The Lallantop
Advertisement

"मैंने कहा सिंगर बनना है, पिता बोले - तुम्हें लॉन्च करने के पैसे नहीं है मेरे पास"

सरस्वती स्टूडियो में बी प्राक के पिता ने कहा, "इससे पानी भी पिलवाना पड़े तो सोचना मत, भूल जाना ये मेरा बेटा है."

Advertisement
Varinder bachan,B Praak,
बी प्राक ने बताया कि उनके पिता उन्हें अपने स्टूडेंट्स के सामने ने गाने नहीं देते थे.
pic
अंकिता जोशी
27 मई 2025 (Published: 10:11 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

Akshay Kumar स्टारर फिल्म Kesari के गाने Teri Mitti के लिए नेशनल अवॉर्ड जीतने वाले B Praak, The Lallantop के ख़ास कार्यक्रम बैठकी के मेहमान बने. इस लंबी सुरीली बतकही में उन्होंने अपने शुरुआती दौर के किस्से सुनाए. बताया कि कैसे उनके पिता वरिंदर बचन ने उन्हें उनका नाम इस्तेमाल करने से मना कर दिया था. एक ज़माने में स्टूडियो में सिंगर्स की डबिंग कराते थे बी प्राक. पिता ने उन्हें सिंगर बनने और बनाने से इनकार कर दिया था. फिर कैसे वो इस मुक़ाम तक पहुंचे, इस बारे में बी प्राक ने कहा-

"बचपन से ही मैं कुछ न कुछ म्यूजिक बनाता रहता था. कुछ आवाजें निकालता था. मैं मम्मी से बोलता रहता था कि मुझे तो सिंगर बनना है. पिता कहते थे कि ये सिंगर वाला सिस्टम मैं नहीं कर सकता. अपने स्टूडेंट्स के सामने मुझे गाने भी नहीं देते थे वो. कहते थे इतना अच्छा नहीं गाता है तू. और वो मुझ जैसे कई को बोल देते थे कि अभी सीखना बाकी है."

जब बी प्राक ने सिंगर बनने की इच्छा पिता को बताई, तो उन्होंने मना कर दिया. इस बारे में बी प्राक ने कहा,

“वो कहते थे कि देखो भाई हमारे पास इतने पैसे नहीं है कि मैं तुझे लॉन्च करूं. म्यूजिक डायरेक्टर बन. उन्होंने मुझे इधर-उधर कई जगहों पर भेजा. उनका इतना बड़ा नाम था, तब भी लोग मुझे सिखाते नहीं थे. फिर उन्होंने एक फैसला लिया कि मेरे नाम से आज के बाद कहीं नहीं जाना. जब तक आप अपना नाम नहीं बनाओगे, लोग यही बोलेंगे कि उनका बेटा है. मुझे लगता है कि वो बेस्ट चीज़ थी मेरी लाइफ की. बड़ा बुरा लगा था मुझे उस वक्त. मगर उन्होंने बड़ा कड़ा कदम उठाया.”

स्टूडियो में पिता ने कहा लोगों को पानी भी सर्व करेगा ये

कई जगह रिजेक्शन के बाद अंतत: सरस्वती स्टूडियो बी प्राक को सिखाने के लिए राज़ी हो गया. बी प्राक ने पूरा किस्सा सुनाया. कहा,

“सरस्वती स्टूडियो के मालिक और रिकॉर्डिस्ट को भी वो (पिता) साफ बोलकर आए थे कि इससे अगर स्टूडियो में पानी भी पिलवाना पड़े, तो आप पिलवाओगे. आप ये भूल जाना कि ये वरिंदर बचन का बेटा है. सिंगर्स के माइक भी सेट करेगा ये. बिल्कुल मत सोचना कि ये मेरा बेटा है. स्टूडियो वालों ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने भी रगड़ दिया मुझे. मगर वो जो चीजें हुईं, वो लाइफ में बहुत कुछ दे गईं.”

बी प्राक ने बताया कि सरस्वती स्टूडियो में ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने सुरजीत खान, हंसराज हंस, जैसे दिग्गजों की डबिंग करवाई है. जबकि बी प्राक के पिता और चाचा इन गायकों के पहले एल्बम्स के कम्पोज़र्स रहे हैं. बहरहाल, बी प्राक बतौर गायक और म्यूजिक डायरेक्टर स्थापित हो चुके हैं. ‘केसरी’ फिल्म के ‘तेरी मिट्टी’ गाने के लिए वो बेस्ट प्लेबैक सिंगर का नेशनल अवॉर्ड और ‘शेरशाह’ के लिए दो फिल्मफेयर अवॉर्ड जीत चुके हैं. 

वीडियो: छोले-भटूरे पर गहन चर्चा और एक शो की कमाई पर B Praak क्या बता गए?

Advertisement