कोई पूर्व सीएम का बेटा, कोई पूर्व मंत्री का वारिस, नीतीश कैबिनेट में परिवारवाद पर राजद का निशाना
Nitish Kumar के शपथग्रहण के बाद बिहार की सियासत में परिवारवाद का मुद्दा एक बार फिर से सुर्खियों में है. विपक्षी पार्टी RJD ने उनके मंत्रिमंडल में शामिल नेताओं के पारिवारिक कनेक्शन का जिक्र करते हुए NDA सरकार पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है.

बिहार में NDA की सरकार बन गई है. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) 10वीं बार सीएम पद की शपथ ले चुके हैं. उनके अलावा 26 और मंत्री है जिन्होंने शपथ ली हैं. इन मंत्रियों में से कुछ मंत्री ऐसे है जिन्हें लेकर विपक्ष आरोप लगा रहा है. आरोप परिवारवाद का है. बिहार में विपक्षी पार्टी RJD ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली है. जिसमें कहा गया कि नीतीश सरकार के कई मंत्रियों का परिवार पहले से ही राजनीति से जुड़ा हैं. 20 नवंबर की शाम किए गए पोस्ट में 10 नामों का जिक्र किया गया.
पोस्ट में पहला नाम है. संतोष सुमन मांझी का. जो बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे और विधायक ज्योति मांझी के दामाद और विधायक दीपा मांझी के पति है. मांझी परिवार में अब केंद्रीय मंत्री, राज्य मंत्री और दो विधायक जुड़े हैं, जो अच्छी तरह से राजनीति में सक्रिय हैं.
दूसरा नाम है बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी का. जो पूर्व मंत्री शकुनी चौधरी और पूर्व विधायक रहीं पार्वती देवी के बेटे है. तीसरा नाम है दीपक प्रकाश का. दीपक प्रकाश पूर्व केंद्रीय मंत्री, वर्तमान राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा और वर्तमान विधायक स्नेहलता के बेटे है.
परिवारवाद के आरोपों के बीच सबसे ज्यादा चर्चा दीपक प्रकाश की ही हो रही है. उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश बिना चुनाव जीते सीधे मंत्री बनाए गए. शपथ ग्रहण के मौके पर वे जींस-शर्ट में भी आए थे, जो चर्चा का विषय बना. वे कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हैं और एमएनसी में काम कर चुके हैं.
राजद की जारी लिस्ट में चौथा नाम है श्रेयसी सिंह का. जमूई से विधायक श्रेयसी सिंह के पिता स्वर्गीय दिग्विजय सिंह अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए सरकार में विदेश राज्य मंत्री थे. दिग्विजय सिंह बिहार की बांका लोकसभा सीट से कई बार सांसद रहे. श्रेयसी ने 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड और 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत पदक जीता था.
राजद की ओर से परिवारवाद के आरोपों में अगला नाम है रमा निषाद का. रमा पूर्व केंद्रीय मंत्री कैप्टन जय नारायण निषाद की बहू और पूर्व सांसद अजय निषाद की पत्नी है. छठा नाम है - विजय चौधरी का. विजय चौधरी पूर्व विधायक जगदीश प्रसाद चौधरी के बेटे है.
लिस्ट में अशोक चौधरी का नाम भी शामिल है. जो पूर्व मंत्री महावीर चौधरी के बेटे और समस्तीपुर की वर्तमान सांसद शांभवी चौधरी के पिता है. इसके अलावा पूर्व विधायक नवीन किशोर सिन्हा के बेटे नितिन नवीन. पूर्व मंत्री चंद्रिका राम के बेटे और पूर्व विधायक अनिल कुमार के भाई सुनील कुमार और समता पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष भूटन सिंह की पत्नी लेसी सिंह का नाम भी शामिल है.
राजद ने अपनी पोस्ट के अंत में पीएम मोदी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा. दरअसल 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की ओर से लालू यादव पर परिवारवाद का आरोप बार-बार लगाया जा रहा था. वैसे राजनीति में सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि हर राज्य में परिवारवाद किसी एक पार्टी तक सीमित नहीं है. बात चाहे देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की हो. या 'पार्टी विद दि डिफरेंस' का दावा करने वाली बीजेपी. यहीं नहीं नीतीश कुमार को छोड़ दे तो शायद ही कोई क्षेत्रीय दल है जिसने परिवारवाद को बढ़ावा नहीं दिया हो.
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