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इधर ऑपरेशन सिंदूर हुआ, उधर बॉलीवुड वाले इस पर फिल्म बनाने के लिए मारामारी करने लगे

7 मई को Pakistan और PoK के 9 आतंकी ठिकानों पर हमले के कुछ घंटों बाद ही फिल्ममेकर्स के बीच Operation Sindoor टाइटल रजिस्टर कराने की रेस लग गई.

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Madhur Bhandarkar, Operation Sindoor, Ashoke pandit
ऑपरेशन सिंदूर का नाम फिल्म टाइटल के तौर पर रजिस्टर कराने की रेस लग चुकी है फिल्ममेकर्स में.
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अंकिता जोशी
8 मई 2025 (Updated: 8 मई 2025, 05:09 PM IST) कॉमेंट्स
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Pahalgam आतंकी हमले का जवाब देते हुए भारत ने Operation Sindoor को अंजाम दिया. भारतीय आर्मी और एयरफोर्स ने रातोंरात पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया. 7 मई की सुबह ये ख़बर पूरी दुनिया में आग की तरफ फैल गई. कई बॉलीवुड हस्तियों ने इस पर सोशल मीडिया पोस्ट लिखीं. अब ख़बर है कि फिल्ममेकर्स के बीच ऑपरेशन सिंदूर का नाम फिल्म के टाइटल के तौर पर रजिस्टर कराने की होड़ मची हुई है. बॉलीवुड हंगामा की रिपोर्ट के मुताबिक कई‍ फिल्ममेकर्स ने बुधवार को ही अपने नुमाइंदे फिल्म ऑर्गनाइज़ेशंस की तरफ़ दौड़ा दिए. ताकि‍ सबसे पहले वो ये टाइटल अपने नाम करा लें.

फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉई (FWICE) ने भी इसकी पुष्टि की. उन्होंने बताया कि तकरीबन 15 फिल्मेकर्स और स्टूडियो ने इस टाइटल को रजिस्टर कराने के लिए 07 मई को ही एप्लिकेशन दे दिए. इनमें मधुर भंडारकर, ज़ी स्टूडियोज़, टी-सीरीज़ और Ashoke Pandit जैसे नाम शामिल हैं. FWICE के प्रेसिडेंट बीएन तिवारी ने बताया कि ऑपरेशन वाले दिन ही 15 फिल्मेकर्स और स्टूडियो इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के पास पहुंचे. सभी ने ऑपरेशन सिंदूर को बतौर फिल्म टाइटल रजिस्टर करने की अर्ज़ी दी.  

मिलिट्री ऑपरेशंस पर बनी फिल्में बेहद सफल रहीं. इनमें ‘बॉर्डर’, ‘लक्ष्य’, ‘उरी - द सर्जिकल स्ट्राइक’, ‘शेरशाह’ और ‘राज़ी’ जैसी फिल्में शामिल हैं. ये कमाऊ भी रहीं और क्रिटिक्स ने भी खुले दिल से इनकी तारीफ की. इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर में भी वही सिनेमैटिक अपील है. इसीलिए ऑपरेशन के कुछ घंटों बाद ही फिल्ममेकर्स इसका टाइटल रजिस्टर कराना चाहते है.  

इस बारे में इंडिया टुडे ने फिल्ममेकर अशोक पंडित से बात की. उन्होंने कहा - 

“हां मैंने इस टाइटल पर फिल्म बनाने के लिए अप्लाई किया है. इस पर फिल्म बनेगी या नहीं, या कब बनेगी ये सब दूर की कौड़ी है. मगर फिल्ममेकर्स और प्रोड्यूसर्स के तौर पर जैसे ही कोई मानीखेज़ घटना घटती है, सबसे पहले हम टाइटल रजिस्टर कराते हैं. ये सबसे ज़रूरी है क्योंकि फिल्म के टाइटल के बिना प्लानिंग भी नहीं शुरू कर पाएंगे. अभी कई फिल्ममेकर्स ने अप्लाई किया है. इसका मतलब ये नहीं है कि सब के सब ऑपरेशन सिंदूर पर फिल्म बनाएंगे. मगर टाइटल रजिस्टर करा लेने से एक रास्ता खुल जाता है. मैं इस विषय से गहराई से जुड़ा हूं. मुझे पता है इस देश ने क्या-कुछ सहा है. हम 30-35 साल से ये लड़ाई लड़ रहे हैं. इस आतंकवादी देश की सच्चाई मैं अच्छी तरह जानता हूं. मेरे जैसा शख्स जिसने पाकिस्तान की इन हरक़तों को निजी तौर पर झेला है, उसके लिए ये विषय बेहद ज़रूरी है. हमने हमारे लोगों का सबसे बर्बर नरसंहार देखा है कश्मीर में.”

फिल्म ट्रेड से जुड़े सूत्रों के मुताबिक इस रेस में सबसे आगे है महावीर जैन की फिल्म कंपनी. ‘ऊंचाई’, ‘मलाल’  और ‘गुडलक जेरी’ जैसी फिल्में बनाई हैं इस कंपनी ने. महावीर जैन के बाद कतार में हैं ज़ी स्टूडियोज़ और टी-सीरीज़. मधुर भंडारकर ने भी ये टाइटल रजिस्टर कराने का आवेदन दिया है. इस बारे में फिल्म ट्रेड से जुड़े एक सूत्र ने कहा - 

“आज इंडस्ट्री में यही मसला चर्चा का विषय है. हर किसी की निगाह इसी बात पर टिकी हुई है कि ऑपरेशन सिंदूर टाइटल आखिर किसके नाम दर्ज होगा. एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये पहले आओ, पहले पाओ वाला सिस्टम है. जो सबसे पहले पहुंचा, उसका दावा सबसे मज़बूत माना जाएगा.”

ये टाइटल किसके नाम होगा, ये तो वक्त ही बताएगा. फिलहाल हम आपको बता दें कि आने वाले वक्त में 5-6 देशभक्त‍ि फिल्में देखने को मिलेंगी. सभी पर काम शुरू हो चुका है. एक-दो की शूटिंग भी शुरू हो चुकी हैं. ये अलग अलग युद्धों और मसलों की पृष्ठभूमि पर बन रही हैं. किसी में 1971 में हुए भारत पाक युद्ध की बात होगी तो कोई 2020 में भारत और चीन के बीच गलवान घाटी में हुई जंग की कहानी कहेगी. इन फिल्मों में सनी देओल, सलमान खान और वरुण धवन जैसे एक्टर्स काम कर रहे हैं.  

ख़ैर, सूत्रों के मुताबिक, पहलगाम हमले के जवाब में किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत तकरीबन 100 आतंकवादी मारे गए हैं. बहावलपुर और मुरीदके में लगभग 25-30 आतंकवादी मारे गए हैं, जो सबसे बड़े दो ठिकाने हैं. भारतीय एजेंसियां अन्य आतंकी शिविरों में मौजूद लोगों की संख्या की पुष्टि कर रही हैं. कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि रात 1:05 और 01: 30 के बीच ऑपरेशन हुआ. पहलगाम में मारे गए पर्यटकों के लिए ये ऑपरेशन हुआ. पाकिस्तान और पीओके में 9 टारगेट पहचाने गए थे, और इन्हें इंडियन आर्मी और एयरफोर्स ने तबाह कर दिया. इस दौरान आतंकियों के लॉन्चपैड, ट्रेनिंग सेंटर्स टारगेट किए गए. उन्होंने ये भी बताया कि भारत की तरफ से कोई भी अटैक पाकिस्तानी आर्मी के ठिकानों पर नहीं किया गया है. सभी अटैक आतंकियों के ठिकानों पर ही हुए हैं.

वीडियो: अदनान सामी ने ट्वीट कर पाकिस्तान को क्या धमकी दे दी?

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