महागठबंधन में सीट शेयरिंग लगभग तय, बस मुकेश सहनी हैं कि मान नहीं रहे
Bihar Assembly Election: महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर लगातार बैठकों का दौर चल रहा है. 5 अक्टूबर को Tejashwi Yadav ने Congress और RJD के नेताओं से वन टू वन बैठक की. और 6 अक्टूबर की उनकी टीम सीट शेयरिंग को लेकर वाम दलों CPI(ML), CPI और CPM के साथ बैठक करेगी.

बिहार चुनाव (Bihar Assembly Election) के लिए चुनाव आयोग 6 अक्टूबर को तारीखों का ऐलान करने वाला है. इस बीच महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर बैठकों का दौर जारी है. 5 अक्टूबर को RJD ने Congress और मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) की पार्टी से वन टू वन बैठक की. वहीं 6 अक्टूबर को तेजस्वी यादव वाम दलों के साथ बैठक करेंगे.
महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर लगातार बैठकों का दौर चल रहा है. 5 अक्टूबर को तेजस्वी यादव ने कांग्रेस और राजद के नेताओं से वन टू वन बैठक की. कांग्रेस ने 70 सीटों की मांग रखी है. लेकिन राजद की तरफ से 55-60 सीटों का प्रस्ताव दिया गया है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के खाते में अधिकतम 58 सीटें आ सकती हैं.
महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर सबसे बड़ा पेंच विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के मुखिया मुकेश सहनी की तरफ से आ रहा है. सहनी ने यूं तो 60 सीटों की लिस्ट सौंपी है. लेकिन सूत्रों की मानें तो वो 20 सीटों के लिए अड़े हुए हैं, जबकि राजद की ओर से उनको 15 सीट ऑफर किया गया है.
6 अक्टूबर को होगी वाम दलों के साथ मीटिंगराजद नेता तेजस्वी यादव की टीम 6 अक्टूबर को सीट शेयरिंग को लेकर वाम दलों CPI(ML), CPI और CPM के साथ बैठक करेगी. दीपांकर भट्टाचार्य की CPI(ML) ने 40 सीटों पर दावा किया है. वहीं CPI ने 24 और CPM ने 11 सीटों की डिमांड रखी है. सूत्रों के मुताबिक CPI(ML) ने 40 सीटों पर दावा किया है. और कम से कम 25 सीटों पर लड़ना चाहती है. लेकिन राजद की तरफ से 22 सीटों का ऑफर दिया गया है. 6 अक्टूबर की बैठक में दोनों पक्षों के किसी समझौते पर पहुंचने की उम्मीद है.
पिछली बार CPI 6 सीट और CPI(M) चार सीटों पर चुनाव लड़ी थी. इस बार भी उनके खाते में इतनी सीटें ही मिलने की उम्मीद है.
महागठबंधन में राजद सबसे बड़ा घटक दल है. पार्टी किसी भी हाल में 130 सीटों पर लड़ना चाहती है. इसके अलावा गठबंधन में दो और नए पार्टनर्स की एंट्री हुई है. पशुपति पारस की लोक जनशक्ति पार्टी और हेमंत सोरन की झारखंड मुक्ति मोर्चा. पशुपति पारस की पार्टी को 4-5 सीटें मिल सकती है. जिसमें दो सीट उनके परिवार और दो सीट सूरजभान सिंह के कोटे में जानी तय मानी जा रही है. वहीं हेमंत सोरन की पार्टी के खाते में 2-3 सीट जा सकती है.
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