शांभवी चौधरी के दोनों हाथों की उंगलियों पर चुनाव की स्याही कैसे लग गई?
वोट डालने के बाद शांभवी ने पहले दाहिने हाथ की पहली उंगली दिखाई, जिस पर स्याही लगी थी. फिर बाएं हाथ की पहली उंगली दिखाई, उस पर भी स्याही लगी थी. ऐसा क्यों हुआ खुद शांभवी ने बताया है.
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शांभवी चौधरी बिहार के समस्तीपुर से चिराग पासवान की पार्टी LJP (राम विलास) की सांसद हैं. 6 नवंबर को बिहार में पहले चरण का मतदान हुआ. LJP (RV) सांसद शांभवी ने परिवार सहित वोट डाला. उनके पिता अशोक चौधरी बिहार सरकार में मंत्री हैं. मतदान के तुरंत बाद दोनों ने मीडिया के सामने अपनी-अपनी उंगली पर लगी स्याही दिखाकर बताया भी कि उन्होंने वोट डाल दिया है. पर इसी वीडियो में कुछ ऐसा दिख गया जिसको लेकर विपक्ष ने शांभवी चौधरी को घेर लिया.
वीडियो शुरू होता है और शांभवी अपने पिता के साथ कैमरे की तरफ दाहिने हाथ की उंगली दिखाती हैं. उस पर मतदान के बाद वाली स्याही लगी थी. उनकी मां उस समय बाएं हाथ की उंगली दिखाती हैं. पांच सेकेंड बात शांभवी दाहिना हाथ नीचे कर लेती हैं और बाएं हाथ की उंगली दिखाती हैं. इस हाथ की पहली उंगली पर भी चुनाव आयोग की स्याही लगी हुई थी.
यानी शांभवी चौधरी के दोनों हाथ की एक-एक उंगली पर चुनाव आयोग की स्याही लगी हुई थी. अब सवाल उठता है कि ऐसा कैसे हो सकता है? सोशल मीडिया पर कुछ लोग यह सीधे पूछ रहे हैं कि क्या शांभवी ने दो बार वोट डाला. कांग्रेस ने भी अपने X अकाउंट पर यह मुद्दा उठाया और 'वोट चोरी' का आरोप लगा दिया..
इस मामले पर हमने शांभवी चौधरी से बात की. उन्होंने बताया कि ऐसा क्यों हुआ. शांभवी ने कहा,
वोट डालने के बाद चुनाव कर्मी ने मेरे दाहिने हाथ पर स्याही लगा दी थी. लेकिन प्रिसाइडिंग अफसर ने तुरंत उन्हें टोका और बाएं हाथ की उंगली में स्याही लगाने को कहा. इस वजह से दोनों हाथ की उंगली में स्याही लग गई. वीडियो में भी मैंने कहा है कि गलती से चुनाव कर्मी ने दाहिने हाथ पर स्याही लगा दी.
शांभवी ने कहा कि यह एक मानवीय भूल है, जिसे मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए.
LJP (RV) की सांसद ने बताया कि उनको दोनों हाथों की उंगलियों पर स्याही कैसे लगी. लेकिन क्या चुनाव कर्मी की यह गलती सामान्य मानी जानी चाहिए. इस मसले पर वैधानिक जानकारी जुटाने के लिए हमने पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी से बात की. उन्होंने बताया,
ये पूरी तरह से अवैध है. ऐसा संभव ही नहीं है. मतदान के दौरान पोलिंग ऑफिसर को निर्देश होता है कि किस हाथ की उंगली पर निशान लगाया जाएगा. अगर वह उंगली कटी है तो उसके साथ वाली दूसरी उंगली पर निशान लगेगा. दूसरी भी नहीं है तो तीसरी पर. लेकिन दोनों हाथ की उंगलियों पर स्याही लगाना पूरी तरह गलत है. अगर ऐसा हुआ है तो पोलिंग ऑफिसर सहापराधी है.
फिलहाल इस मामले में चुनाव आयोग की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
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