उन्होंने शकीला की बहुत चर्चा सुनी थी. पर सामने जिससे मिले, वो एकदम अलग थी. इस बात का इंद्रजीत पर गहरा असर हुआ. इसके बाद 2015 में उनपर फिल्म बनाने की ठानी.

कुछ ऐसा माहौल होता था शकीला की फिल्म आने के बाद. फोटो - ट्रेलर
कब आ रही है 'शकीला'?
फिल्म रिलीज़ होगी क्रिसमस पर यानि 25 दिसम्बर को. लॉकडाउन के बाद आ रही इस बायोपिक को बड़े पैमाने पर रिलीज़ करने का प्लान है. 5 भाषाओं के साथ 1000 स्क्रींस पर, जिसमें हिंदी, तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ शामिल हैं.
मैंने जो भी किया, खुलेआम किया. पर्दे के सामने. किसी को धोखा नहीं दिया.ट्रेलर का सार शकीला के इस डायलॉग से समझा जा सकता है.
अगर अब तक ट्रेलर नहीं देखा, तो यहां देख लीजिए -