एड्स को समझना है, तो ये 5 फिल्में देख लो
वो फ़िल्में, जो आपको देखनी ही चाहिए.
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फोटो - thelallantop
1. फिलाडेल्फिया
1993 में बनी इस फिल्म में पहली बार हॉलीवुड के मेनस्ट्रीम सिनेमा ने एड्स और समलैंगिकता के विषय को जगह दी थी. टॉम हैंक्स और डेंजेल वाशिंगटन जैसे सितारों से सजी ये फिल्म एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है जिसे एड्स पीड़ित होने की वजह से नौकरी से निकाल दिया गया है. इस फिल्म में उस वक्त एड्स के बारे में फैली बेशुमार भ्रांतियों को काउंटर करने में अहम भूमिका निभाई थी. टॉम हैंक्स को इस फिल्म के लिए ऑस्कर अवार्ड भी मिला था.
2. जिया
एक सुपर मॉडल के जीवन की हाहाकारी कहानी जिसे एड्स और हेरोइन के नशे ने महज़ 26 वर्ष की उम्र में लील लिया. सच्ची घटना पर आधारित इस मूवी में एंजेलिना जॉली ने मुख्य भूमिका निभाई थी. जिसके लिए उन्हें गोल्डर ग्लोब अवार्ड भी मिला था.
3. डलास बायर्स क्लब
सन 2013 में आई इस फिल्म की कहानी का कालखंड 1980 के आसपास का है, जब दुनिया एड्स से अभी परिचित हो ही रही थी. एड्स के प्रति ना सिर्फ ढेर सारी भ्रांतियां थी बल्कि इसके इलाज के फ्रंट पर भी ज्यादा कुछ उपलब्ध नहीं था. ऐसे में इस फिल्म का एक किरदार कुछ प्रतिबंधित दवाइयां स्मगल कर के लाता है. जो अपने उन दोस्तों को भी मुहैया कराता है जो एड्स से पीड़ित हैं. और इस तरह स्थापना होती है डलास बायर्स क्लब की.
4. ऐन अर्ली फ्रॉस्ट
एक सफल वकील की कथा जो गे है और जिसने अपने परिवार को नहीं बताया है. जब उसे पता चलता है कि वो मर रहा है तब उसके सामने दोहरी चुनौती आ खड़ी होती है. उसे ना सिर्फ अपनी लैंगिकता के बारे में उन्हें बताना है बल्कि ये भी कबूलना है कि वो एड्स से मर रहा है.
5. दी क्योर
दो किशोर मित्रों की, एड्स के इलाज की तलाश में की गई भटकन की स्टोरी है दी क्योर. ये फिल्म दोस्ती, करुणा और प्रतिबद्धता का बहुत सुंदर उदाहरण है. ये मूवी 1995 में रिलीज हुई थी.
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