facebook truth of Gautam Adani's elder brother Vinod Adani came to the fore!
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गौतम अडानी के बड़े भाई विनोद अडानी के बारे में क्या बात सामने आई है? कंपनी में...

हिंडनबर्ग ने विनोद अडानी पर क्या आरोप लगाए थे?
Gautam Adani and vinod adani
गौतम अडानी (दाएं) एवं विनोद अडानी (फाइल फोटो)
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अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी के बड़े भाई विनोद अडानी, अडानी समूह की विभिन्न लिस्टेड कंपनियों के प्रमोटर्स ग्रुप का हिस्सा हैं. अडानी समूह की तरफ से पहली बार ये जानकारी सार्वजनिक की गई है. विनोद अडानी वही हैं, जिनका जिक्र अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग ने अपनी 24 जनवरी को जारी रिपोर्ट में कई बार किया था. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में ये कहा गया था कि अडानी समूह ने विनोद अडानी के साथ अपने रिश्ते को जानबूझकर छुपाया है.

हिंडनबर्ग के आरोपों पर अडानी समूह ने कहा था कि विनोद अडानी समूह की लिस्टेड कंपनियों में कोई पद नहीं रखते हैं. इसके अलावा ये भी कहा था अडानी समूह की कंपनियों  के कामकाज में विनोद अडानी का कोई दखल नहीं है. लेकिन अब इसका खुलासा हो गया है कि अडानी समूह में विनोद अडानी की हैसियत क्या है. 

अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने शेयर रेगुलेटरी फाइलिंग में जानकारी दी है कि अडानी समूह की कई लिस्टेड कंपनियों में गौतम अडानी और राजेश अडानी ग्रुप की विभिन्न लिस्टेड कंपनियों के इंडिविजुअल प्रमोटर्स हैं. इसके अलावा विनोद अडानी इंडिविजुअल प्रमोटर्स के करीबी रिश्तेदार हैं. 

अडानी समूह का कहना है कि विनोद अडानी प्रमोटर ग्रुप के हिस्सा हैं और इसकी जानकारी समय-समय पर कई डिस्क्लोजर में रेगुलेटर्स को दी गई है. एंडेवर ट्रेड एंड इन्वेस्टेमेंट के सर्वेसर्वा भी विनोद अडानी हैं . इसी ने एसीसी और अंबुजा सीमेंट का अधिग्रहण किया है.  अडानी समूह ने होल्सिम कंपनी से एसीसी और अंबुजा सीमेंट में हिस्सेदारी खरीदी थी तो यह सौदा मॉरीशस की एक कंपनी एंडेवर ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट के जरिये ही पूरा हुआ था. 

आपको बता दें कि हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि विनोद अडानी अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों के मैनिपुलेशन में शामिल हैं. साथ ही विनोद अडानी ने विदेशों में कई फर्जी कंपनियों का जाल फैला रखा है और वे मनी लॉन्ड्रिंग में भी शामिल हैं. हिंडनबर्ग ने दावा किया था कि विनोद अडानी टैक्स हेवेन देशों में खड़ी की गई इन्हीं फर्जी (शेल) कंपनियों का पूरा काम धाम देखते हैं. विदेश में बैठकर वह अडानी समूह की कंपनियों के कामकाज में दखल देते हैं. इसके बाद अडानी समूह ने सफाई दी थी कि हिंडनबर्ग के आरोप बेवुनियाद हैं और आधारहीन हैं. 
 


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