रेडी तो सलमान खान थे, इसीलिए बकवास होते हुए भी फिल्म ने 100 करोड़ कमा लिए. और रेड्डी, आंध्र प्रदेश में बहुतायत में पाए जाते हैं. पाए जाने से याद आया, मिस्टर परितोष पटेल. आप अब तक कानपुर में ही क्यों पाए जाते हैं. स्ट्रगल करना है तो मुंबई जाकर करो. लिंक खोजकर तो कटिया डाली जाती है. ठेठ कनपुरिया अंदाज में.
एक्टर बनने के लिए एक्टिंग करनी होती है. तो सोचो मत. करो. एक्टिंग. सबसे पहले घर पर. डायलॉग मैं बता देता हूं.
परितोष पटेलः पापा, मैंने फैसला कर लिया है. पढ़ाई लिखाई मुझसे होती नहीं. धंधे का मन नहीं. कुछ और आता नहीं. तो सोच रहा हूं एक्टिंग कर लूं.
पापाः क्या ये तुम्हारा आखिरी फैसला है
परितोषः ओहो, पापा. मैं आपका डायलॉग तो बताना ही भूल गया. आपको बोलना है. परितोष, मेरे बेटे, जा जी ले अपनी जिंदगी, जल्दी से पकड़ ले बंबई की टिरेन.
पापाः सुनो. सुबह सुबह जूता खाने वाली बात तो करो न. जाओ जाके गुटखा लेके आओ.
परितोषः पापा, कित्ते कित्ते बच्चन गुटखे की गुमटी में गुम हो गए. हैंए...मगर आज, आज ये नहीं होगा.
बस कट, अगला सीन कल बताऊंगा...
अब थैंक्यू मत बोलना. मेरा तो नेचर ही हेल्पिंग है.