The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • Election
  • Arjit Shashwat Choubey not file his nomination bhagalpur son of Ashwin Choubey

अश्विनी चौबे के बेटे पर्चा भरने पहुंचे, अचानक बजा फोन और फैसला चेंज, पता है किसका कॉल था?

Arjit Shashwat Choubey सैकड़ों समर्थकों के साथ नामांकन दाखिल करने पहुंचे थे. लेकिन ऐन वक्त पर एक कॉल ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया और अर्जित चौबे बिना नामांकन दाखिल किए ही वापस लौट गए. और BJP को जिताने की बात कहने लगे.

Advertisement
Arjit Shashwat Choubey not file his nomination bhagalpur son of Ashwin Choubey
अर्जित चौबे, पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे हैं (फोटो: आजतक)
pic
अर्पित कटियार
19 अक्तूबर 2025 (Published: 11:32 AM IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित चौबे, बिहार के भागलपुर (Bhagalpur) से BJP के टिकट के दावेदार माने जा रहे थे. लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने टिकट दिया रोहित पांडे को. अर्जित चौबे ने बगावत कर दी और निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया. सैकड़ों समर्थकों के साथ नामांकन दाखिल करने पहुंचे. लेकिन ऐन वक्त पर एक कॉल ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया और अर्जित चौबे बिना नामांकन दाखिल किए ही वापस लौट गए.

किसका फोन था?

भागलपुर से BJP का टिकट न मिलने से नाराज अर्जित चौबे (43) निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल करने वाले थे. लेकिन एक फोन कॉल ने सब कुछ बदल दिया. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, यह फोन उस वक्त आया जब भारी मालाओं से लदे चौबे जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे. सैकड़ों समर्थक जयकारे लगा रहे थे. तभी फोन की घंटी बजी.

उन्होंने पत्रकारों के सामने फोन उठाया, जो उनसे बात करने के लिए इंतजार कर रहे थे. इसके बाद उन्होंने नामांकन रद्द करने की बात कही. उन्होंने बताया कि उनके पिता अश्विनी चौबे ने ही फोन करके निर्देश दिए थे. उन्होंने अपने पिता के हवाले से कहा, "आप BJP में हैं और BJP में ही रहेंगे." 

अर्जित चौबे ने अपने पिता की इच्छा का सम्मान करते हुए चुनावी मैदान से हटने का फैसला किया. चौबे ने कहा कि निर्दलीय चुनाव लड़ने के अपने ऐलान के बाद से ही उन पर BJP के शीर्ष नेतृत्व का लगातार दबाव रहा है. उन्होंने पत्रकारों से कहा, 

आज मेरे पिता और मां ने भी मुझसे बात की. यह BJP के शीर्ष नेतृत्व का निर्देश था. मैं उनकी बात कैसे काट सकता हूं? मैं अपनी पार्टी और देश के खिलाफ बगावत नहीं कर सकता, न ही उनका विरोध कर सकता हूं.

ये भी पढ़ें: बिहार में BJP के टिकट दावेदारों की लिस्ट फाइनल, डेढ़ दर्जन विधायकों का कट सकता है टिकट

BJP ने रोहित पांडे को दिया टिकट

BJP में गुरुवार, 16 अक्टूबर को उस वक्त हड़कंप मच गया जब पार्टी ने रोहित पांडे को फिर से उम्मीदवार बनाया. रोहित पांडे, 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अजीत शर्मा से लगभग 1,000 वोटों से हार गए थे. BJP का टिकट न मिलने से नाराज अर्जित शाश्वत चौबे ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया था. 

वीडियो: क्रिकेटरों की जान जाने के बाद अफगानिस्तान का पाक में सीरीज खेलने से इनकार, PCB के नकवी ने ये कहा

Advertisement

Advertisement

()