The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • Entertainment
  • Bad Reviews Wont Be Tolerated: IFTPC Producers Issue Stern Warning to Social Media Influencers

खराब रिव्यू दिया तो ख़ैर नहीं, सलमान, आमिर समेत 375 प्रोड्यूसर्स ने इन्फ़्लुएन्सर्स को दी धमकी

IFTPC देश भर के 375 से अधिक टीवी और फिल्म प्रोड्यूसर्स का एक समूह है. इनका कहना है कि इंफ्लुएंसर्स प्रोड्यूसर्स से पैसे मांगते हैं. न देने पर फिल्मों और वेब शोज़ का खराब रिव्यू करते हैं.

Advertisement
 akshay kumar, aamir khan,
IFTPC ने अब तय किया है कि वो देश के जाने-माने वकीलों से सलाह लेगी.
pic
शुभांजल
1 सितंबर 2025 (Updated: 1 सितंबर 2025, 08:56 PM IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

किसी भी फिल्म के रिलीज होने के बाद इंटरनेट पर उसे रिव्यू करने वालों की बाढ़-सी आ जाती है. कुछ लोग ईमानदारी से फिल्म की अच्छाई-बुराई बता देते हैं. मगर कुछ रिव्यू ऐसे भी होते हैं, जिन्हें देख प्रोड्यूसर्स को लगता है कि उनकी फिल्म को टार्गेट किया जा रहा है. कई बार इससे उनकी मूवी को काफी नुकसान भी होता है. इसलिए Indian Film and Television Producers Council (IFTPC) ने अब ऐसे सोशल मीडिया इन्फ़्लुएन्सर्स के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

IFTPC देश भर के 375 से अधिक टीवी और फिल्म प्रोड्यूसर्स का एक समूह है. फिल्म प्रोडक्शन के नियम-कायदों को लेकर सभी चर्चाएं यहीं होती हैं. 01 सितंबर को इस काउंसिल ने एक प्रेस रिलीज जारी की. इसमें उन्होंने ऐसे सोशल मीडिया इन्फ़्लुएन्सर्स को आड़े हाथ लिया, जो नेगेटिव रिव्यू देने की धमकी देकर प्रोड्यूसर्स से पैसे वसूलते हैं. IFTPC की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार,

“पिछले कुछ सालों में एक चिंताजनक ट्रेंड देखने को मिला है, जहां कुछ सोशल मीडिया इन्फ़्लुएन्सर्स कुछ खतरनाक हरकतों में शामिल हो रहे हैं. ये लोग फिल्मों, वेब सीरीज और अन्य ऑडियो-विजुअल कॉन्टेंट के बारे में खराब और अपमानजनक रिव्यू या रिएक्शन वीडियो पोस्ट करने की धमकी देते हैं. साथ ही ये प्रोड्यूसर्स से पैसे की मांग करते हैं. अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं, तो ये जानबूझकर किसी प्रोजेक्ट के खिलाफ नेगेटिव कैंपेन चलाते हैं. इससे उस प्रोजेक्ट की रिसेप्शन और कलेक्शन पर बुरा असर पड़ता है.”

IFTPC ने आगे जोड़ा,

"IFTPC और इसके मेम्बर्स अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बिल्कुल खिलाफ नहीं हैं. बल्कि वो सही और कंस्ट्रक्टिव क्रिटिसिज्म का स्वागत करते हैं. लेकिन कुछ बेईमान लोगों द्वारा की जा रही जबरन वसूली सही मायनों में रिव्यू के दायरे से कहीं आगे निकल चुकी है. इन कामों से भारतीय फिल्म और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की रचनात्मकता और अर्थव्यवस्था पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है."

IFTPC ने अब तय किया है कि वो देश के जाने-माने वकीलों से सलाह लेगी. ऐसा इसलिए ताकि ये पता चल सके कि कानून में क्या-क्या सिविल और क्रिमिनल तरीके उपलब्ध हैं, जिनसे सोशल मीडिया पर हो रही इस जबरन वसूली को जल्द-से-जल्द रोका जा सके. जानकारी के लिए बता दें कि प्रोड्यूसर्स की इस काउंसिल में आमिर खान, अब्बास-मुस्तन, अजय देवगन, आशुतोष गोवारिकर, एकता कपूर, संजय लीला भंसाली, मधुर भंडारकर, अक्षय कुमार, डिज्नी, EROS, नाडियाडवाला ग्रैंडसंस, सलमान खान और संजय दत्त समेत कई नामी-गिरामी लोगों के प्रोडक्शन हाउस शामिल हैं.  

वीडियो: थलपति विजय के प्रोड्यूसर ने बताया, कैसे पुली फिल्म बनाकर बर्बाद हो गए

Advertisement