एकनाथ शिंदे की तबीयत बिगड़ी, डॉक्टरों की टीम घर पहुंची, गृह मंत्रालय पर अटक गया मामला?
Eknath Shinde, Devendra Fadnavis और Ajit Pawa ने 28 नवंबर को BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. इसके बाद शिंदे अपने पैतृक गांव रवाना हो गए थे.
महाराष्ट्र के कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे की तबीयत बिगड़ने की खबर है. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक सतारा के दरे स्थित उनके घर पर डॉक्टरों की एक टीम बुलाई गई है. बताया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे को बुखार है और डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है. एकनाथ शिंदे इससे पहले दिल्ली पहुंचे थे. गुरुवार, 28 नवंबर को उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. इसके बाद वो अपने पैतृक गांव दरे रवाना हो गए. उनके गांव जाने पर महायुति गठबंधन के बीच मतभेद की अटकलें लगाई जाने लगीं. हालांकि, बीजेपी और शिंदे की शिवसेना ने इससे इनकार किया है.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति यानी बीजेपी, शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी (NCP) गठबंधन ने 288 सीटों में से 230 सीटों पर जीत दर्ज की है. 23 नवंबर को नतीजे आने के बाद से अब तक इसकी घोषणा नहीं की गई है कि महाराष्ट्र का अगला सीएम कौन होगा.
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एकनाथ शिंदे और अजित पवार कह चुके हैं कि राज्य के अगले सीएम को लेकर उन्हें पीएम मोदी और अमित शाह का फैसला मंजूर होगा. गुरुवार, 28 नवंबर को एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की.
क्या गृह मंत्रालय चाहते हैं शिंदे?सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने महाराष्ट्र की नयी सरकार में गृह मंत्रालय की डिमांड की है. आजतक ने शिंदे गुट के नेता संजय शिरसाट से बात की. उनसे पूछा गया,
"पिछली सरकार में गृह मंत्रालय उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास था. अभी शिवसेना का जो भी उपमुख्यमंत्री होगा, तो क्या उसके पास गृह मंत्रालय होगा?"
इस पर संजय शिरसाट ने कहा,
"ये सब बातें सीएम का चुनाव होने के बाद पता चलेंगी. लेकिन हम भी चाहते हैं कि गृह मंत्री पद हमारे पास रहे."
बता दें कि महाराष्ट्र में 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा 132 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है, जबकि शिवसेना ने 57 और NCP ने 41 सीट जीती हैं. वहीं कांग्रेस के नेतृत्व वाले महाविकास आघाडी (MVA) को करारा झटका लगा. कांग्रेस ने केवल 16 सीट जीतीं, शरद पवार की NCP (SP) केवल 10 सीटें ही जीत पाई, जबकि उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) ने 20 सीट जीती हैं.
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