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2020 की वो 7 शानदार फिल्में, जो मनोरंजन के साथ तगड़ी सीख भी देती हैं

लिस्ट देखकर चेक करना, कोई मिस तो नहीं हुई आपसे?

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बाएं से दाएं: थप्पड़, बुलबुल और शुभ मंगल ज्यादा सावधान, ऐसी फिल्में हैं, जो तगड़ा सोशल मैसेज देती हैं. (फोटो- वीडियो स्क्रीनशॉट)
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लालिमा
21 दिसंबर 2020 (Updated: 21 दिसंबर 2020, 12:51 PM IST) कॉमेंट्स
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साल 2020 खत्म होने वाला है. इस साल कई सारी फिल्में रिलीज़ हुईं. ज़ाहिर है कोरोना की वजह से कई फिल्में बड़े पर्दे तक नहीं पहुंच सकीं, लेकिन OTT प्लेटफॉर्म्स के ज़रिए आपके टीवी, लैपटॉप और फोन तक तो पहुंचीं ही. खैर, तो अब वक्त आ गया ईयर एंडर्स का. अब तक आपने कई सारी ऐसी लिस्ट देख ली होंगी कि सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फिल्में कौन-सी रहीं, सबसे बढ़िया गाने कौन से रहे वगैरह-वगैरह. हम भी आपके सामने एक लिस्ट पेश कर रहे हैं. थोड़ी हटके. इससे आपको 2020 की उन फिल्मों के बारे में पता चलेगा, जो मनोरंजन के साथ-साथ आपको तगड़ा मैसेज भी देती हैं. ये रही उन सात फिल्मों की लिस्ट-

1. बुलबुलकास्ट- तृप्ती डिमरी, अविनाश तिवारी, राहुल बोस, पाउली दाम, परमब्रता चटर्जी डायरेक्टर- अन्विता दत्त रिलीज़ डेट- 24 जून 2020 (नेटफ्लिक्स)


Bulbul
'बुलबुल' हॉरर फिल्म होने के साथ ही बहुत अहम बात कहती है. तस्वीर में तृप्ती डिमरी और अविनाश तिवारी अपने कैरेक्टर्स में. (फोटो- वीडियो स्क्रीनशॉट)

क्या मैसेज है?

यही कि कैसे अपनी मर्ज़ी के मुताबिक जीने वाली औरतों की 'चुड़ैल' जैसे शब्दों से लेबलिंग कर दी जाती है. फिल्म में दिखाया है कि एक लड़की, जिसकी बचपन में शादी करवा दी जाती है, वो समाज के बने-बनाए ढांचे से अलग जाने की कोशिश करती है. लेकिन आदमियों के दबदबे वाला समाज उसे जाने नहीं देता. उसके मन के साथ-साथ शरीर पर भी गहरे ज़ख्म दिए जाते हैं. रेप का शिकार भी होती है. इन सबके बाद भी उसे ये सिखाया जाता है कि चुप रहने में ही उसकी भलाई है. लेकिन लड़की चुप नहीं रहती, इन सारे अत्याचारों का बदला लेती है अपने तरीके से. अपनी जैसी बाकी औरतों पर हुए अत्याचारों का भी बदला लेती है. उसके बाद उसे लोग 'चुड़ैल' पुकारने लगते हैं. अक्सर ऐसा ही होता है, जो लड़की या औरत सोसायटी के बने-बनाए खांचे मं फिट नहीं बैठती, उसे 'चुड़ैल' जैसे नाम दे दिए जाते हैं.


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