पाकिस्तानी नेता ने 'धुरंधर' की आलोचना की, पाक की जनता ने उन्हें ही धो दिया
इंटरनेट पर एक फ़ोटो भी वायरल हो रही है. इसमें बेनज़ीर के साथ रियल रहमान डकैत के होने का दावा किया जा रहा है.
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एक तरफ़ Aditya Dhar की Dhurandhar बॉक्स ऑफिस पर धुआं उठा रही है. दूसरी तरफ़ इसे लगातार विवादों का सामना करना पड़ रहा है. ताजा मामले में पाकिस्तानी नेता Sumeta Afzal Syed ने Ranveer Singh की मूवी पर बड़े आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि मेकर्स ने फिल्म में पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री Benazir Bhutto की तस्वीरें गलत ढंग से इस्तेमाल की हैं. ऐसा करके उन्होंने बेनज़ीर को आतंकियों का समर्थक बताया है. जो कि गलत है. मगर सुमेता के इस पोस्ट पर पाकिस्तानी जनता ने ही उन्हें आईना दिखा दिया.
'धुरंधर' में अक्षय खन्ना का किरदार एक पाकिस्तानी गैंगस्टर है. वो आतंकियों को बंदूकें उपलब्ध करवाता है. साथ ही वो पॉलिटीशियन में भी पांव जमाना चाहता है. फिल्म में उसे जिस पार्टी का समर्थन करते दिखाया गया है, उसके पोस्टर पर बेनज़ीर भुट्टो की तस्वीरें लगी हुई हैं. ट्रेलर में भी ये चीज़ साफ नज़र आती है.

बेनज़ीर का संबंध असलियत में पाकिस्तान पीपल्स पार्टी से था. 'धुरंधर' देखकर PPP की प्रवक्ता और सिंध टास्क फोर्स की सदस्य सुमेता अफ़जल सईद ने X पर लिखा,
"हालिया रिलीज़ भारतीय फिल्म धुरंधर में शहीद मोहतरमा बेनज़ीर भुट्टो की तस्वीरों का गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया है. साथ ही इसमें पीपीपी को आतंकियों का समर्थक दिखाने की कोशिश की गई है. हम इस झूठे और गलत चित्रण की कड़ी निंदा करते हैं. साथ ही हम सरकार से मांग करते हैं कि भारत की इस कोशिश पर तुरंत संज्ञान लिया जाए, जो पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री और दुनियाभर में सम्मानित एक लोकतांत्रिक नेता की छवि खराब करने की कोशिश कर रही है. पीपीपी खुद आतंकवाद का सबसे बड़ी शिकार रही है. वो हमेशा आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़ी रही है और आगे भी खड़ी रहेगी."
इस पोस्ट पर भारतीय लोगों ने तो उन्हें भला-बुरा कहा सो कहा, पकिस्तानियों ने भी उन्हें लताड़ना शुरू कर दिया है. एक पाकिस्तानी यूजर ने लिखा,
"आप बिल्कुल सही हैं. बेनज़ीर भुट्टो हमारा गौरव हैं. भारत को उनकी तस्वीरों का फिल्मों में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. लेकिन सुमेता बाजी, ल्यारी में अब्दुल रहमान बलोच को कौन मदद और संरक्षण दे रहा था? क्या आप उसका नाम बता सकती हैं?"

एक भारतीय यूजर ने पाकिस्तानी नेता पर सवाल उठाते हुए लिखा,
"इसमें (धुरंधर) कुछ भी झूठ नहीं है. क्या रहमान डकैत 2007 में बेनज़ीर भुट्टो की सिक्योरिटी टीम का हिस्सा नहीं था? क्या अमन कमेटी, पीपीपी की सहयोगी नहीं थी? क्या पीपीपी ने बिलावल हाउस की सुरक्षा और खाली कराने जैसे कामों के लिए रहमान डकैत का इस्तेमाल नहीं किया था? और क्या नबील गबोल और ज़ुल्फ़िकार मिर्ज़ा, रहमान डकैत और उज़ैर बलोच के क़रीबी नहीं थे?"

एक अन्य यूजर ने सवाल किया,
"बेनज़ीर भुट्टो जब पाकिस्तान वापस लौटी थीं, तो उनकी सिक्योरिटी कौन हैंडल कर रहा था?"


कुछ यूजर्स तो पीपीपी प्रवक्ता पर तंज कसते हुए उन्हें भारत आकर पुलिस कंप्लेंट फ़ाइल करने कह रहे हैं. इसी बीच इंटरनेट पर एक फ़ोटो भी वायरल हो रही है. इसमें बेनज़ीर के साथ रियल रहमान डकैत के होने का दावा किया जा रहा है. मगर इसमें शख्स का आधा चेहरा छिपा हुआ है, जिस वजह से फिलहाल इस दावे की पुष्टि नहीं की जा सकती.
वीडियो: अक्षय खन्ना 'धुरंधर' के बाद इन फिल्मों में आएंगे नजर

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