रणवीर की 'धुरंधर' की कमाई देख ल्यारी की जनता मेकर्स से 80 परसेंट प्रॉफिट मांगने लगी!
ल्यारी की जनता का सुझाव है कि 'धुरंधर' से हुए प्रॉफिट का इस्तेमाल ल्यारी की चौक की लाइट और पेंट बदलने में होना चाहिए.

ये बात अब किसी से छिपी नहीं कि Dhurandhar, पाकिस्तान के Lyari शहर में हुए गैंगवॉर्स से प्रेरित है. Aditya Dhar की फिल्म के कारण ये शहर रातों-रात इंटरनेट पर वायरल हो गया. कई व्लॉगर्स और न्यूज चैनल्स वहां के लोगों का इंटरव्यू लेने पहुंचने लगे. लोकल लोगों का एक तबका ऐसा है, जो फिल्म पर अपनी खुशी ज़ाहिर कर रहा है. वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो मूवी का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन देख Aditya Dhar से प्रॉफिट शेयर करने की मांग करने लगे हैं. कोई उनसे 5 करोड़ रुपए की डिमांड कर रहा, तो किसी ने 80 परसेंट तक का प्रॉफिट मांग लिया है.
इंटरनेट पर एक वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है. इसमें एक पाकिस्तानी व्लॉगर ने ल्यारी के लोगों को 'धुरंधर' के बारे में बताया. वीडियो बनाते वक्त फिल्म ने 800 करोड़ रुपये का कलेक्शन पार कर लिया था. ऐसे में लोगों ने सवाल उठाना शुरू किया कि जब फिल्म उनके शहर पर बनी है, तो इसके प्रॉफिट से उन्हें फ़ायदा क्यों नहीं पहुंचाया जा रहा है? एक शख्स ने सुझाव दिया,
"उन्हें (आदित्य धर) इस प्रॉफिट का 80 परसेंट तो हमसे शेयर करना ही चाहिए. वो तो फिल्में बनाते रहते हैं. उनका तो यही काम है. एक फिल्म से नहीं कमाया, तो क्या हो गया?"
दूसरे शख्स ने तुलनात्मक रूप से कम पैसे मांगे. उसने कहा कि मेकर्स को 'धुरंधर' की कमाई का आधा, यानी कम-से-कम 50 परसेंट ल्यारी की जनता से शेयर करना चाहिए. अन्य लोगों ने 5 करोड़, 12 करोड़ और 20 करोड़ रुपये तक की मांग कर डाली. एक लोकल शख्स ने कहा कि इन पैसों से ल्यारी में हॉस्पिटल बनाना चाहिए.
मगर ये सलाह-मशविरा यहीं नहीं रुका. एक शख्स ने कहा कि अगर आदित्य धर प्रॉफिट शेयर नहीं कर सकते, तो कम-से-कम उन पैसों को ल्यारी के रंग-रोगन में तो इस्तेमाल किया ही जा सकता है. 'धुरंधर' देखने वालों को याद होगा कि फिल्म के एक सीन में ‘चील चौक’ का ज़िक्र है. ये वही जगह है, जहां रहमान डकैत का किरदार बाबू डकैत की सरेआम हत्या करता है. इस तरह की जगह रियल लाइफ़ ल्यारी में भी है. एक आदमी ने सुझाव दिया कि फिल्म के प्रॉफिट को इस चौक की लाइट और पेंट बदलने में इस्तेमाल किया जा सकता है.
फिल्म की रिलीज़ से पहले ल्यारी से जो वीडियोज़ आ रही थीं, उनमें लोग 'धुरंधर' को लेकर वेलकमिंग थे. मगर इस बार उनका रुख बदला हुआ नज़र आ रहा है. एक शख्स ने इस बात पर आपत्ति जताई कि फिल्म में ल्यारी को गलत ढंग से दिखाया गया है. इस तरह की हिंसा अन्य जगहों पर भी होती रही हैं. जहां तक ल्यारी की बात है, वो गैंगवॉर के ज़माने से बहुत आगे निकल आया है. ऐसे में फिल्मों के जरिए इस तरह का चित्रण, शहर के बारे में लोगों की राय खराब कर सकता है.
वीडियो: ‘धुरंधर’ ने तोड़े रिकॉर्ड, लेकिन गल्फ में रिलीज़ न होने से हुआ 50 करोड़ का बड़ा नुकसान

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