लता मंगेशकर के वो पांच गाने, जो रिलीज़ नहीं हो पाए थे
लता मंगेशकर के अनसुने गानों की कहानियां जानिए.

06 फ़रवरी 2022 को लता मंगेशकर का निधन हो गया था. 36 भाषाओं में हज़ार से भी ज्यादा गीतों को अपनी आवाज़ देने वाली लता मंगेशकर ने संगीत जगत को समृद्ध किया. हर वक्त, हर मौसम के लिए हमें कोई-न-कोई गाना दिया. फिर चाहे वो मन को मीठा-सा लगने वाला ‘लग जा गले’ हो, या खंडहरों में हेमा मालिनी पर फिल्माया ‘नाम गुम जाएगा’, या प्यार के मायने समझाता ‘हमने देखी है उन आंखों की महकती खुशबू’. उनके गाने हमारे हर पल के साथी हैं. उन्हें याद करने के लिए आप अकेले में आंखें बंद कर भारत कोकिला के कुछ मशहूर गाने ज़रूर सुनेंगे. लेकिन इस बीच आपको लता मंगेशकर के उन गानों की कहानी बताते हैं, जो कभी रिलीज़ नहीं हो पाए.
#1. जो दर्द दिया तुमने, गीतों में पिरो लेंगे
रविंद्र जैन अपने लिखे और कम्पोज़ किए इस गाने को लेकर काफी पज़ेसिव थे. चाहते थे कि इस धुन को किसी गायक की आवाज़ न छुए. सिवाय लता जी की आवाज़ के. हालांकि, किसी वजह से ये गाना जिस फिल्म के लिए रिकॉर्ड किया गया था, कभी उसका हिस्सा नहीं बन पाया. 25 सितंबर, 2020 को दिवंगत कम्पोज़र रविंद्र जैन के नाम से चल रहे ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर ये गाना रिलीज़ किया गया. साथ ही रविंद्र जैन की वो याद शेयर की गई, जो उन्होंने इस गाने को लेकर लिखी थी. आपको शब्दश: पढ़ाते हैं:
मैं बंबई आया था एक सपना लेकर. वो मुंबई जहां विश्व की सबसे सुरीली आवाज़ बसती है. जिसके कंठ में सरस्वती साक्षात बोलती है. वह आवाज़ है स्वर-सम्राज्ञी लता मंगेशकर की आवाज़. समय के साथ मेरा सपना भी पूरा हुआ, मैं जिस दिन प्रभुकुंज (लता दीदी के निवास) की सीढ़ियां चढ़ रहा था, उस दिन मुझे लग रहा था कि मैं उन्नतियों की सीढ़ियों पर चढ़ रहा हूं. क्योंकि वहां लता जी रहती हैं. लता जी को गाना सुनाया, जो उन्हें बहुत अच्छा लगा. गीत सुनकर लता जी ने आशीर्वाद दिया. उस गीत की रिकॉर्डिंग फेमस स्टूडियो ताड़देव में हुई. रिकॉर्डिंग के बाद लता दीदी ने बैठकर पूरा गीत सुना और खूब सराहना भी की. जबकि अक्सर लता जी गाना रिकॉर्ड करने के बाद चली जाती थीं, सुनने के लिए नहीं रुकती थीं. लेकिन वह गीत उन्होंने सुना.
‘जो दर्द दिया तुमने’ को आप नीचे सुन सकते हैं –
#2. तुम मेरी ज़िंदगी में कुछ
RD बर्मन और लता मंगेशकर की जोड़ी ने सदाबहार गाने दिए. जैसे ‘अमर प्रेम’ का रैना बीती जाए, या फिर ‘आंधी’ का तेरे बिना ज़िंदगी से कोई शिकवा तो नहीं. इस जोड़ी ने एक ऐसा गाना भी बनाया था, जो ओरिजिनली रिलीज़ नहीं हो पाया था. 1972 में आई ‘बॉम्बे टू गोवा’ के लिए लता मंगेशकर ने ‘तुम मेरी ज़िंदगी में कुछ’ नाम का गाना रिकॉर्ड किया था. जो किसी कारणवश फिल्म का हिस्सा नहीं बन पाया था. हालांकि, इस गाने को बाद में रिलीज़ किया गया और आप इसे आसानी से सुन सकते हैं.
#3. ठीक नहीं लगता
नाइंटीज़ में विशाल भारद्वाज ने गुलज़ार का लिखा एक गीत कम्पोज़ किया था, टाइटल था ‘ठीक नहीं लगता’. आवाज़ थी दी लता मंगेशकर ने. हालांकि, जिस फिल्म के लिए ये गाना रिकॉर्ड किया गया वो कभी बन नहीं पाई. इस वजह से ये गाना भी हमेशा के लिए डिब्बाबंद हो गया. इस बात को कई साल बीत गए. विशाल भारद्वाज ने अपने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने इस गाने की रिकॉर्डिंग ढूंढने की कोशिश की, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी. फिर एक दिन 2018 में उनके पास अचानक एक कॉल आया. ये कॉल उस स्टूडियो से था जहां ‘ठीक नहीं लगता’ रिकॉर्ड किया गया था.
उन्होंने कहा कि हम अपना स्टूडियो बंद कर रहे हैं. आप के नाम का एक टेप मिला है, अगर लेना हो तो ले लीजिए वरना हम फेंक देंगे. उस टेप में कई गाने थे और उन्हीं में से एक था लता जी का गाया ये गाना. विशाल भारद्वाज ने उस गाने को रीट्रीव किया और रीऑर्कस्ट्रेट कर 28 सितंबर, 2021 यानी लता मंगेशकर के जन्मदिन पर VB म्यूज़िक के यूट्यूब चैनल पर रिलीज़ किया. गाने का वीडियो लता जी को ट्रिब्यूट देता है. जहां स्क्रीन पर उनकी लाइफ से जुड़ी बातें दिखाई देती हैं. कि कैसे उनका बचपन में नाम हेमा था और उनका नाम लता उनके पिता के एक प्ले के किरदार लतिका के नाम पर पड़ा.
#4. ये हसीन रात
फर्स्ट पोस्ट के सुभाष झा को दिए एक इंटरव्यू में लता मंगेशकर ने बताया कि ‘पाकीज़ा’ के डायरेक्टर कमाल अमरोही ‘मजनून’ नाम की फिल्म बना रहे थे. फिल्म के लिए खय्याम ने एक गीत कम्पोज़ किया था, ‘ये हसीन रात’, जिसे लता मंगेशकर और येसुदास ने मिलकर गाया था. बाद में कमाल को ये फिल्म शेल्व करनी पड़ी, जिस वजह से ये गाना भी कभी रिलीज़ नहीं हो पाया. उसी इंटरव्यू में लता मंगेशकर ने बताया कि ‘पाकीज़ा’ के लिए ग़ुलाम मोहम्मद ने कई गाने कम्पोज़ किये थे, जिन्हें लता जी ने अपनी आवाज़ दी थी. उन्होंने बताया कि वह गाने बेहद खूबसूरत थे, लेकिन कभी उन्हें फिल्म में यूज़ नहीं किया गया.
#5. आज दिल पे कोई ज़ोर चलता नहीं
सुभाष झा को दिए इंटरव्यू में लता जी ने बताया था कि वो रिकॉर्डिंग के बाद अपने गाने नहीं सुनती थीं. एक रिकॉर्डिंग से दूसरी पर शिफ्ट हो जातीं. इसलिए उन्हें कभी पता नहीं चलता था कि उनका कौन सा गाना फिल्म में इस्तेमाल होगा या नहीं. लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की जोड़ी के लिए उन्होंने एक गाना रिकॉर्ड किया. फिल्म थी ‘मिलन’. गाना था ‘आज दिल पे कोई ज़ोर चलता नहीं’. लता जी ने बताया कि वो गाना कम्पोज़र जोड़ी के फेवरेट गानों में से एक था. ‘मिलन’ में उस गाने को यूज़ नहीं किया गया, हालांकि बाद में अलग से रिलीज़ कर दिया गया था. लता जी के इन कम सुने बेहतरीन गानों को सुनिए. हमारी ओर से सुरसम्राज्ञी को श्रद्धांजलि.