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वो अजनबी लड़की, जो सलमान खान को रातों-रात स्टार बनवाकर गायब हो गई!

जिसे सलमान खान आज तक नहीं खोज पाए हैं.

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एक ऐड फिल्म में मॉडल शबाना दत्त और पहली-आखिरी तस्वीर में तब और अब के सलमान खान.
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श्वेतांक
29 दिसंबर 2021 (Updated: 29 दिसंबर 2021, 07:59 AM IST) कॉमेंट्स
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जब सूरज बड़जात्या 16 साल के थे, तभी वो तय कर चुके थे कि उन्हें फिल्ममेकर बनना है. इसके पीछे की एक मुख्य वजह उनकी पिछली पीढ़ियों का फिल्ममेकिंग बिज़नेस में होना था. उनके दादा ताराचंद बड़जात्या ने राजश्री प्रोडक्शंस की नींव रखी थी. खैर, सूरज अपनी पढ़ाई छोड़ी और महेश भट्ट को असिस्ट करने लगे. साथ-साथ में एक स्क्रिप्ट भी लिखते रहे. पूरी होने पर अपने पिता राजकुमार बड़जात्या को दिखाया. राज साहब ने कहा-

''ये अभी नहीं, पहले अपनी उम्र के हिसाब से कोई फिल्म बनाओ.''

ये कहते हुए राज साहब ने सूरज को राजस्थानी लोक कथा की एक लाइन सुनाई. उन्होंने कहा-

''एक बंजारा अपनी बेटी को अपने दोस्त के पास छोड़कर कमाने जाता है. जब लौटकर आता है, तो देखता है कि उसकी बेटी की इंसल्ट हो रही है.''

अब सूरज को इस स्टोरीलाइन के ऊपर एक फिल्म की कहानी लिखनी थी. ये स्क्रिप्ट लिखने में सूरज को 10 महीने का वक्त लगा. इसके बाद इस फिल्म पर काम शुरू हो गया. फिल्म का नाम रखा गया- 'मैंने प्यार किया'. 29 दिसंबर, 1989 को रिलीज़ होने वाली इस फिल्म ने एक ऐसे स्टार को जन्म दिया, जो अपनी पहली फिल्म की रिलीज़ के 31 साल बाद भी देश का सबसे बड़ा सुपरस्टार है. हम सलमान खान की बात कर रहे हैं. मगर सलमान को ये फिल्म मिली कैसे?

# पीयूष मिश्रा और फराज़ खान से होते हुए सलमान के पास पहुंची थी मैंने प्यार किया 1986 में पीयूष मिश्रा नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में पढ़ाई कर रहे थे. वो थर्ड ईयर में थे. अचानक एक दिन डायरेक्टर मोहन महर्षि ने उन्हें अपने चेंबर में बुलाया. वहां राजकुमार बड़जात्या पहले से बैठे हुए थे. थोड़ी बातचीत के बाद पता चला कि राजकुमार बड़जात्या अपने बेटे सूरज़ की पहली फिल्म के लिए हीरो की तलाश कर रहे हैं. राज साहब ने पीयूष को अपना कार्ड देते हुए कहा- आप राज कमल मंदिर आइएगा और मुझसे मिलिएगा. मगर पीयूष मिश्रा वहां कभी नहीं गए. इसके बाद एक्टर फराज़ खान को मैंने प्यार किया के लिए साइन कर लिया गया. मगर फिल्म की शूटिंग शुरू होने से ठीक पहले फराज़ की तबीयत खराब हो गई और उन्हें इस फिल्म से अलग होना पड़ा. 4 नवंबर, 2020 को एक्टर फराज़ खान का निधन हो गया. वो आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे, ऐसे में उनके हॉस्पिटल बिल्स की ज़िम्मेदारी सलमान खान ने उठा ली थी.
फिल्म की लीडिंग लेडी के लिए मॉडल शबाना दत्त ऑडिशन दे रही थीं. सूरज ने उनसे पूछा कि उनकी नज़र में कोई एक्टर है क्या? शबाना ने कहा कि उन्होंने हाल ही में सलमान खान नाम के लड़के के साथ एक ऐड फिल्म शूट की है. उसे ट्राय कर सकते हैं. सूरज ने सलमान को फोन कर ऑडिशन के लिए बुलाया. सूरज बताते हैं कि उन्होंने सलमान को पहली बार अपने ऑफिस के रिसेप्शन पर बैठे हुए देखा. अगर सूरज के शब्दों में कहें, तो-

'एक साधारण सा दिखने वाला दुबला-पतला लड़का, सिंपल शर्ट और जीन्स में बैठा हुआ था.'


कई राउंड स्क्रीन टेस्ट और ऑडिशंस हुए. इसके बाद सलमान खान को लीड रोल में उनकी पहली फिल्म मिली. तस्वीर सलमान के स्क्रीनटेस्ट की है.
कई राउंड स्क्रीन टेस्ट और ऑडिशंस हुए. इसके बाद सलमान खान को लीड रोल में उनकी पहली फिल्म मिली. तस्वीर सलमान के स्क्रीनटेस्ट की है.


दोनों की मुलाकात हुई. मगर सूरज कुछ खास इंप्रेस नहीं हुए. उन्हें सलमान बहुत पतले लग रहे थे. जब भी कोई नया एक्टर किसी डायरेक्टर से मिलने जाता था, तो अपनी तस्वीरें साथ लेकर जाता था. सलमान ने भी अपनी फोटोज़ सूरज को दिखाईं. सूरज ने वो फोटोज़ देखकर सलमान को अपनी फिल्म में कास्ट करने के बारे में पहली बार सोचा. मगर वो श्योर नहीं थे. एक दिन वो सलमान का काम देखने फिल्म 'बीवी हो तो ऐसी' के सेट पर पहुंचे. इस फिल्म में रेखा, फारुख शेख, कादर खान और बिंदु के साथ सलमान भी एक छोटा सा रोल कर रहे थे. अपनी फिल्म के सेट पर सूरज को देखकर सलमान बड़ी गर्मजोशी से मिले. मगर सूरज ने उन्हें बताया कि उनकी कास्टिंग अभी फाइनल नहीं हुई है. ये सुनते ही सलमान सूरज को दूसरे एक्टर्स का नाम बताने लगे, जिन्हें वो 'मैंने प्यार किया' में कास्ट कर सकते हैं. ये चीज़ सूरज को बड़ी अजीब लगी. और कहीं न कहीं इसी चीज़ ने उन्हें सलमान को कास्ट करने पर मजबूर किया. कई राउंड स्क्रीन टेस्ट - ऑडिशंस हुए. इतने सब के बाद सलमान खान को लीड रोल में उनके करियर की पहली फिल्म मिली. इस फिल्म के लिए सलमान खान को 31 हज़ार रुपए मिले थे, जिसे फिल्म की अपार सफलता के बाद बढ़ाकर 75 हज़ार कर दिया गया था.
बाद में सलमान और सूरज ने मिलकर शबाना को ढूंढने की बहुत कोशिश की. मगर वो उन्हें कभी मिली ही नहीं.
एक ऐड फिल्म में शबाना दत्त, जिन्होंने मैंने प्यार किया के लिए सूरज को सलमान का नाम सुझाया था. शबाना ने 1985 में आने वाली टीवी सीरीज़ तृष्णा में रीता का किरदार निभाया था.
एक ऐड फिल्म में शबाना दत्त. शबाना ने ही मैंने प्यार किया के लिए सूरज को सलमान का नाम सुझाया था. शबाना 1985 में आने वाली टीवी सीरीज़ तृष्णा में रीता का किरदार निभाती थीं. मगर उसके बाद उनका कुछ पता नहीं चला. 

# राजकुमारी भाग्यश्री के घर जाकर फिल्म में काम करने के लिए मनाना पड़ा सूरज को अपनी पहली फिल्म का हीरो तो मिल गया था मगर हीरोइन वाला मामला अभी भी अटका हुआ था. मैंने प्यार किया, बहुत बड़े लेवल की फिल्म नहीं थी. इसलिए सूरज इसमें किसी नई हीरोइन को ही कास्ट करना चाहते थे. मगर सूरज की भीतरी इच्छा इस फिल्म में श्रीदेवी को कास्ट करने की थी. श्रीदेवी, तब तक 'मिस्टर इंडिया' और 'नगीना' जैसी फिल्मों की बदौलत सुपरस्टार बन चुकी थीं. खैर, इस फिल्म के लिए देशभर में हीरोइन की तलाश चल रही थी. राजकुमार बड़जात्या अपनी फिल्म के लिए हीरोइन ढूंढने इलाहाबाद जा रहे थे. बात ये तय हुई थी कि अगर इलाहाबाद में काम नहीं बनता है, तो सूरज चेन्नई निकलेंगे. क्योंकि उन दिनों श्रीदेवी चेन्नई में अपनी एक फिल्म की शूटिंग कर रही थीं. सूरज ने फ्लाइट की टिकट बुक करके रख ली थी, वो सुबह चेन्नई निकलने वाले थे.
राज साहब की ट्रेन एक स्टेशन पर रुकी. उन्होंने वहीं से सूरज को फोन कर कहा कि वो अपना चेन्नई वाला प्लान एक-दो दिन के लिए पोस्टपोन कर दें. क्योंकि उनके सामने एक मैगजीन रखी है, जिस पर भाग्यश्री पटवर्धन नाम की एक लड़की की फोटो छपी हुई है. राज कुमार बड़जात्या को वो फोटो देखते हुए लगा कि ये लड़की उनकी फिल्म के लिए परफेक्ट है.
ये उस मैग्ज़ीन की फोटो नहीं है. एक फोटोशूट के दौरान भाग्यश्री.
ये उस मैग्ज़ीन की फोटो नहीं है. एक फोटोशूट के दौरान भाग्यश्री.


भाग्यश्री, सांगली के राजा श्रीमंत राजासाहेब विजयसिंह राव माधवराव पटवर्धन की बेटी हैं. भाग्यश्री मुंबई में एक्टर अमोल पालेकर के बगल वाले घर में रहती थीं. एक दिन अमोल पालेकर ने उन्हें छत पर देखा और अपने टीवी शो 'कच्ची धूप' में कास्ट कर लिया. बहरहाल, राजकुमार बड़जात्या भाग्यश्री के पिता को जानते थे. वो उनके घर पहुंचे और भाग्यश्री को अपनी फिल्म में कास्ट करने की बात कही. राजा साहेब फिल्मों को बहुत बोल्ड प्रोफेशन मानते थे. मगर जैसे-तैसे वो मान गए और सूरज को उनकी फिल्म की हीरोइन मिल गई. बताया जाता है कि भाग्यश्री ने 'मैंने प्यार किया' के सेट पर पहली बार जीन्स और वन पीस गाउन जैसे वेस्टर्न परिधान पहने थे. आम तौर वो चुड़ीदार पजामे और कुर्ते ही पहना करती थीं. # जब छौने सलमान खान ने मोहनीश बहल का करियर सेट कर दिया सलमान खान सी-रॉक होटल के जिम में जाते थे. वहीं उनकी मुलाकात मोहनीश बहल से हुई थी. कुछ ही दिनों में दोनों की अच्छी दोस्ती हो गई. सलमान जब कहते कि उन्हें एक्टर बनना है, तो मोहनीश उनकी बात को मज़ाक में उड़ा देते. मोहनीश को लगता था कि वो इतनी बढ़िया कद-काठी के बावजूद सफल नहीं हो पाए, तो ये पतला-दुबला सलमान क्या हीरो बनेगा. तब तक मोहनीष बैक टु बैक 5-6 फ्लॉप फिल्में देकर लुट-पिट चुके थे.
'मैंने प्यार किया' में हीरो-हीरोइन के अलावा एक थोड़ा नेगेटिव सा किरदार भी था. जब सलमान की कास्टिंग फाइनल हो गई, तो उन्होंने सूरज से पूछा कि फिल्म के विलन की कास्टिंग हो गई क्या? सूरज ने कहा नहीं. सलमान लौटकर मोहनीश से मिले और बताया कि उन्हें लीड रोल में एक फिल्म मिली है. साथ ही उन्होंने मोहनीश से कहा कि वो उनके लिए भी बात करके आए हैं. अगर वो विलन का रोल करने में इंट्रेस्टेड हैं, तो जाकर ऑडिशन दे सकते हैं. मोहनीश की हालत मरता क्या न करता वाली थी. वो ऑडिशन देने गए. बात बन गई. उन्हें जीवन के रोल में कास्ट कर लिया गया. ठीक इसी समय ताराचंद बड़जात्या को पता चला कि मोहनीश, एक्ट्रेस नूतन के बेटे हैं. अब वो पसोपेश में पड़ गए.
मैंने प्यार किया में मोहनीश ने जीवन नाम के विलन का रोल किया था. 'एक लड़का और एक लड़की कभी दोस्त नहीं हो सकते'- ये डायलॉग मोहनीश के ही मुख से निकला था.
मैंने प्यार किया में मोहनीश ने जीवन नाम के विलन का रोल किया था. 'एक लड़का और एक लड़की कभी दोस्त नहीं हो सकते'- ये डायलॉग मोहनीश के ही मुख से निकला था.


मोहनीश ताराचंद बड़जात्या के यहां से लौटकर अपने घर आए. उन्होंने नूतन से सारी बात कह दी. नूतन दिग्गज एक्ट्रेस थीं. उन्हें देखकर लोग सम्मान से खड़े हो जाते थे. नूतन ने ताराचंद बड़जात्या को फोन मिलाया और कहा-

'मेरे बेटे को इसलिए पनिश मत करिए क्योंकि वो मेरा बेटा है.'

उनके कहने का मतलब था कि मोहनीश को विलन का रोल करने दीजिए. ताराचंद जी नूतन की बात को माना और उनसे एक वादा किया. उन्होंने कहा कि वो आगे मोहनीश को ज़रूर अपनी फिल्म में पॉज़िटिव और लीड रोल में कास्ट करेंगे. खैर, 'मैंने प्यार किया' कि शूटिंग शुरू हो गई. फिल्म के बनने के दौरान किसी को नहीं पता होता कि इसका टिकट खिड़की पर क्या हश्र होने वाला है. इसलिए फिल्म की शूटिंग के साथ-साथ मोहनीश अपनी जहाज उड़ाने की ट्रेनिंग जारी रखे हुए थे. फिल्म करियर डूबता देख मोहनीश ने अपने पायलट बनने के सपने पर काम करना शुरू कर दिया था.
मोहनीश की मां और मशहूर फिल्म एक्ट्रेस नूतन ने मोहनीश के करियर में कभी उनकी मदद नहीं की. मगर अपनी वजह से उनका कभी नुकसान भी नहीं होने दिया.
मोहनीश की मां और मशहूर फिल्म एक्ट्रेस नूतन ने मोहनीश के करियर में कभी उनकी मदद नहीं की. मगर अपनी वजह से उनका कभी नुकसान भी नहीं होने दिया.


29 दिसंबर, 1989 को रिलीज़ हुई 'मैंने प्यार किया' बहुत बड़ी हिट साबित हुई. फिल्म से जुड़े किसी भी व्यक्ति को इस बात का ज़रा भी आइडिया नहीं था कि कुछ न्यूकमर्स को लेकर बनी 'मैंने प्यार किया' हिंदी सिनेमा इतिहास की इतनी सफल फिल्म बन जाएगी. सलमान और भाग्यश्री रातों-रात सुपरस्टार बन गए. मोहनीश का इमेज मेकओवर हो गया. वो फ्लॉप हीरो से देश के सबसे चर्चित विलन बन गए. अब हर कोई उन्हें अपनी फिल्म में विलन के रोल में लेना चाहता था. # जब फोटोग्राफर ने सलमान से कहा कि भाग्यश्री को स्मूच कर लो! 'मैंने प्यार किया' बड़ी पारिवारिक टाइप की फिल्म थी. फिल्म में एक किसिंग सीन होना था, मगर भाग्यश्री इसके लिए तैयार नहीं थीं. बाद में ये सीन सलमान और भाग्यश्री के बीच एक शीशा लगाकर फिल्माया गया. फिल्म के एक सीन में भाग्यश्री के टखने पर बाम लगाने से पहले सलमान खान का आंखें बंद कर लेना, तब भी मज़ाक का विषय था और आज भी है. मगर 'मैंने प्यार किया' उसी तरह की फिल्म थी. फिल्म की शूटिंग खत्म हो गई, तो कुछ प्रमोशनल फोटोशूट्स हो रहे थे. इसमें सलमान खान और भाग्यश्री हिस्सा ले रहे थे. पिछले दिनों अपने एक इंटरव्यू में भाग्यश्री ने बताया कि वो फोटोग्राफर सलमान के साथ उनकी एक हॉट फोटो निकालना चाहता था.
वो फोटोग्राफर सलमान को एक किनारे पर लेकर गए और कहा-

'जब मैं कैमरा सेट अप करूंगा, तब तुम उसे पकड़कर स्मूच कर लेना.'


फिल्म के प्रमोशन के बाद हो रहे फोटोशूट के दौरान भाग्यश्री और सलमान.
फिल्म के प्रमोशन के बाद हो रहे फोटोशूट के दौरान भाग्यश्री और सलमान.


बकौल भाग्यश्री वो फोटोग्राफर दोनों एक्टर्स के नए होने का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे थे. क्योंकि तब स्मूचिंग सीन्स इतने आम भी नहीं थे. जब फोटोग्राफर और सलमान बात कर रहे थे, तो भाग्यश्री उनके पास में ही खड़ी थीं. मगर दोनों को इस बात की भनक नहीं थी. भाग्यश्री बताती हैं कि फोटोग्राफर के ऑफर का जवाब देते हुए सलमान ने कहा-

'मैं ऐसा कुछ भी नहीं करने वाला. अगर आपको ऐसा कोई पोज़ चाहिए, तो आप भाग्यश्री से बात कीजिए.'

सलमान के इस जवाब को सुनकर भाग्यश्री को लगा कि वो वाकई अच्छे लोगों के साथ काम कर रही हैं. इंट्रेस्टिंग बात ये कि 'मैंने प्यार किया' की शूटिंग के दौरान भाग्यश्री प्यार में थीं. वो अपने स्कूल टाइम के बॉयफ्रेंड-एक्टर हिमालय दसानी के साथ रिलेशनशिप में थीं. मगर इस बात की जानकारी सिर्फ सलमान को थी. क्योंकि वो कई बार भाग्यश्री के लिए हिमालय का मैसेज लेकर सेट पर आते थे. जब 'मैंने प्यार किया' बहुत बड़ी हिट हो गई, तो हर फिल्ममेकर सलमान और भाग्यश्री की जोड़ी को अपनी फिल्म में कास्ट करना चाहता था. मगर फिल्म की रिलीज़ के कुछ ही समय में भाग्यश्री ने अपने परिवारवालों की मर्जी के खिलाफ हिमालय से शादी कर ली. मंदिर में हुई इस शादी में सलमान और सूरज के अलावा फिल्म इंडस्ट्री से कोई शामिल नहीं था. आगे हिमालय और भाग्यश्री ‘क़ैद क़ैद में’, ‘त्यागी’ और ‘पायल’ जैसी फिल्मों में साथ नज़र आए.
मैंने प्यार किया की रिलीज़ के कुछ ही समय बाद भाग्यश्री और हिमालय ने शादी कर ली.
मैंने प्यार किया की रिलीज़ के कुछ ही समय बाद भाग्यश्री और हिमालय ने शादी कर ली.


अब फिल्म से जुड़ी कुछ छोटी मगर मोटी बातें जान लेते हैं-
#1. 'मैंने प्यार किया' की अपार सफलता के बाद सलमान स्टार बन गए थे. मगर वो खुद बताते हैं कि अगले 6 महीने तक उन्हें किसी ने कोई काम नहीं दिया. इसके बाद उनके पिता सलीम खान ने एक सिनेमा मैगज़ीन में फर्जी खबर छपवाई कि हाल ही में ब्लॉकबस्टर फिल्म देने वाले गुड लुकिंग एक्टर को एक बड़े प्रोड्यूसर ने साइन किया है. 90 के दशक में इस तरह की ट्रिक्स आम बात थीं. इसके बाद सलमान के पास फिल्मों की लाइन लग गई.
#2. मराठी फिल्मों के सुपरस्टार लक्ष्मीकांत बेर्डे की पहली हिंदी फिल्म थी 'मैंने प्यार किया'. फिल्म में उन्होंने मनोहर नाम का रोल किया था, जो बेसिकली फिल्म का कॉमिक रिलीफ था. सूरज बताते हैं कि लक्ष्मीकांत बेर्डे वो इकलौते स्टार थे, जिन्होंने 'मैंने प्यार किया' में काम किया. बाकी लोग इस फिल्म के बाद स्टार बने. आगे लक्ष्मीकांत और सलमान ने 'साजन' और 'हम आपके हैं कौन' जैसी फिल्मों में साथ काम किया.
मैंने प्यार किया में लक्ष्मीकांत ने मनोहर नाम का रोल किया था, जो बेसिकली फिल्म का कॉमिक रिलीफ था.
मैंने प्यार किया में लक्ष्मीकांत ने मनोहर नाम का रोल किया था, जो बेसिकली फिल्म का कॉमिक रिलीफ था.


#3. 'मैंने प्यार किया' में राम-लक्ष्मण का बनाया साउंडट्रैक बहुत पसंद किया गया था. सूरज बड़जात्या अपने एक इंटरव्यू में बताते हैं कि 'दिल दीवाना बिन सजना के माने ना' गाना राम-लक्ष्मण ने तब कंपोज़ किया था, जब उनके पास खाने तक को पैसे नहीं थे. उन्होंने 20 साल तक अपना ये गाना किसी को नहीं दिया. मगर 'मैंने प्यार किया' के लिए वो ये गाना देने को तैयार हो गए.

#4. 35वें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में 'मैंने प्यार किया' को कुल 12 कैटेगरीज़ में नॉमिनेशन मिला. इसमें से फिल्म ने 6 अवॉर्ड्स जीते. ये रिकॉर्ड विक्ट्री थी, तब तक इतने फिल्मफेयर अवॉर्ड किसी फिल्म ने नहीं जीते थे. 1995 में आई शाहरुख खान- काजोल स्टारर 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' ने सलमान की फिल्म का ये रिकॉर्ड तोड़ा. DDLJ ने 10 फिल्मफेयर अवॉर्ड्स जीते थे. फिलहाल ये रिकॉर्ड संजय लीला भंसाली की फिल्म 'ब्लैक' के नाम है, जिसने 11 फिल्मफेयर अवॉर्ड्स जीते थे.

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