खतौली में दंगों में सजा पाए विक्रम सैनी की पत्नी हारीं, SP-RLD ने मिलकर हराया!

उत्तर प्रदेश की खतौली (Khatauli) विधानसभा सीट से राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के मदन भैया (Madan Bhaiya) जीत गए हैं. मदन भैया ने लगभग 22 हजार वोट के साथ जीत हासिल की है. उन्हें 97139 वोट मिले, वहीं भारतीय जानता पार्टी की उम्मीदार राजकुमारी सैनी को 74996 वोट मिले. वोट के साथ जीत दर्ज की है. राजकुमारी सैनी, पूर्व-विधायक विक्रम सैनी की पत्नी हैं.

दरअसल, आज गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा के नतीजे आए हैं. इसके अलावा भी आज देश के अलग-अलग प्रदेशों में हुए उपचुनावों के नतीजे आए. उसी में आज, उत्तर प्रदेश की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव थे. खतौली और रामपुर.
इससे पहले BJP के पूर्व विधायक विक्रम सिंह सैनी को मुज़फ़्फ़रनगर दंगों में दोषी पाया गया था. 11 अक्टूबर को ज़िला अदालत ने विक्रम सैनी समेत 12 और लोगों को हिंसा करने का दोषी माना था. उनको दो साल की जेल की सज़ा सुनाई गई और दस-दस हज़ार रुपये का जुर्माना लगाया गया था. इसके बाद विक्रम सैनी की विधायकी चली गई. उनकी सीट ख़ाली हुई, तो उपचुनाव की घोषणा की गई. भाजपा ने इस सीट से विक्रम सैनी की पत्नी राजकुमारी सैनी को चुनाव में उतारा था.
विक्रम सैनी खतौली सीट से दो बार के विधायक रह चुके हैं. 2017 में सपा के चौहान को हराया था और 2022 के चुनाव में तो उन्हें एक लाख वोट से ज़्यादा मिले थे.
कैसे जीता गठबंधन?
सपा की सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोक दल ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दबंग नेता मदन भैया को मैदान में उतारा था, जो अब विधायक चुने गए हैं.
राजनीतिक जानकारों ने बताया कि ये समीकरण आख़िरी समय में गठबंधन की वजह से बदला. चंद्रशेखर आजाद के साथ रालोद-सपा के अंतिम समय के गठबंधन ने दलित वोट बैंक को मदन भईया के पाले ला दिया.
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश की रामपुर सीट पर हुए उपचुनाव के अंतिम नतीजे भी आ गए हैं. BJP उम्मीदवार आकाश सक्सेना आज़म ख़ान का 'गढ़' मानी जाने वाली रामपुर सीट पर 33,702 वोटों के मार्जिन से जीत गए हैं. दूसरे पायदान पर रहे समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार मोहम्मद आसिम राजा.
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