20 दिन में कानून, 20 महीने में हर घर नौकरी... तेजस्वी ने चुनाव से पहले बहुत बड़ा वादा कर दिया
Tejashwi yadav ने बड़े-बड़े वादे करने के साथ ही बिहार सरकार पर उनकी घोषणाओं की नकल करने का आरोप भी लगाया है. उन्होंने कहा कि महिलाओं को पैसा बढ़ाने से लेकर सामाजिक सुरक्षा पेंशन बढ़ाने तक, सरकार उनकी नकल कर रही है.

तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने सीट शेयरिंग से पहले 9 अक्टूबर को एक बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने पर जिस परिवार के पास सरकारी नौकरी नहीं है, उस परिवार के एक सदस्य को नया नियम बनाकर सरकारी नौकरी दी जाएगी.
तेजस्वी यादव ने बताया की उनकी सरकार बनते ही 20 दिनों के भीतर नया अधिनियम लाकर 20 महीने के भीतर वो बिहार के हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देंगे. उन्होंने कहा,
साल 2020 में हमने घोषणा की थी कि सरकार बनते ही 10 लाख लोगों को नौकरी देंगे. मौजूदा मुख्यमंत्री जी (नीतीश कुमार) ने उस वक्त सवाल उठाया था कि पैसा कहां से आएगा. लेकिन 2 साल बाद हमने उनके साथ सरकार बनाई तो पांच लाख लोगों को नौकरी दी. तेजस्वी जो कहता है वो करता है. बिहार में जब लोगों को नौकरी मिलेगी तो हर कमी पूरी होगी.
नेता प्रतिपक्ष ने बिहार सरकार पर उनकी घोषणाओं की नकल करने का आरोप भी लगाया है. उन्होंने कहा कि महिलाओं को पैसा बढ़ाने से लेकर सामाजिक सुरक्षा पेंशन बढ़ाने तक सरकार उनकी नकल कर रही है. तेजस्वी यादव ने आगे कहा,
17 महीने में मंशा दिखाईचुनाव आया तो सरकार नौकरी देने के बजाए बेरोजगारी भत्ता दे रही है. मेरी सरकार आई तो बिहार की सेवा करके दिखाऊंगा क्योंकि मेरा कर्म और धर्म बिहारी है. बिहार को सच्ची, ईमानदार, करेक्ट और परफेक्ट सरकार देंगे.
तेजस्वी यादव ने कहा कि 17 महीने के कार्यकाल में उन्होंने अपनी मंशा, नीयत और कर्तव्य का सबूत दे दिया है. लेकिन पांच लाख नौकरी देकर उनको संतुष्टि नहीं हुई है. उन्होंने दावा किया,
महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर फंसा पेचतेजस्वी का काम, मेहनत, नीति और नियत देखकर पूरा बिहार एक सुर में आशीर्वाद देगा. जिस दिन चुनाव के नतीजे आएंगे. उस दिन से बिहार आगे बढ़ेगा. पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई और उद्योग धंधे के मोर्चे पर काम होगा. और जाति धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होगा.
महागठबंधन में अब तक सीट बंटवारे को लेकर कोई फैसला नहीं हो पाया है. मुकेश सहनी जहां डिप्टी सीएम की जिद पर अड़े हैं. वहीं लेफ्ट पार्टियां अपनी सीटों की संख्या बढ़ाने की मांग कर रही हैं. इस बीच कांग्रेस ने 7 अक्टूबर को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में 25 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय करके तेजस्वी पर दबाव बनाने की कोशिश की है.
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