मूवी रिव्यू: रेड नोटिस
नेटफ्लिक्स की सबसे महंगी फिल्म घाटे का सौदा साबित हुई या फायदे का?
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'रेड नोटिस' एक ऐसी महंगी फिल्म है जिसे ऑडियंस याद नहीं रखेगी, और नेटफ्लिक्स वाले भुला नहीं पाएंगे.
नेटफ्लिक्स पर एक नई फिल्म रिलीज़ हुई है. ‘रेड नोटिस’. लीड में हैं ड्वेन जॉनसन, गैल गडोट और रायन रेनॉल्ड्स. फिल्म को लिखा और डायरेक्ट किया है रॉसन मार्शल थर्बर ने. जो इससे पहले भी ड्वेन जॉनसन के साथ मिलकर ‘Central Intelligence’ और ‘Skyscraper’ जैसी फिल्में बना चुके हैं. ‘रेड नोटिस’ को लेकर पिछले कुछ समय से एंटीसिपेशन बना हुआ था. ऐसा था इसके बजट की वजह से. 200 मिलियन डॉलर्ज़ यानी करीब 1480 करोड़ रुपए के बजट में बनी ये फिल्म अब तक की सबसे महंगी नेटफ्लिक्स ओरिजिनल फिल्म है. नेटफ्लिक्स सिनेमा का सेकंड ऑप्शन बनने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा. लेकिन इस बार क्या उनकी कोशिश सही दिशा में गई है, या फिर पैसा खराब हुआ है, यही जानने के लिए हमने फिल्म देख डाली. फिल्म कैसी लगी, अब उस पर बात करेंगे.
# रॉक की फिल्में जैसे हॉलीवुड का साउथ इंडिया
नाइंटीज़ से कोई टिपिकल हिंदी एक्शन का प्लॉट उठा लीजिए. बस वैसी ही कहानी है यहां भी. एक सिपाही चोर के पीछे. फिर पता चलता है कि एक और बड़ा चोर है. तो दोनों मिलकर इस दूसरे चोर को पकड़ते हैं. ड्वेन जॉनसन ने फिल्म में एफबीआई स्पेशल एजेंट जॉन हार्टले का रोल निभाया है. जो किसी भी तरह नोलन बूथ नाम के आर्ट थीफ को पकड़ना चाहता है. आर्ट थीफ यानी ऐसा शख्स, जो कला से जुड़ी रेयर चीज़ें चुराता हो. नोलन खुद को दुनिया का बेस्ट चोर समझता है. लेकिन फिर सीन में एंट्री होती है बिशप की. जो जॉन और नोलन, दोनों का मामू बनाकर चली जाती है.
चोर-पुलिस की वही दुश्मनी-दोस्ती वाली कहानी.
चोर को पकड़ने के लिए चोर वाले तरीके अपनाने होंगे. यही सोचकर जॉन और नोलन साथ आते हैं. इतना पढ़कर स्पॉइलर मत कहिएगा. क्योंकि ये फिल्म का बेसिक प्लॉट भी नहीं. आगे ट्विस्ट और टर्न आते हैं. बस ये फिल्म वहां तक बिल्ड अप नहीं कर पाती. ट्विस्ट भी ऐसे हैं, जो अब नए नहीं लगते. पहले सीन से ही आप एंड प्रेडिक्ट कर लेते हैं. जिस तरह अच्छी हॉरर फिल्मों का सूखा पड़ रहा है, कुछ वैसा ही हाल हाइस्ट यानी चोरी वाली फिल्मों का भी है. कुछ गिने-चुने नाम छोड़ दें तो सारी फिल्में एक ही ढर्रे पर दौड़ रही हैं. ‘रेड नोटिस’ भी कुछ अलग करती नहीं दिखती.
ड्वेन जॉनसन यानी रॉक की फिल्में देखकर लगता है कि उन्होंने हॉलीवुड में साउथ इंडियन फिल्में बनाने का ठेका ले लिया है. उनकी लास्ट कई फिल्में उठा लीजिए, आप खुद समझ जाएंगे.

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