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पुलिसवाले बोले, दिग्विजय सिंह के रोड शो में भगवा गमछा पहनने को कहा गया, DIG का इनकार

सोशल मीडिया पर चर्चा, रोड शो के लिए खाकी से भगवाधारी हो गए पुलिसवाले.

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भोपाल में सिविल ड्रेस में भगवा गमछे डाले नजर आए पुलिसकर्मी. फोटो. एएनआई.
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अनिरुद्ध
8 मई 2019 (Updated: 8 मई 2019, 01:03 PM IST) कॉमेंट्स
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तू भी भगवा- मैं भी भगवा. भोपाल लोकसभा सीट का चुनाव कुछ इसी तर्ज पर लड़ा जा रहा है. भाजपा की भगवाधारी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के जवाब में कांग्रेस के दिग्विजय सिंह भी भगवाधारी साधु-संत उतार दिए हैं. उनके लिए कंप्यूटर बाबा भोपाल में रोड शो कर रहे हैं. इस रोड शो के दौरान कुछ पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में भगवा गमछा गले में डाले नजर आए. इसको लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही हैं. देखते-देखते ये खबर सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई. तस्वीरों को लेकर लोग कमेंट कर रहे हैं. और सवाल कर रहे हैं कि क्या इऩ पुलिसकर्मियों को भगवा पट्टे पहनाकर खड़ा किया गया था? भगवा गमछे में कुछ महिला पुलिसकर्मी भी नजर आईं.
भोपाल में रोड शो के दौरान पुलिसकर्मी. तस्वीर. एएनआई.
भोपाल में रोड शो के दौरान पुलिसकर्मी. तस्वीर. एएनआई.

पुलिसकर्मियों ने क्या कहा? मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रोड शो के दौरान जब महिला पुलिसकर्मियों से पूछा गया कि आखिर उन्होंने भगवा गमछा क्यों पहना हुआ है. उनका कहना था कि 'उन्हें कहा गया है कि रोड शो के दौरान इसे पहने रहें.' एक पुलिसकर्मी ने बताया कि 'हम यहां कंप्यूटर बाबा द्वारा आयोजित रोड शो के लिए ड्यूटी पर हैं. हमें गमछा पहनने के लिए कहा गया है.'
क्या कहना है पुलिस अफसरों का? पुलिस का दावा है कि जो लोग गमछे में दिख रहे थे, वे स्वयंसेवक थे न कि पुलिस कर्मचारी. भोपाल के DIG इरशाद वली के मुताबिक
'रोड शो की सुरक्षा में पुलिसकर्मियों को सिविल वर्दी में खड़ा किया गया था, लेकिन किसी भी पुलिसवाले ने भगवा साफा नहीं पहना था. हमने और कार्यक्रम के आयोजकों ने स्वयंसेवकों को लगाया था. स्वयंसेवकों ने क्या पहना है, इस बारे में हम कुछ नहीं कह सकते. किसी भी पुलिसकर्मी ने किसी भी रंग के गमछे नहीं पहने थे.'
मोदी-मोदी के नारे क्यों लगे? कंप्यूटर बाबा के रोड शो के दौरान उस वक्त असहज स्थिति उत्पन हो गई, जब कुछ लोग मोदी-मोदी के नारे लगाने लगे. इस पर टकराव की स्थित बनती नजर आई. इस दौरान कुछ साधु संत राहुल गांधी के जिंदाबाद के नारे भी लगा रहे थे. दिग्विजय के समर्थन में भोपाल में करीब 7 हजार साधु-संत उतर आए हैं. कंप्यूटर बाबा दिग्विजय की तरफ से मोर्चा संभाले हुए हैं. 7 मई को वे सैंकड़ों संतों के साथ धूनी रमाकर बैठे तो 8 मई बुधवार को उन्होंने रोड शो किया. रोड शो में पहुंचे साधुओं ने कांग्रेस का झंडा भी थामा हुआ था.
भोपाल का चुनाव क्यों है अहम? भोपाल लोकसभा सीट पर 12 मई को मतदान होना है. कांग्रेस के दिग्विजय सिंह के सामने बीजेपी की साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर मैदान में हैं. भोपाल के चुनाव में धर्म एक अहम मुद्दा बनकर उभरा है. एक तरफ दिग्विजय सिंह रोड शो और प्रचार कर रहे हैं. दूसरी ओर, बीजेपी की ओर से साध्वी प्रज्ञा भी मोर्चा संभाले हुए हैं. साध्वी के समर्थन में 8 मई को ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का भी भोपाल में रोड शो है. साध्वी प्रज्ञा मालेगांव ब्लास्ट मामले में आरोपी हैं. फिलहाल जमानत पर बाहर हैं. कांग्रेस के दिग्विजय सिंह हिंदू आतंकवाद का आरोप लगाकर बीजेपी को घेरते रहे हैं. इसी वजह से भाजपा ने उनके सामने साध्वी प्रज्ञा को उतारा है.


वीडियोः डॉक्टर ने बताया साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का कैंसर कैसे ठीक हुआ?

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