महागठबंधन में सीट बंटवारे का मामला फंसा, भाकपा माले ने ठुकराया तेजस्वी यादव का ऑफर
पिछले विधानसभा चुनाव में CPI (ML) 19 में से 12 सीट जीती थीं. वहीं साल 2024 के लोकसभा चुनाव में भी इनका स्ट्राइक रेट सबसे बेहतरीन रहा था. पार्टी तीन सीटों पर लड़ी थी, जिसमें दो जीती थी.

बिहार में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. लेकिन अभी तक एनडीए और इंडिया ब्लॉक में सीट बंटवारे पर फैसला नहीं हो पाया है. 7 अक्टूबर को तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने इंडिया ब्लॉक के घटक दलों कांग्रेस, CPI, CPM, CPI (ML) और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी के साथ बैठक की. लेकिन सीटों को लेकर सहमति नहीं बन पाई क्योंकि CPI (ML) और CPI इस बार ज्यादा सीटों पर दावेदारी कर रही है.
CPI (ML) ने तेजस्वी की 19 सीटों की पेशकश ठुकराईटाइम्स ऑफ इंडिया से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, CPI (ML) और CPI साल 2020 के अपने प्रदर्शन के आधार पर सीटें चाहती हैं. CPI (ML) ने तेजस्वी यादव की 19 सीटों की पेशकश ठुकरा दी है. पिछली बार पार्टी इतनी ही सीटों पर चुनाव लड़ी थी. इस बार उनकी ओर से राजद को 40 सीटों की लिस्ट सौंपी गई थी. फिर बातचीत के दौरान उन्होंने 40 से घटाकर 30 सीटों का प्रस्ताव रखा है.पिछले विधानसभा चुनाव में CPI (ML) 19 में से 12 सीट जीती थीं. वहीं साल 2024 के लोकसभा चुनाव में भी इनका स्ट्राइक रेट सबसे बेहतरीन रहा था. पार्टी तीन सीटों पर लड़ी थी, जिसमें दो जीती थी.
इस बार कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) ने भी ज्यादा संख्या में सीटों की मांग की है. पिछली बार पार्टी के खाते में 6 सीट आई थी. जिसमें 2 पर जीत मिली थी. और एक सीट पर बेहद करीबी मुकाबले में हार हुई थी. इस बार पार्टी ने 24 सीटों पर दावा किया है. भाकपा के महासचिव डी राजा ने 7 अक्टूबर को सीटों को लेकर तेजस्वी यादव से बातचीत की है. 8 अक्टूबर को एक बार फिर से तेजस्वी इंडिया गठबंधन के घटक दलों से सीट बंटवारे को लेकर बातचीत करेंगे.
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मुकेश सहनी की बात बनती दिख रही हैविकासशील इंसान पार्टी के मुखिया मुकेश सहनी के महागठबंधन में बने रहने को लेकर कयास लगाए जा रहे थे. लेकिन सूत्रों के मुताबिक गठबंधन में सहनी की बात बन गई है. बताया जा रहा है कि उनके खाते में 20 से 21 सीटें जा सकती है. मुकेश सहनी खुद भी चुनावी मैदान में उतर सकते हैं.
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