The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • Election
  • Karakat Election Result Jyoti Singh CPI MLL Arun Singh Wins Mahabali Singh

काराकाट में अब पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने NDA का खेल बिगाड़ दिया

Karakat Election Result 2025: Pawan Singh की पत्नी Jyoti Singh ने JDU कैंडिडेट Mahabali Singh का खेल बिगाड़ दिया. इससे CPI (ML)(L) के Arun Singh को जीत मिली है.

Advertisement
Karakat Election Result
CPI (ML)(L) के अरुण सिंह(बाएं) को जीत दिलाने में ज्योति सिंह(दाएं) ने कैसी मदद मिली? (फोटो- सोशल मीडिया)
pic
हरीश
14 नवंबर 2025 (Published: 11:31 PM IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

बिहार के रोहतास जिले की काराकाट सीट से जनता दल यूनाइटेड (JDU) उम्मीदवार महाबली सिंह चुनाव हार गए हैं. उन्हें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन यानी CPI(ML)(L) उम्मीदवार अरुण सिंह ने 2836 वोटों से हरा दिया है. उन्हें 74,157 वोट मिले. जबकि महाबली सिंह को 71,321 वोट. लेकिन चर्चा है तीसरे नंबर रहीं ज्योति सिंह की. भोजपुरी एक्टर और सिंगर पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह को 23,469 वोट मिले.

दरअसल, पहले काराकाट में CPI-ML के डॉ. अरुण सिंह और JDU के महाबली सिंह के बीच मुकाबला था. लेकिन फिर ये त्रिकोणीय मुकाबला हो गया. ज्योति सिंह की एंट्री ने मुकाबला कड़ा बना दिया. ज्योति निर्दलीय मैदान में थीं, लेकिन उनके साथ इलाके में महिलाओं का सिंपैथी वोट था.

2024 के लोकसभा चुनाव में पवन सिंह ने काराकाट से ही चुनाव लड़ा था. वो हार गए, लेकिन दूसरे नंबर पर रहे थे. उस दौरान पत्नी ज्योति सिंह ने भी प्रचार किया था. इससे उनकी इलाके में पहचान बनी रही. पति के साथ उनके विवाद की वजह से महिलाओं का सहानुभूति वोट भी उनकी तरफ गया है.

स्थानीय पत्रकार कहते हैं कि एनडीए में कहीं विद्रोह नहीं है. सिवाय काराकाट में राजेश्वर राज को छोड़कर. वो एक बार विधायक रहे. तीन बार चुनाव हारे. बीजेपी से दावेदार थे. पर सीट जदयू को चला गई. इसके बाद धर्मेन्द्र प्रधान ने इनको पटना में अपने समर्थकों के साथ बुलाया और हाथ जोड़कर माफी मांगी. कहा- ‘आप दल के लिए लड़िए, दल आपके बारे में सोचेगा.’ और फिर वो लग गए. दिल से भले वो समर्थन ना कर रहे हों, पर वो शरीर से जरूर लगे हुए थे.

2020 में हुए पिछले चुनाव में भी अरुण सिंह को CPI(ML)(L) से ही जीत मिली थी. तब उन्होंने बीजेपी के राजेश्वर राज को 18,189 वोटों के अंतर से हरा दिया था.

ये भी पढ़ें- चनपटिया में हारकर भी खेल कर गए मनीष कश्यप, कांग्रेस मन ही मन 'थैंक्यू' बोल रही होगी

बताते चलें, काराकाट विधानसभा सीट पर अब तक कुल 14 चुनाव हो चुके हैं. पहले दो चुनाव में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी ने जीत हासिल की. 1972 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार मनोरमा पांडे विधायक बनीं. 1977 और 1980 विधानसभा चुनाव में जनता पार्टी को जीत मिली. इस सीट पर सबसे ज्यादा पांच बार CPI-ML(L) ने कामयाबी हासिल की है. 1990 और 1995 के चुनाव में लगातार दो बार जनता दल के प्रत्याशी जीते. काराकाट विधानसभा सीट पर JDU और RJD को एक-एक बार जीत मिली.

वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: बिहार चुनाव में चला नीतीश का जादू, तेजस्वी से चूक कहां हुई?

Advertisement

Advertisement

()