UGC ने NET परीक्षा के लिए फॉर्म भरने की तारीख बढ़ाई, नई डेट जान लें
कोरोना संकट के चलते दिसंबर 2021 और जून 2022 की नेट परीक्षा को मर्ज किया गया है.

यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) ने नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट यानी नेट की परीक्षा के लिए आवेदन (UGC NET Registrations) करने की लास्ट डेट को आगे बढ़ा दिया है. ये तारीख दिसंबर 2021 और जून 2022 की परीक्षाओं के लिए आगे बढ़ाई गई है.
दरअसल, कोरोना संकट की वजह से दिसंबर 2021 की परीक्षाओं को जून 2022 की परीक्षाओं के साथ मर्ज किया गया है. ऐसे में कैंडिडेट्स दोनों ही परीक्षाओं के लिए नई आवेदन तारीखों पर अप्लाई कर सकते हैं. आवेदन करने और आवेदन शुल्क भरने की नई तारीख 30 मई 2022 है. ये जानकारी यूजीसी के चेयरमैन प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के जरिए दी. उन्होंने लिखा,
यूजीसी-नेट दिसंबर 2021 और जून 2022 (मर्ज साइकिल) के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र जमा करने की तारीख बढ़ा दी गई हैं. आवेदन करने और आवेदन शुल्क भरने की नई तारीख 30 मई 2022 है.
In pursuant to representations from the candidates, regarding submission of online application form for UGC-NET December 2021 and June 2022 (merged cycles), it has been decided to extend the last date for submission and fee payment to 30 May 2022.
— Mamidala Jagadesh Kumar (@mamidala90) May 22, 2022
कैसे करें अप्लाई?
आइए अब ये जान लेते हैं कि आवेदन करने का प्रोसेस क्या है. इसके लिए आपको सात चरणों से गुजरना होगा.
1- ऑफिशयल वेबसाइट ntanet.nic.in पर जाएं.
2- होम पेज पर जाकर लिंक पर क्लिक करें 'यूजीसी नेट दिसंबर 2021/जून 2022 रजिस्ट्रेशन'.
3- इसके बाद आपको एक नए पृष्ठ पर पुनः निर्देशित किया जाएगा.
4- पर्सनल इनफॉर्मेशन फिल करने के बाद रजिस्टर करें.
5- नए रजिस्ट्रेशन नंबर से लॉग-इन करें.
6- फॉर्म भरें, फोटो अपलोड करें और और एप्लीकेशन को डाउनलोड कर लें.
7- आखिर में पेमेंट करें.
खबरों के मुताबिक तारीख आगे बढ़ाने का फैसला उस वक्त लिया गया जब एनटीए ने यूजीसी-नेट दिसंबर 2021 और जून 2022 के एप्लीकेशन फॉर्म में करेक्शन के लिए विंडो खोली थी. इन सभी चेंजेज के लिए लास्ट डेट 23 मई, 2022 थी. बता दें कि, यूजीसी नेट साल में दो बार आयोजित किया जाता है. हालांकि, इस बार यूजीसी नेट के जून 2022 के सेशन को कोविड -19 की वजह से दिसंबर 2021 सेशन के स्थगित होने की वजह से मर्ज किया गया.
वीडियो- बुकर प्राइज़ जीतने वालीं गीतांजलि श्री ने टूम ऑफ सेंड के अनुवाद की ये कहानी सुना दी!