The Lallantop
Advertisement

पहलगाम हमले के बाद शाहरुख का वीडियो वायरल, बोले- "आतंकवादियों का इस्लाम, मेरा धर्म नहीं"

Pahalgam Attack के बाद इस्लाम और आतंकवाद की बात करते Shahrukh Khan के पुराने इंटरव्यू की ये क्लिप भयंकर वायरल हो रही है.

Advertisement
Pahalgam Attack, Shahrukh Khan
पहली तस्वीर इस हमले में मारे गए लड़के के परिवार की है. पहलगाम आतंकी हमले के बाद शाहरुख खान का 16 साल पुराना वीडियो वायरल.
pic
अंकिता जोशी
23 अप्रैल 2025 (Updated: 23 अप्रैल 2025, 08:11 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

Pahalgam Terrorist Attack के बाद Shahrukh Khan का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस क्लिप में शाहरुख दो तरह के इस्लाम के बारे में बात कर रहे हैं. पहला कट्टरपंथी इस्लाम, जिसे आतंकवादी मानते हैं. दूसरा वो, जो इस्लाम की पवित्र किताब क़ुरान में लिखा हुआ है. शाहरुख ने कहा कि टेररिस्ट जो इस्लाम फॉलो कर रहे हैं, वो उनका इस्लाम है ही नहीं. वो उनका धर्म नहीं है. किस सवाल के जवाब में शाहरुख ने ये कहा? क्या और कब कहा, विस्तार से पढि़ए. 

दरअसल, ये इंटरव्यू 16 साल पुराना है. 2008-09 के उसे दौर का इंटरव्यू है, जब मुंबई में 26/11 हमला हुआ था. उस दौरान शाहरुख खान की 'माय नेम इज़ खान' बनकर तैयार थी. CNN-IBN के साथ इस इंटरव्यू में शाहरुख से पूछा गया कि एक मुंबईकर होने के नाते 26/11 के आतंकी हमले का उन पर क्या असर हुआ? जिसके जवाब में शाहरुख ने कहा,

“मैं दिल्ली से हूं और मैंने दिल्ली के दंगे देखे हैं. जब मैं मुंबई आया, तब मैंने 1993-94 का बम ब्लास्ट देखा. अभी 26/11  का हमला देखा. मैं खुद को पहले से भी ज़्यादा भारतीय महसूस कर रहा हूं. इसलिए भी क्योंकि मैं मानता हूं कि मैं एक पढ़ा-लिखा लिबरल मुस्लिम हूं. मैंने क़ुरान पढ़ी है और मैं इस्लाम में यक़ीन रखता हूं.”

इस बातचीत में आगे उन्होंने कहा कि डर वो धागा है, जो सबको साथ ले आया है. शाहरुख कहते हैं,

"इस वक्त किसी भी तरह के आदर्शवाद या राजनीतिक विचारधारा के साथ चलने की बजाय, हम सबको एकजुट होना चाहिए. डर वो चीज़ है, जो सबको साथ लाता है. इस वक्त हम सब बराबरी से डरे हुए हैं."

इस्लाम के बारे में बात करते हुए शाहरुख ने बोले कि पहले जब लोग आतंकवाद और इस्लाम को जोड़ते थे तो, वो उसका विरोध करते थे. अब तर्क देते हैं. शाहरुख ने कहा,

"मै झूठ नहीं कहूंगा. तकरीबन दो या तीन साल पहले अगर मुझे कोई बोलता था कि आतंकवाद जो है, वो इस्लामिक नेचर में है, तो मैं उसको नकारता था. लेकिन अब मुझे एक बात समझ आ गई है कि ये आतंकवादी जो इस्लाम फॉलो कर रहे हैं, वो हमारा इस्लाम है ही नहीं. वो हमारा धर्म है ही नहीं. क्योंकि एक अल्लाह की आवाज़ है, जो हमारी पवित्र किताब क़ुरान के अंदर लिखी हुई है. उसमें बहुत स्पष्ट लिखा हुआ है. अगर आप एक इंसान के ज़ख्म भरते हैं, तो पूरी इंसानियत के ज़ख्म भरते हैं. अगर आप एक इंसान को दर्द पहुंचाते हैं, तो पूरी मानवता को दर्द पहुंचाते हैं."

क़ुरान की आयतों का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि उनमें आतंक के लिए कैसी सज़ा लिखी गई है. बकौल शाहरुख,

"क़ुरान के मुताबिक अगर जंग भी हो, तो औरत, बच्चे, जानवर और फ़सल को तबाह नहीं किया जाएगा. जो ये करेगा, उसे किसी भी तरह से जन्नत नहीं मिलेगी. बल्कि खुदा उसके साथ बहुत बुरा करेगा. ये जो इस्लाम है, ये अल्लाह की आवाज़, अल्लाह की ज़ुबानी है. और दूसरा जो इस्लाम जो ये लोग (आतंकवादी) फॉलो कर रहे हैं, माफ़ कीजिएगा मैं किसी के खिलाफ नहीं जाना चाहता, लेकिन वो मुल्ला की ज़बानी है."

आतंकवादी कम उम्र के बच्चों को जन्नत का लालच देकर उनका जो ब्रेन वॉश करते हैं, उस पर बात करते हुए शाहरुख खान ने कहा,

“मैं हाथ जोड़कर सबसे विनती करता हूं कि किसी भी धर्म में, चाहे वो हिंदू है, चाहे वो क्रिश्चन है, चाहे वो इस्लाम है, किसी तरह से जवानों को हमारी किताबों का सही मायना समझाइए. क्योंकि चाहे गीता है या क़ुरान या बाइबल.. कहीं ऐसा नहीं लिखा हुआ कि अगर आप किसी को दुख पहुंचाएंगे, तो आपको जन्नत मिलेगी. या ख़ुदा आपको अच्छी जगह पर रखेगा.”

22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए शाहरुख खान ने लिखा- 

"पहलगाम में हुई हिंसा के विश्वासघात और अमानवीय कृत्य पर दुख और गुस्से को शब्दों में बयां करना मुश्किल है. ऐसे समय में, हम केवल ईश्वर से उम्मीद कर सकते हैं और पीड़ित परिवारों के लिए प्रार्थना कर सकते हैं. और अपनी गहरी संवेदना व्यक्त कर सकते हैं. हम एक राष्ट्र के रूप में एकजुट होकर मजबूत बनना चाहिए. हमें इंसाफ मिलेगा."

पहलगाम में हुए इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के विंग द रजिस्टेंस फ्रंट यानी TRF ने ली है. फायरिंग के बाद आतंकी भाग निकले. इंटेलिजेंस ने बताया कि पहलगाम अटैक में दो विदेशी आतंकी और दो लोकल टेररिस्ट शामिल थे. अब इन सभी आतंकियों की तस्वीर मीडिया और सोशल मीडिया पर आ चुकी है. रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि पर्यटकों को गोली मारने से पहले आतंकियों ने उनके नाम पूछे और कलमा भी पढ़ने को कहा. इनमें एक यूपी के शुभम द्विवेदी थे. जिनका नाम पूछने के बाद आतंकियों ने उनके सिर में गोली मार दी. मृतकों में यूपी, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के पर्यटक हैं. नेपाल और दुबई के एक-एक टूरिस्ट और 2 स्थानीय भी हमले में मारे गए.

वीडियो: पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी मीडिया ने दी प्रतिक्रिया

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement