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शेयर मार्केट में आने के लिए PhysicsWallah ने 'रिस्क वाला' रास्ता क्यों नहीं चुना?

दरअसल PhysicsWallah ने IPO लाने के लिए जो रास्ता अख्तियार किया (PhysicsWallah makes confidential IPO) है तो दूसरी कंपनियों से अलग है. कंपनी confidential pre-filing वाला तरीका अपना रही है. ऐसा करने वाली वो भारत में 7वीं कंपनी है.

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The move makes PhysicsWallah the seventh major Indian firm opting for the confidential pre-filing route after Tata Play, Oyo, Swiggy, Vishal Mega Mart, Credila Financial Services and Indira IVF
PhysicsWallah का आईपीओ
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सूर्यकांत मिश्रा
2 अप्रैल 2025 (Published: 07:21 PM IST) कॉमेंट्स
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Edtech unicorn PhysicsWallah शेयर मार्केट में आने की तैयारी में है. कंपनी ने 4 हजार 500 करोड़ रुपये के (IPO) के लिए कुछ दिनों पहले ही Securities and Exchange Board of India (Sebi) के पास कागजात जमा करवाए हैं. 2020 में बनी PhysicsWallah ने पिछले साल सितंबर में Hornbill Capital से 21 करोड़ की फंडिंग उठाई थी. Hornbill Capital ने उस समय कंपनी की वैल्यू 23 हजार करोड़ रुपये आंकी थी. फाइनेंसियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी IPO से पहले Drishti IAS को भी खरीदने की तैयारी में है. सब कुछ पढ़ा-सुना सा लग रहा होगा. सिवाये IPO फाइल करने के तरीके को छोड़कर.

दरअसल PhysicsWallah ने IPO लाने के लिए जो रास्ता अख्तियार (PhysicsWallah makes confidential IPO) किया है तो दूसरी कंपनियों से अलग है. कंपनी confidential pre-filing वाला तरीका अपना रही है. ऐसा करने वाली वो भारत में 7वीं कंपनी है. छह और कौन, और ऐसा करने का क्या फायदा-क्या नुसकान (नुकसान). जानते हैं.

PhysicsWallah कॉन्फिडेंट नहीं है क्या?

देश भर के 98 फीसदी से ज्यादा पिन कोड पर ऑनलाइन, ऑफलाइन और हाइब्रिड तरीके से एजुकेशनल सर्विस देने वाली PhysicsWallah को 2016 में अलख पांडे ने यूट्यूब चैनल के तौर पर स्टार्ट किया था. ये वही वक्त था जब देश में डेटा सर्विस तकरीबन मुफ़्त में मिल रही थी. चैनल चला तो 2018 में इसका ऐप भी आ गया. जब वो भी हिट रहा तो साल 2020 में इसे कंपनी में तब्दील किया गया. अगस्त 2022 में कंपनी यूनिकॉर्न भी बन गई. माने कारोबार 1 बिलियन डॉलर (8 हजार करोड़) से ऊपर चला गया. अलख पांडे की नेटवर्थ भी 4 हजार 500 करोड़ के ऊपर है.  

PhysicsWallah
PhysicsWallah

अलख पांडे की PhysicsWallah बनाने की यात्रा इतनी दिलचस्प है कि प्राइम वीडियो ने इसके ऊपर पूरी वेब सीरीज बनाई है. Edtech में पिछले कुछ सालों में जहां कई बहुत बड़े नाम भरभरा गए वहीं PhysicsWallah मजबूती से डटा हुआ है. कंपनी अपनी इसी सफलता को भुनाने के लिए (IPO) लेकर आ रही है. मगर गोपनीय तरीके से.

क्या होता है confidential pre-filing

एक होता है नॉर्मल आईपीओ मतलब किसी कंपनी का पब्लिक के पास जाना. देश में कई प्राइवेट कंपनियां काम कर रही हैं. इनमें से कई कंपनियों को परिवार या कुछ शेयर होल्डर आपस में मिलकर चलाते हैं. जब इन कंपनियों को पूंजी की जरूरत होती है तो ये खुद को शेयर बाजार में लिस्ट कराती हैं और इसका सबसे कारगर तरीका है IPO यानी Initial Public Offer जारी करना.

आसान भाषा में कहें तो भईया आप भी हमारी कंपनी में पैसा लगाओ. इसके बदले हम आपको कंपनी के शेयर देंगे. आईपीओ मतलब अब कंपनी के हिस्सेदार. मुनाफे और घाटे दोनों में. शेयर का भाव क्या होगा, वो कंपनी की वैल्यू पर निर्भर करता है. सेबी (सिक्यूरिटीज़ एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया) सुनिश्चित करती है कि कंपनी अपने आईपीओ को उतने पर ही लिस्ट करवाए जितना जायज़ दाम है. सेबी से ओके मिल जाने के बाद अगले 12 महीने में कंपनी को आईपीओ लाना ही होता है.

इस प्रोसेस में जब कंपनी कागजात जमा करती है तो अपनी पूरी कुंडली भी इसके साथ बता देती है. छोटी से छोटी जानकारी को सार्वजनिक किया जाता है. कितना पैसा आया कितना गया. किससे आया और किसके पास गया. सब मतलब सब. इसे कहते हैं draft red herring prospectus (DRHP). इस शब्द को आपने तब सुना होगा जब कोई कंपनी अपने आईपीओ का विज्ञापन टीवी पर देती है. याद आया ना. हां वही लाइन जो विज्ञापन खत्म होते ही राजधानी की रफ्तार से बोली जाती है. 

मगर PhysicsWallah कंपनी confidential pre-filing वाले तरीके से आ रही है. इसके मायने ये हैं कि अगर कंपनी अपना आईपीओ नहीं लाती है तो उससे जुड़े डिटेल सार्वजनिक नहीं होंगे. इसे ऐसे समझ लीजिए कि अपना नमकीन दुकान में तो रखना है, बेचना भी है मगर टेस्ट नहीं करने देना है. वैसे इसमें कोई बुराई नहीं क्योंकि अगर आईपीओ आया तो फिर सब पब्लिक हो ही जाएगा. इस तरीके में कंपनी को सेबी की हां के बाद 18 महीने मिलते हैं. कंपनी कितने शेयर जारी करने वाली है, इसमें बदलाव का भी जुगाड़ रहता है. 

PhysicsWallah से पहले Swiggy और Vishal Mega Mart ने भी ऐसा ही किया था. प्रोसेस पूरी होने के बाद उनके आईपीओ मार्केट में आए. मगर OYO ने ऐसा करके अपना आईपीओ वापस ले लिया. एक बार नहीं दो बार. Credila Financial Services और Indira IVF भी इसी लिस्ट में शामिल हैं. वैसे ऐसा करने वाली पहली कंपनी थी Tata Play. साल दिसंबर 2022 में कागजात जमा किये और अप्रैल 2023 में वापस ले लिए. 

ये पढ़ें: होटल रूम देने वाले OYO को क्या होयो? 100 करोड़ का मुनाफा, फिर भी 80% वैल्यूएशन गिरा दी

अब PhysicsWallah कंपनी भी कुछ ऐसा ही करने वाली है. मंजूरी मिलती है तो आईपीओ कब आएगा? आएगा या वापस ले लिया जाएगा? इन सवालों के जवाब भी भविष्य में ही मिलेंगे.

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