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रूस को जमीन, सेना में कटौती, नाटो से दूरी.. ट्रंप की तीन बड़ी शर्तें, क्या जेलेंस्की मानेंगे?

Russia Ukraine War समाप्त करने के लिए राष्ट्रपति Donald Trump का ये प्रयास उनके और यूरोपीय नेताओं के बीच दरार पैदा कर सकता है. यूरोपीय देश ऐसे किसी भी समझौते का विरोध करेंगे जिससे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आक्रमकता को बढ़ावा मिलेगा.

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 volodymyr zelenskyy donald trump vladimir putin
जेलेंस्की के लिए ट्रंप की शर्तों को मानना आसान नहीं होगा. (फाइल फोटो, इंडिया टुडे)
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आनंद कुमार
21 नवंबर 2025 (Published: 10:42 AM IST)
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यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) के शांति प्रस्ताव का मसौदा सामने आया है. इस मसौदे के मुताबिक यूक्रेन (Ukraine) से रूस (Russia) को कई रियायतें देने को कहा गया है. युद्ध के मैदान में मुश्किलों का सामना कर रहे यूक्रेन के लिए इस योजना ने तनाव बढ़ा दिया है. कीव के यूरोपीय सहयोगियों ने भी इस पर चिंता जताई है.

एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी शांति प्रस्ताव में यूक्रेन से रूस को जमीन का एक हिस्सा सौंपने और अपनी सेना के आकार को सीमित करने का प्रस्ताव दिया गया है.  साथ ही ये प्रस्ताव यूक्रेन की नाटो में एंट्री को भी रोकेगा.  

एपी को मिले डॉक्यूमेंट्स के मुताबिक,  ब्लादिमीर पुतिन को वह जमीन भी मिल जाएगी जो वे युद्ध के मैदान में हासिल नहीं कर पाए  हैं. अमेरिकी प्रस्ताव के मुताबिक, मास्को को पूर्वी डोनबास क्षेत्र पर कब्जा मिल जाएगा जिसका 14 फीसदी हिस्सा अभी भी यूक्रेन के पास है. यूक्रेन की सेना में अभी 8 लाख 80 हजार सैनिक हैं, जो कि घटकर 6 लाख रह जाएगी.

इस प्रस्ताव से रूस पर लगे प्रतिबंध हटाने और उसे सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले समूह (जिसे पहले G-8 के नाम से जाना जाता था) में वापस लौटना का मौका भी मिल  जाएगा. साल 2014 में क्रीमिया पर कब्जा करने के चलते रूस को इस वार्षिक सम्मेलन से बाहर कर दिया गया था.

अमेरिकी प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बताया कि विदेश मंत्री मार्को रुबियो और विशेष दूत स्टीव विटकॉफ एक महीने से चुपचाप एक योजना पर काम कर रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का प्रस्ताव न केवल यूक्रेन को नाटो में शामिल होने से रोकेगा बल्कि इस सैन्य गठबंधन के भविष्य के विस्तार को भी रोकेगा. यह कदम मास्को के लिए एक बड़ी जीत होगी, जो नाटो को एक खतरे के तौर पर देखता है.

ये भी पढ़ें - रफाल को इसलिए 'गिराना' चाहता था चीन, अमेरिकी रिपोर्ट ने सारी पोल खोल दी

वाशिंगटन और मॉस्को के बीच बातचीत से निकला यह प्रस्ताव रूस के पक्ष में जाता दिख रहा है, जिसने लगभग चार साल पहले अपने पड़ोसी देश यूक्रेन पर आक्रमण करके युद्ध की शुरुआत की थी. हालांकि यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के लिए यह प्रस्ताव स्वीकार करना आसान नहीं होगा. वो पहले भी अमेरिका के ऐसे प्रस्ताव का विरोध कर चुके हैं. क्योंकि रूस को अपना क्षेत्र सौंपना यूक्रेन के संविधान के तहत भी अवैध होगा.

रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त करने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप का ये प्रयास उनके और यूरोपीय नेताओं के बीच दरार पैदा कर सकता है. यूरोपीय देश ऐसे किसी भी समझौते का विरोध करेंगे जिससे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आक्रामकता को बढ़ावा मिलेगा.

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