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जामिया: फाइनल ईयर के डिस्टेंस लर्निंग छात्रों का अब तक नहीं हुआ एग्जाम, साल बर्बाद होने का खतरा

UGC ने कहा था, 30 सितंबर तक सभी करा लें फाइनल ईयर के छात्रों का एग्जाम.

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गौरव
4 दिसंबर 2020 (Updated: 4 दिसंबर 2020, 08:48 AM IST) कॉमेंट्स
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6 जुलाई, 2020. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी UGC ने एक सर्कुलर जारी कर देशभर के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को आदेश दिया कि UG-PG के अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को अनिवार्य रूप से 30 सितंबर 2020 तक पूरा करा लें. लेकिन जामिया मिल्लिया इस्लामिया के सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड ऑनलाइन लर्निंग के अंतिम वर्ष के अंडरग्रेजुएट स्टूडेंट्स अभी भी एग्जाम का इंतजार कर रहे हैं. ये छात्र इस साल ग्रेजुएट हो जाते और मास्टर्स में एडमिशन लेते लेकिन अभी तक एग्जाम ही नहीं हुआ है. जबकि मास्टर्स में एडमिशन लेने के लिए अब एक महीने से भी कम समय बचा है.
एग्जाम की तारीख का पता नहीं
29 अक्टूबर को सेंटर ऑफ डिस्टेंस एंड ऑनलाइन लर्निंग की ओर से एक अर्जेंट नोटिस जारी किया गया. इसमें अलग-अलग कोर्सेज के सभी छात्रों से कहा गया कि वे एग्जामिनेशन फॉर्म भरकर जमा कर दें. नोटिस में बताया गया कि एग्जाम नवंबर-दिसंबर 2020 में होगा. लेकिन अब तक एग्जाम की तारीख नहीं आई है.
दूसरी तरफ, जामिया में मास्टर्स के कोर्सेज में एडमिशन शुरू हो चुका है. सलेक्टेड स्टूडेंट्स की लिस्ट आने लगी है. मास्टर्स में एडमिशन के लिए ग्रेजुएशन के मार्कशीट की जरूरत होती है. जिन स्टूडेंट्स का अभी रिजल्ट नहीं आया है वे प्रोविजनल सर्टिफिकेट देते हैं जिससे ये कन्फर्म हो जाता है कि उन्होंने फाइनल ईयर के एग्जाम्स दिए हैं.
29 अक्टूबर को जारी किया गया अर्जेंट नोटिस
29 अक्टूबर को जारी किया गया अर्जेंट नोटिस


लेकिन वो छात्र क्या करें जिनका अभी तक एग्जाम ही नहीं हुआ है और उन्होंने मास्टर्स के लिए क्वालिफाई कर लिया है? सेंटर ऑफ डिस्टेंस एंड ऑनलाइन लर्निंग में BA के एक स्टूडेंट ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा,
MA इस्लामिक स्टडीज के लिए सलेक्टेड स्टूडेंट्स की लिस्ट 19 नवंबर को रिलीज की गई थी. 27 नवंबर को मैंने प्रोविजनल एडमिशन के लिए अप्लाई किया. लेकिन जब मैं वहां पहुंचा तो मुझे बताया गया कि ऐसा संभव नहीं है क्योंकि मैं एग्जाम में शामिल ही नहीं हुआ हूं. हम चाहते हैं कि हमें भी प्रोविजनल एडमिशन का मौका मिले नहीं तो हमारा एक साल बर्बाद हो जाएगा.
जामिया मिलिया इस्लामिया के परीक्षा नियंत्रक नज़ीम जाफरी का कहना है कि सेंटर ऑफ डिस्टेंस एंड ऑनलाइन लर्निंग की ओर से उनके ऑफिस को कोई डिटेल नहीं दी गई है. इंडियन एक्सप्रेस से उन्होंने कहा,
हम तभी एग्जाम करा सकते हैं जब सेंटर हमें इसके बारे में बताए, डेटशीट दे और ये बताए कि कितने स्टूडेंट इस एग्जाम में हिस्सा ले रहे हैं. एक मीटिंग में कहा गया है कि सेंटर के बच्चों को भी 31 दिसंबर तक का समय मिलना चाहिए लेकिन ये सेंटर की जिम्मेदारी है कि तब तक सारे डॉक्यूमेंट तैयार हों.
सेंटर ऑफ डिस्टेंस एंड ऑनलाइन लर्निंग के एकेडमिक्स डायरेक्टर अहरार हुसैन का कहना है कि एक या दो दिन में एग्जाम का नोटिफिकेशन आ जाएगा. हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया कि एग्जाम में इतनी देरी क्यों हुई है.

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