इमरान हाशमी ने बताया, फिल्मों में कैसे शूट करते हैं 'बोल्ड सीन्स'
Emraan Hashmi की फिल्म Murder साल 2004 में आई थी. जिसके बोल्ड सीन्स को लेकर भयंकर चर्चा हुई थी.

Emraan Hashmi पिछले दिनों दी लल्लनटॉप के स्पेशल प्रोग्राम 'लल्लनटॉप बैठकी' में आए थे. अपनी नई सीरीज़ 'शो टाइम' के प्रमोशन के लिए वो हमारे स्पेशल शो पर आए थे. जहां उन्होंने अपने करियर, अपनी फिल्मी जर्नी और अपने विवादित बयानों को लेकर बातें की. उनकी कल्ट फिल्म 'मर्डर' और हिमेश रेशमियां को लेकर भी अपनी बात रखी.
जब इमरान से पूछा गया कि क्या 'मर्डर' फिल्म करते वक्त उन्हें लगा था कि ये पिक्चर कल्ट बन जाएगी? तो एक्टर बोले,
''ये बात तय नहीं रहती कि आपको किसी फिल्म पर कैसा रिस्पॉन्स मिलेगा. फिर वो मेरी दूसरी फिल्म थी. मैं उस वक्त काफी छोटा था. मुझे जो दिया जा रहा था वो मैं ठीक तरह से करने की कोशिश कर रहा था. मेहनत कर रहा था. मैंने कभी नहीं सोचा था कि इसे कैसा रिस्पॉन्स मिलेगा. पहली बार हम इतनी बोल्ड फिल्म जनता के बीच लाने वाले थे. हमें नहीं पता था इसे कैसा रिस्पॉन्स मिलेगा. फिर ये रिलीज़ हुई और इसे पसंद किया गया. इसका क्रेज़ हो गया.''
फिल्मों में बोल्ड सीन्स कैसे शूट होते हैं, इस पर भी इमरान ने बात की. कहा,
''ये पूरी तरह से टेक्निकल होता है. कम क्रू के साथ उसे शूट किया जाता है. मगर इसमें कोई मज़े वाली बात नहीं होती. आप जिस तरह नॉर्मल सीन्स शूट करते हैं, कोई भी एक्शन सीन या इमोशनल सीन, कैमरा एंगल्स होते हैं. लाइट होती है, फिर आपको चीज़ें ऑन स्क्रीन पोट्रे करनी पड़ती है. मेरे लिए कभी ऐसे सीन्स में नर्वसनेस नहीं थी.''
इमरान कहते है,
''मुझे लगता है ये हमारे ऑडियंस का परसेप्शन है. उस फिल्म से पहले ऑडियंस ने इतना बोल्ड कभी ऐसे देखा नहीं था तो ये हज़म कर पाना थोड़ा मुश्किल था. बहुत सारे लोगों ने ये भी कहा था उस वक्त कि ये फिल्म हमारे समाज के लिए ठीक नहीं है. भारतीय संस्कृति के खिलाफ है. मगर ऑडियंस ने अपना निर्णय सुना दिया था. हम तो जनता के लिए फिल्म बनाते हैं. क्रिटिक्स के लिए नहीं बनाते हैं. तो ऑडियंस को तो ये फिल्म पसंद आई थी.''
इमरान ने कहा कि फिल्मों के बोल्ड सीन्स बाकी ही दूसरे सीन्स की तरह ही होते हैं. ऐसा कोई अनोखी चीज़ नहीं होती.
वीडियो: बैठकी: इमरान हाशमी ने फिल्मों में इंटीमेट सीन्स, ऐश्वर्या राय, सलमान खान और शाहरुख खान पर क्या खुलासे किए?

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