'धुरंधर' की तारीफ करते नहीं अघा रहे पाकिस्तानी, लोग बोले,"जिस तरह उन्होंने मेरे शहर को दिखाया..."
भारत ही नहीं पाकिस्तान में भी गदर मचा रही 'धुरंधर'. कराची की अवाम बोल रही है कि 'धुरंधर 2' भी ब्लॉकबस्टर होगी.

Ranveer Singh स्टारर Dhurandhar, India ही नहीं Pakistan में भी गदर मचा रही है. Aditya Dhar की कसी हुई कहानी की तारीफ़ तो हो ही रही है. साथ ही जिस तरह उन्होंने Ludhiana के Khera गांव को Karachi की तहसील Lyari जैसा दिखाया, उसे भी सराहा जा रहा है. कराची के Advocate, Tax Lawyer और Writer Sadiq Suleman ने ‘धुरंधर’ की दिल खोलकर तारीफ़ की. बॉलीवुड हंगामा से बातचीत में उन्होंने न सिर्फ फिल्म की क्रिएटिव टीम, बल्कि एक्टर्स की भी प्रशंसा की. सादिक़ सुलेमान ने कहा,
“क्या कमाल की फिल्म है ये. कराची का नागरिक होने के तौर पर मैं ये फिल्म इसी उम्मीद के साथ देखने गया था कि इसमें भी आम बॉलीवुड फिल्मों जैसा अतिरेक होगा. मगर जिस बारीकी और समर्पण से उन्होंने मेरे शहर को दिखाया है, वो देखकर मैं हैरान रह गया.”
रिलीज़ से पहले ट्रेलर देखकर भी पाकिस्तानी अवाम के रिएक्शन आए थे. किसी ने कहा था कि मेकर्स को हम ल्यारी वालों से सुझाव लेने चाहिए थे. तो किसी ने ट्रेलर की तारीफ़ की थी. मगर सादिक़ सुलेमान को ‘धुरंधर’ का हरेक पहलू रोमांचक और सटीक लगा. खेड़ा में ल्यारी के रीक्रिएशन के बारे में उन्होंने कहा,
“तारीफ़ के सबसे बड़े हक़दार डायरेक्टर आदित्य धर हैं. कराची की छोटी से छोटी डीटेल उन्होंने पूरे परफेक्शन के साथ दिखाई है. पुराने शहर वाला इलाक़ा तो उन्होंने कमाल बनाया.”
सादिक़ सुलेमान के परिवार ने भी ये फिल्म देखी. उनकी प्रतिक्रिया बताते हुए सादिक़ ने कहा,
“मैंने फिल्म के कुछ अहम सीन मेरे पेरेंट्स को भी दिखाए. वो भी इसे देखकर हैरान रह गए. 60 के दशक में वो खरादर और मीठादर में रहे हैं. ये वो कस्बे हैं जो ल्यारी से लगे हुए हैं. और इसीलिए वो ल्यारी के चप्पे-चप्पे से वाकिफ़ हैं. उन्होंने भी कन्फर्म किया कि फिल्म की सेट डिज़ाइन और माहौल हूबहू ल्यारी जैसे हैं. किसी भारतीय फिल्म में किसी जगह की ऐसी भौगोलिक बारीकियों का सटीक चित्रण दुर्लभ है. मीठादर, खरादर और चाकीवारा को इतने परफेक्शन से दिखाने के लिए ‘धुरंधर’ क़ाबिल-ए-तारीफ़ है.”
सादिक़ सुलेमान ने फिल्म के पाकिस्तानी किरदारों को दिखाने के तरीके की भी तारीफ़ की. ख़ास तौर पर रहमान डक़ैत और चौधरी असलम के कैरेक्टर्स को उन्होंने असल किरदारों के लुक के बेहद क़रीब बताया. सादिक ने कहा,
“किरदारों को ऑथेंटिक तरीके से दिखाया गया. जहां अक्षय खन्ना रहमान डक़ैत के किरदार में जबरदस्त थे. वहीं चौधरी असलम के रोल में संजय दत्त बिल्कुल एक्यूरेट थे. 2010 में चौधरी असलम से मेरी छोटी सी मुलाक़ात हुई थी. उनकी प्रचलित छवि के विपरीत, असल में वो बहुत सलीके से बात करने वाले, नेकदिल शख़्सियत थे. संजय दत्त ने उनके किरदार को बाकमाल पकड़ा. फिल्म में कराची की पॉलिटिकल हिस्ट्री को अच्छे से दिखाया गया. यहां का हर नागरिक जानता है कि पाकिस्तान पीपल्स पार्टी ने किस तरह इस शहर पर नकारात्मक असर डाला था. ‘धुरंधर’ वो सच दिखाने से कतराई नहीं. मेरे हिसाब से ये सिर्फ जबरदस्त थ्रिलर नहीं, बल्कि कराची वालों के लिए खूबसूरत नॉस्टैल्जिक जर्नी है. मैं ख़ुश हूं कि मीठी ईद पर ‘धुरंधर 2’ देखने को मिलेगी. सेकेंड पार्ट भी पक्का ब्लॉकबस्टर होगी.”
‘धुरंधर’ में रणवीर सिंह, अक्षय खन्ना और संजय दत्त के अलावा आर माधवन, राकेश बेदी और सारा अर्जुन ने भी ज़रूरी किरदार निभाए हैं. इसके कलेक्शन की बात करें, तो 9 दिसंबर शाम 7.45 तक इसने देशभर से 142 करोड़ रुपये कमा लिए थे.
वीडियो: आदित्य धर की 'उरी' और 'धुरंधर' के बीच क्या है कनेक्शन?

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