राज कुंद्रा ने बताया, UT 69 क्यों बनानी पड़ी?
राज ने बताया कि वो कभी ये बायोपिक नहीं बनाना चाहते थे. बल्कि इसकी जगह वो एक किताब लिख रहे थे. जेल में बिताए अपने 63 दिनों के ऊपर वो किताब लिख रहे थे.

18 अक्टूबर को राज कुंद्रा की फिल्म UT 69 का ट्रेलर आया. इसे राज कुंद्रा ने बनाया है. सिर्फ बनाया ही नहीं बल्कि पहली बार उन्होंने इस फिल्म में एक्टिंग भी की है. फिल्म में वो किसी और का रोल नहीं कर रहे बल्कि वो राज कुंद्रा ही बने हैं. UT 69 राज कुंद्रा के उन दिनों की कहानी है जब वो जेल में थे. बताया जा रहा है क अपनी छवि को साफ करने के लिए राज कुंद्रा ने फिल्म बनाने और खुद को कास्ट करने का फैसला लिया है. वैसे रिसेंटली एक इंटरव्यू में राज ने बताया कि इस फिल्म को बनाने का उनका कोई प्लान नहीं था.
न्यूज़ एजेंसी ANI से बात करते हुए राज ने बताया कि वो कभी ये बायोपिक नहीं बनाना चाहते थे. बल्कि इसकी जगह वो एक किताब लिख रहे थे. जेल में बिताए अपने 63 दिनों के ऊपर वो किताब लिख रहे थे. राज कुंद्रा के लिखे सभी नोट्स को फिल्ममेकर शहनवाज़ अली एक जगह नोट करते चल रहे थे.
राज ने बताया कि उनके जेल से बाहर निकलने के बाद शहनवाज़ अली उनके पास आए. शहनवाज़ ने राज कुंद्रा से कहा कि वो इस विषय पर एक फिल्म बनाना चाहते हैं. उन्होंने कहा राज की लाइफ के इन दिनों को पर्दे पर विजुअली दिखाना ज़्यादा बेहतर होगा. डायरेक्टर चाहते थे कि ये फिल्म तभी बनाई जाए जब राज कुंद्रा खुद इस फिल्म में काम करें. मूवी में लीड रोल करें. राज ने बताया कुछ समय बाद वो ये फिल्म करने के लिए मान गए. एक्टिंग सीखने के लिए उन्होंने कुछ वर्कशॉप ली.
UT69 के ट्रेलर की बात करें तो आर्थर रोड जेल में राज कुंद्रा के साथ क्या हुआ, ट्रेलर उसी पर फोकस करता है. पॉर्न फिल्में बनाकर ऐप पर डिस्ट्रिब्यूट करने के आरोप पर खुलकर बात नहीं होती. हालांकि उसका रेफ्रेंस कई जगह डाला गया है. राज ने दिखाया कि उन्हें भी बाकी कैदियों की तरह ही ट्रीट किया गया. ऊपर से ऐसी हालत में लोग मज़ाक समझकर असंवेदनशील बातें कह जाते हैं.
इसमें कोई दो राय नहीं कि फिल्म राज कुंद्रा की इमेज साफ करने के लिए बनाई गई है. लेकिन ऐसा करते हुए भी मेकर्स ने कुछ भी नहीं बना डाला. ट्रेलर से ये ठीक फिल्म लग रही है. राज की एक्टिंग भले ही दुरुस्त ना हो लेकिन UT69 का फिल्मांकन कमज़ोर नहीं लगता. फिल्म की कहानी का क्रेडिट राज कुंद्रा के नाम ही है. स्क्रीनप्ले और डायलॉग विक्रम भट्टी ने लिखे हैं. फिल्म को शाहनवाज़ अली ने बनाया है. IMDb के मुताबिक शाहनवाज़ ‘सोचा ना था’ और ‘वक्त’ जैसी फिल्मों की एडिटिंग से भी जुड़े थे. उन्होंने शाहरुख खान की फिल्म ‘मैं हूं ना’ पर बतौर असिस्टेंट प्रोमो एडिटर भी काम किया है.
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